Avadhesh Narayan Singh – आरा शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के रजत जयंती के दो दिवसीय समारोह का समापन शुक्रवार को भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ धूमधाम से हुआ।
- हाइलाइट्स : Avadhesh Narayan Singh
- संभावना स्कूल में दो दिवसीय रजत जयंती समारोह का सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ सम्पन्न
- समारोह में शामिल हुए बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह
- शोक सभा आयोजित कर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दी गई श्रद्धांजलि
Avadhesh Narayan Singh आरा: शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के रजत जयंती के दो दिवसीय समारोह का समापन शुक्रवार को भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ धूमधाम से हुआ। इसके पूर्व रजत जयंती के दूसरे दिन समारोह का उद्घाटन बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, महाराजा कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रो. डॉ. गांधी जी राय, वीर कुंवर सिंह विवि के पूर्व कुलपति आचार्य धर्मेंद्र तिवारी, पूर्व सह थल सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल श्रीकृष्ण सिंह, कर्नल राणा प्रताप सिंह (सेनि), रेडक्रास के चेयरमैन डॉ. विवेकानंद यादव, विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र, प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह, कवि जनार्दन मिश्रा आदि ने संयुक्त रूप से किया। दूसरे दिन समारोह में माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक के छात्र-छात्राएं शामिल हुए। संचालन वरीय शिक्षक अरविंद ओझा, छात्र आलोक आतुल्य एवं छात्रा साक्षी राज ने किया। स्वागत गीत स्कूल की छात्र-छात्राओं द्वारा पेश किया गया।
इस मौके पर अतिथियों द्वारा बच्चों द्वारा निर्मित कला एवं शिल्प प्रदर्शनी का स्वावलोकन किया गया। उद्घाटनकर्ता बिहार विधान परिषद के सभापति ने कहा कि यह वीरों की भूमि है एवं ज्ञान की स्थली है। यहां के विद्वानों की पकड़ वेद, पुराण और कुरान पर है, उन्होंने स्कूल के प्रति आभार जताते हुए कहा की संभावना ने पूरे बिहार में मान-सम्मान बढ़ाया है। मुख्य अतिथि पूर्व सह थल सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल श्रीकृष्ण सिंह ने फौज की नौकरी और जिंदगी के बारे में जानकारी दी। कहा कि फौज की नौकरी एडवेंचर्स से भरी होती है। जो बच्चे नया करना चाहते हैं। चैलेंज स्वीकार करना चाहते हैं। अपने आप को प्रमाणित करना चाहते हैं। वे निश्चित रूप से फौजी बन सकते हैं।
विशिष्ट अतिथि पूर्व प्राचार्य प्रो. डॉ. गांधी जी राय ने कहा कि जिस उद्देश्य से इस विद्यालय की स्थापना की गई। वह आज साकार होता हुआ दिखाई दे रहा है। बच्चों के अंदर छिपी विभिन्न प्रकार के गुणो को परखना एवं प्रतिभा को निखारना इस विद्यालय की प्राथमिकता रही है। पूर्व कुलपति आचार्य धर्मेंद्र तिवारी ने कहा कि शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करना ही संभावना है। आप सनातन को समझे और संस्कारवान बने। इस विद्यालय के शिक्षण से अज्ञान का अंधकार दूर एवं प्रकाश का सूर्योदय हो रहा है। बिहार राज्य नागरिक परिषद के पूर्व महासचिव भाई ब्रह्मेश्वर ने कहा कि संभावना में बहुत सी संभावनाएं छिपी है, जो सपना हम लोगों ने देखा था। वह यह विद्यालय पूरा कर रहा है। बच्चे अपनी संस्कार और संस्कृति को नही भुलाए। पूर्व एमएलसी लालदास राय ने कहा कि इस विद्यालय में कला व शिल्प प्रदर्शनी ही नहीं, बल्कि विद्यालय में विद्या, चरित्र व स्वावलंबन का मेला लगा हुआ है, जिसका बीजारोपण निदेशक, प्राचार्या एवं शिक्षकों द्वारा किया गया है। कर्नल राणा प्रताप सिंह (सेनि) ने कहा कि बच्चे मोम की भांति होते हैं, जिस प्रकार ढालो वैसे ही ढल जाते हैं।
इसके पूर्व स्वागत करते हुए प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने कहा कि युवा अपनी शक्ति को पहचाने और उसका सदुपयोग करें। एकाग्रता, कर्मठता और जीवंतता को ध्यान में रखकर बच्चे संस्कारवान और वीरवान बने। बच्चियों अपनी मान- मर्यादा व संस्कार को ध्यान में रखते हुए खूब पढ़े और आगे बढ़े। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र ने कहा कि दो दिवसीय रजत जयंती समारोह के दूसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम में भारत के विभिन्न क्षेत्र के रंगों की झलकियां दिखाई दी। यह हमारे प्रशिक्षकों एवं शिक्षकों के मेहनत का प्रतिफल है। बच्चों ने भरपूर मेहनत कर अपने विद्यालय का मान-सम्मान बढ़ाया है।
रजत जयंती समारोह के दूसरे दिन उद्घाटन के पहले भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के असमायिक निधन पर शोक व्यक्त किया गया। इस दौरान दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत प्रधानमंत्री की आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की गई। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों को विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र एवं प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह द्वारा प्रतीक चिन्ह एवं बुके देकर सम्मानित किया गया। तत्पश्चात विभिन्न विधाओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले बच्चों को प्रशस्ति-पत्र एवं मोमेंटो देकर पुरस्कृत किया गया। इस दौरान उपस्थित लोगों ने तालियां बजाकर बच्चों की हौसला अफजाई की। उपस्थित लोगों में डॉ. विजय गुप्ता, रेड क्रॉस की सचिव डॉ. विभा कुमारी, निर्मल कुमार सिंह, डॉ. दिनेश प्रसाद सिन्हा, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के मिथिलेश कुमार, मनोज कुमार सिंह, आईएमए के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह, डॉ. के. के. सिंह, डॉ. मनीष तिवारी, अखिलानंद ओझा, अधिवक्ता तारकेश्वर ठाकुर, उप प्रचार्य ऋषिकेश ओझा, मुखिया संघ के अध्यक्ष हरेंद्र यादव, ददन सिंह, अविनाश कुमार (रिटायर डीएसपी) समेत अन्य लोग मौजूद थे।