Ara Court authority:हाई कोर्ट के आदेश पर सिविल कोर्ट आरा के प्राधिकार में 48 करोड़ रुपए जमा
खबरे आपकी बिहार बक्सर-आरा-पटना फोरलेन का निर्माण कार्य एक ओर जोर-शोर से चल रहा है तो दूसरी ओर भूमि अधिग्रहण का पेच भी लगातार फंसता रहा है। यही वजह है कि निर्माण शुरू होने के पांच साल बाद भोजपुर का हिस्सा भी पूर्ण नहीं हो सका है। भोजपुर के हिस्से में पड़ने वाले 55 मौजा के रैयत इसमें रोड़े अटकाते रहे हैं। पिछले साल के अलावा हाल में भी प्रखंडवार शिविर लगाये जाने और बार-बार नोटिस दिये जाने के बाद भी संबंधित किसानों की ओर से मुआवजे की राशि नहीं लेने पर जिला भू अर्जन कार्यालय ने हाई कोर्ट के आदेश पर सिविल कोर्ट आरा के प्राधिकार में 48 करोड़ रुपए जमा कर दिया है।
Ara Court authority: भू अर्जन कार्यालय के अनुसार जमीन का अभिलेख प्रस्तुत नहीं कर रहे थे रैयत
भोजपुर जिला प्रशासन की ओर से बार-बार नोटिस दिए जाने के बाद भी ऐसे रैयत मुआवजे के लिए जमीन का अभिलेख प्रस्तुत नहीं कर रहे थे। लिहाजा निर्माण कार्य में एजेंसी को अनावश्यक अधिक समय लग रहा था। हालांकि कोर्ट में मुआवजा राशि जमा होने के बाद भोजपुर में अवरोध लगभग समाप्त माना जा रहा है। लिहाजा निर्माण एजेंसी ने भोजपुर के क्षेत्र में कार्य तेज कर दिया है।
भोजपुर जिले के हिस्से में कोईलवर से लेकर शाहपुर तक 32 किलोमीटर फोरलेन के निर्माण कार्य में तेजी आ गई है। निर्माण एजेंसी पीएनसी ने अप्रैल तक कार्य को पूर्ण कर लेने की डेटलाइन तय की है। निर्माण एजेंसी के अनुसार भोजपुर में फोरलेन का निर्माण कार्य 80 प्रतिशत से अधिक पूर्ण हो चुका है।
निर्माण कार्य में बची सड़क के बीच में पुल-पुलिया के कार्य में पहले की अपेक्षा तेजी आ गई है। निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने के बाद आरा से बक्सर और यूपी जाने के लिए सुगम एवं व्यवस्थित आवागमन हो जायेगा। इससे लोगों की सुविधाएं काफी बढ़ जाएंगी और समय की बचत होगी। हालांकि भोजपुर के कोईलवर से पटना के बीच भूमि अधिग्रहण का पेच अभी दूर नहीं होने की बात कही जा रही है।