Sunday, December 22, 2024
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घायल सिपाही का कप्तान ने जाना हाल, ब्लेड देने के लिए डटे रहे एसपी व् पुलिसकर्मी

Ara encounter case: मुठभेड़ में सिपाही के गोली लगने के बाद पूरी पुलिस टीम जवान के साथ खड़ी रही। एसपी से लेकर सिपाही तक ब्लेड देने के लिए पहुंच गये। एसपी प्रमोद कुमार काफी देर तक अस्पताल में डटे रहे। उन्होंने घायल सिपाही का हाल चाल जाना। कहा कि पुलिस के सभी कर्मी घायल सिपाही की हर मदद के लिए तैयार हैं।

  • पेट्रोल पंप मालिक और सिपाही की दिलेरी से धराया लुटेरा, बच गये पांच लाख
  • भीड़ के बीच पुलिस पर फायरिंग करते करीब एक किलोमीटर तक भागते रहे लुटेरे
  • जांबाज जवान के साथ जान की बाजी लगाकर लुटेरों का पीछा करते रहे पंप मालिक
  • लुटेरों की घेराबंदी करने में आसपास के मोहल्ले के लोगों की भूमिका सराहनीय

Bihar/Ara: आरा में गुरुवार सुबह पेट्रोल पंप मालिक, चीता एवं क्रॉस मोबाइल के जवान और शहरवासियों की दिलेरी लुटेरों पर भारी पड़ गयी। अपराधी लूट के बाद भागने के दौरान पूरे रास्ते फायरिंग करते रहे और जांबाज सिपाही और पेट्रोल पंप मालिक जान की बाजी लगाकर पीछा करते रहे। लुटेरे करीब एक किलोमीटर तक फायरिंग करता रहा। बावजूद उसके पेट्रोल पंप मालिक व जवान अपराधी का पीछा करते रहे। अंतत: मुठभेड़ के बाद एक लुटेरे को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि मुठभेड़ में एक सिपाही को भी गोली लग गयी। गिरफ्तार लुटेरे के पास से लूटा गया पेट्रोल पंप मालिक का करीब पांच लाख रुपए भी बरामद कर लिया गया।

Ara encounter case: बताया जा रहा है कि दोनों ओर से करीब 20 से 30 राउंड गोलियां चली। उससे पूरा इलाका गोलियां की तड़तड़ाहट से गुंजता रहा। उसके बाद भी लोग लुटेरों का पीछे डटे रहे। बताते चलें कि सुबह करीब 11 बजे नगर थाने से सटे आर्य समाज मंदिर के पास स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में एक अपराधी हथियार के बल पर पेट्रोल पंप मालिक सुशांत कुमार जैन से चार लाख 99 हजार रुपए छीन लेता है। बिना समय गंवाए पेट्रोल पंप मालिक लाइसेंसी पिस्टल से फायरिंग करता है। उसे देख लूटेरे फायरिंग करते भागने लगते हैं।

उस दौरान चीता और क्रॉस मोबाइल के जवान पहुंचते हैं। उसके बाद जांबाज सिपाही अर्जुन कुमार पेट्रोल पंप मालिक के साथ बाइक से ही लुटेरे का पीछा करता है। लुटेरे बिंदटोली की ओर पैदल ही भागते हैं। उस दौरान पुलिस पर लगातार फायरिंग भी की जाती है। करीब एक किलोमीटर तक खदेड़ा-खदेड़ी चलती है। तबतक थानाध्यक्ष संजीव कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम भी पहुंच जाती है। दोनों ओर से घेराबंदी की जाती है। इधर, घटना की सूचना मिलने पर मीरगंज निवासी मुन्नु सिंह सहित अन्य लोग भी लुटेरों की घेराबंदी करते हैं। अपने को चारों ओर से घिरता देख लुटेरे एक नाले के पास झाड़ी में छिप कर पुलिस टीम पर गोलियां चलाने लगते हैं। उसमें सिपाही अर्जुन कुमार को गोली लग जाती है। बाद में पुलिस की कार्रवाई में एक लुटेरे को भी गोली लग जाती है और उसे गिरफ्तार कर लिया जाता है।

Ara encounter case: गोली लगने से छह जगहों पर डैमेज हुआ जवान की आंत, ऑपरेशन कर निकला बुलेट

  • जवान को ब्लड देने के लिए अस्पताल पहुंच गयी पूरी पुलिस टीम
  • एसपी से जवान तक सक्रिय, घायल सिपाही का कप्तान ने जाना हाल

Ara encounter case: लुटेरों से मुठभेड़ के दौरान जांबाज सिपाही अर्जुन के पेट में गोली लग गयी थी। उसके कारण अंत बुरी तरह डैमेज हो गयी। हालांकि मुठभेड़ में सिपाही के गोली लगने के बाद पूरी पुलिस टीम जवान के साथ खड़ी रही। एसपी से लेकर सिपाही तक ब्लेड देने के लिए पहुंच गये। एसपी प्रमोद कुमार काफी देर तक अस्पताल में डटे रहे। उन्होंने घायल सिपाही का हाल चाल जाना। कहा कि पुलिस को सभी कर्मी घायल सिपाही की हर मदद के लिए तैयार हैं।

इधर, जवान का इलाज कर रहे डा. विकास सिंह ने बताया कि गोली सिपाही के पेट में बीचो-बीच लगी थी। उस कारण उसकी आंत करीब छह जगहों पर डैमेज हो गया था। उसे रिपेयर कर दिया गया है। ऑपरेशन कर बुलेट भी निकाल दिया गया है। बायपास सर्जरी भी किया गया है। शुरू में उनकी स्थिति नाजुक थी। फिलहाल मरीज की स्थिति बिल्कुल एस्टेबल है। उन्हें अभी ऑब्जरवेशन में रखा जाएगा।

इधर, पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ और पेट्रोल पंप कर्मी से लूट की घटना पर बीजेपी के युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष विभु जैन ने सरकार पर सवाल खड़ा किया है। कहा कि इस सरकार में गुंडाराज आ गया है। उसका प्रतिफल आरा में देखने को मिला है। हालांकि पुलिस ने दिलेरी दिखाई, जिससे लूटे गए पैसे बरामद कर लिया गया है। यह पुलिस का सराहनीय काम है।

लूट और मुठभेड़ को लेकर दो प्राथमिकी, घटनास्थल से मिला पिस्टल और खोखा

Ara encounter case: लूट और मुठभेड़ के मामले को ले अलग-अलग दो प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। लूट के मामले में पेट्रोल पंप के मालिक सुशांत कुमार जैन के फर्द बयान पर केस किया जा रहा है। जबकि मुठभेड़ के मामले में इंस्पेक्टर संजीव कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। उसमें दो नामजद और एक अज्ञात को आरोपित किया गया है। घटनास्थल से पुलिस ने एक 7.62 प्वाइंट का लोडेड पिस्टल और दो खोखा भी बरामद किया है। इधर, घटना की तफ्तीश को लेकर एफएसएल की टीम भी पहुंची। टीम घटनास्थल पर गयी और विभिन्न बिंदुओं पर गहन जांच की। मौके से टीम की ओर से कुछ साक्ष्य भी एकत्रित किया गया। पिस्टल और खोखे की भी जांच की गयी। घटनास्थल से खून के नमूने भी लिए गए। एसपी प्रमोद कुमार के अनुसार इस मामले में मुठभेड़ के बाद पकड़े गए लुटेरे सहित दो आरोपित पुलिस की हिरासत में हैं। उनमें एक लाइनर भी शामिल है।

  • भोजपुर:28 माह बाद पुलिस और अपराधियों में मुठभेड़, खूब चली गोलियां
  • पिछले छह साल में करीब आधा दर्जन आपराधियों से हो चुकी है मुठभेड़
  • जनवरी 2021 में नगर थाना क्षेत्र में मुठभेड़ में कुख्यात की मां की गयी थी जान
  • साल 2000 में तीन जगहों पर पुलिस और अपराधियों में हुई थी मुठभेड़

भोजपुर पुलिस अपराधियों को बख्शने के मूड में नहीं है। धरपकड़ के दौरान फायरिंग करने वाले अपराधियों को भी पुलिस की गोलियां खानी पड़ रही है। पिछले छह साल में जिले में करीब आधा दर्जन बार पुलिस और अपराधी के बीच मुठभेड़ हो चुकी है। कुछ अपराधियों को पुलिस की गोली भी लग चुकी है। करीब आधा दर्जन अपराधी मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार भी किये गये हैं। एक कुख्यात का एनकाउंटर भी किया जा चुका है। वहीं मुठभेड़ के दौरान एक कुख्यात की मां की गोली से मौत भी हो चुकी है। करीब सवा दो साल बाद मुठभेड़ हुई‌।

बता दें कि 11 जनवरी 2011 की शाम टाउन थाना क्षेत्र के शिवपुर-आनंद नगर मुहल्ला में एक कुख्यात की सूचना पर पहुंची पुलिस की अपराधियों के साथ मुठभेड़ हो गयी थी। तब कुख्यात छोटू मिश्रा की मां की गोली लगने से मौत हो गयी थी। हालांकि मुठभेड़ के बीच छोटू मिश्रा अपने साथियों के साथ भाग निकला था। तब छोटू मिश्रा हत्या के मामले में फरार चल रहा था। उसके पहले 21 मार्च 2020 को बिहिया के महावीर स्थान मोहल्ला में अपराधियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी। उसमें गोली लगने से कुख्यात दानी यादव घायल हो गया था। उसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। उसी साल 12 अगस्त की शाम आरा के गौसगंज सतपहाड़ी इलाके में पुलिस के साथ मुठभेड़ में दूसरा वांटेड अपराधी साधु गिरी घायल हो गया था। तब उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं 14 दिसंबर की रात बड़हरा थाने के मनीछपरा में मुठभेड़ के दौरान श्रीराम बिद घायल हो गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।

पांच साल पहले मुठभेड़ में मारा गया था कुख्यात हीरो

भोजपुर में पुलिस मुठभेड़ में पूर्व में एक कुख्यात की मौत भी हो चुकी है। एनकाउंटर की वह घटना 13 नंवबर 2018 की रात हुई थी। तब जिले में आतंक बन चुका कुख्यात मारा गया था। उसके दो साथियो को गिरफ्तार भी किया गया था। भोजपुर के तत्कालीन एसपी आदित्य कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने हीरो को पीरो के बराव गांव में मुठभेड़ के दौरान देर रात मार गिराया था। बता दें कि उसी साल अगस्त महीने में पेशी के दौरान मनीष सिंह उर्फ हीरो आरा सिविल कोर्ट परिसर से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। उसके बाद उसने ने 20 सितंबर 2018 को शहर में लगातार फायरिग की तीन वारदातों को अंजाम देकर दशहत फैला दी थी।

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