Bablu murder case Jagdishpur:पीरो एसडीपीओ के नेतृत्व में गठित एसआईटी कर रही पूरे मामले की जांच
मौत के दूसरे दिन भी लोगों में गुस्सा, रोड जाम कर किया गया हंगामा
एसपी बोले: टीम गठित कर हो रही जांच, दोषी जवानों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
बिहार/आरा खबरे आपकी भोजपुर के जगदीशपुर में स्वतंत्रता संग्राम के महानायक वीर कुंवर सिंह के वंशज कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इसके खिलाफ जगदीशपुर के लोगों में दूसरे दिन भी काफी उबाल रहा। दूसरे दिन बुधवार को भी जगदीशपुर में रोड जाम और हंगामा किया गया। इससे पहले मंगलवार को भी जगदीशपुर रेफरल से आरा सदर अस्पताल तक हंगामा किया गया था। बुधवार को बिहार विधानसभा में भी इस मामले की गुंज सुनाई पड़ी। इधर, इस मामले में पुलिस की कार्रवाई भी तेज हो गयी है। मामले की जांच को लेकर एसपी की ओर से एसआइटी गठित कर दी गयी है। पीरो एसडीपीओ राहुल सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने घटना की जांच भी शुरू कर दी है। दूसरी ओर इस मामले लेकर सीआईटी जवानों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है।
सीआईएटी के तीन जवान और एक प्राइवेट कुक पर मारपीट कर हत्या का आरोप
युवक की मां पुष्पा सिंह के बयान पर जगदीशपुर किला में तैनात सीआईएटी के जवानों सहित चार लोगों पर केस किया गया है। इसमें सीआईएटी के तीन जवानों और उनके पास प्राइवेट कुक के तौर पर काम करने वाले जगदीशपुर कसाब मोहल्ला निवासी सद्दाम इद्रीशी उर्फ गेंडा को आरोपित किया गया है। सीआईएटी के जवानों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। हालांकि उन्हें देख कर पहचान लेने की बात कही गयी है।
Bablu murder case Jagdishpur: वीर कुंवर सिंह के वंशज की मौत का मामला
बताते चलें कि सोमवार की रात वीर कुंवर सिंह के खानदान से जुड़े कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह की जगदीशपुर रेफरल अस्पताल में मौत हो गयी थी। उसके बाद से ही परिजन और स्थानीय लोग सीआईएटी जवानों पर पीट-पीटकर बबलू सिंह की हत्या करने का आरोप लगाते हुये हंगामा कर रहे हैं। एसपी विनय तिवारी ने बताया कि सीआईएटी के तीन जवानों सहित चार लोगों पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी है। पीरो एसडीपीओ के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम गठित कर जांच की जांच की जा रही है। घटना में शामिल जवानों की पहचान भी की जा रही है। दोषी जवानों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी।
गलत काम का विरोध करने पर लाठी-डंडे से पीट-पीट कर मार डाला गया: पुष्पा सिंह
Bablu murder case Jagdishpur कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह की हत्या को ले उनकी मां पुष्पा सिंह के बयान पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। उसमें सीआईएटी जवावों सहित चार लोगों पर मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाया गया है। कहा गया है कि सोमवार की रात करीब 11 बजे उनका पुत्र कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह अपने घर के बरामदे में टहल रहा था। तब उसने देखा कि किला की सुरक्षा में तैनात सीआईएटी के तीन जवानों द्वारा एक महिला के साथ शारीरिक संबंध बनाया जा रहा था। उसे अपने वीर पूर्वज की पावन धरती का अपमान बताते हुये बबलू सिंह जवानों के उस गलत काम का विरोध करने चला गया। वह खिड़की से पूरी घटना देख रही थी।
उनके बेटे ने गलत काम का विरोध किया, तो तीन जवान और उनका खाना बनाने वाले बबलू के साथ मारपीट करने लगे। सभी लाठी-डंडे और राइफल के बट से उनके बेटे को मार रहे थे। इसे देख वह दूसरे बेटे कुंवर राहुल सिंह उर्फ राजू के साथ बीच-बचाव करने पहुंची। तब जवानों ने धक्का देकर उनको भी गिरा दिया और गाली-गलौज की गयी। कुछ देर के बाद जवान उनके बेटे को लेकर कहीं चले गये। उसके बाद उन्होंने अपने बेटे की काफी खोजबीन की, लेकिन पता नहीं चला। अगले दिन सुबह करीब आठ बजे पता चला कि उनके बेटे का शव जगदीशपुर के रेफरल अस्पताल में पड़ा है।
हंगामे की सूचना पर देर रात सदर अस्पताल पहुंचे डीएम और एसपी
डीएम और एसपी की पहल पर देर रात कराया गया शव का पोस्टमार्टम
Bablu murder case Jagdishpur: मंगलवार सुबह कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह की मौत के बाद से ही हंगामे का दौर चलता रहा। जगदीशपुर के रेफरल अस्पताल में पूरे दिन चले हंगामे के बाद एसडीओ की पहल पर तरह लोग शांत हुये और रात करीब 11 बजे शव सदर अस्पताल लाया गया। लेकिन वहां भी डीएम और एसपी को बुलाने सहित दोषी सीआईएटी जवानों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। परिजनों और लोगों ने शव को पोस्टमार्टम करने से रोक दिया।
सूचना मिलने पर सदर एसडीओ लाला ज्योति नाथ शाहदेव और एएसपी हिमांशु सहित अन्य अधिकारी पहुंचे, लेकिन लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। उसके बाद रात करीब 12 बजे डीएम रोशन कुशवाहा और एसपी विनय तिवारी सदर अस्पताल पहुंचे। दोनों अफसरों द्वारा गुस्साये परिजनों और लोगों को समझाकर शांत कराया। न्याय का भरोसा दिलाया गया। एसपी ने परिजनों को बताया कि एसआईटी गठित कर जांच जा रही है। दोषी जवानों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जायेगी। डीएम ने भी कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा। उसके बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की जा सकी।
बोर्ड गठित कर शव का किया गया पोस्टमार्टम, बेसरा रखा गया सुरक्षित
देर रात मामला शांत होने के बाद डीएम और एसपी के आदेश पर बोर्ड गठित कर शव का पोस्टमार्टम कराया गया। मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में शव का पोस्टमार्टम कराया गया। खुद डीएम और एसपी भी मौजूद रहे। पोस्टमार्टम के लिये डाक्टरों तीन सदस्यीय बोर्ड गठित की गयी। उसमें डा. प्रभात प्रकाश, डा. राजीव कुमार और डा. प्रमोद कुमार शामिल थे। पूरे पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करायी गई। इसके पूर्व जिस-जिस जगह पर परिजनों द्वारा चोट के निशान बताए गए। उन-उन जगहों का एक्स-रे कराया गया। वहीं मृतक के शव का वेसरा भी सुरक्षित रख दिया गया। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
मरकिन कपड़ा व प्लास्टिक की पन्नी नहीं मिलने से शव सौंपने में हुआ विलंब
कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह की मौत के बाद आरा सदर अस्पताल प्रशासन की लापरवाही भी सामने आयी। प्लास्टिक की पन्नी व कपड़े नहीं मिलने से पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को शव सौंपने में काफी विलंब हुआ। इससे अस्पताल प्रशासन के प्रति लोगों में नाराजगी देखी गयी। एसडीओ भी नाराज दिखे। बताया जाता है कि रात में पोस्टमार्टम के बाद शव पैक करने के लिये प्लास्टिक की पन्नी और मरकिन का कपड़ा नहीं मिल रहा था। इसको लेकर प्रशासन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
एसडीओ द्वारा सदर अस्पताल प्रशासन को पन्नी और मरकिन उपलब्ध कराने को कहा गया। इस पर बताया गया कि अस्पताल प्रशासन की ओर से यह चीज उपलब्ध नहीं कराया जाता है। यह परिजनों द्वारा दिया जाता है। इससे नाराज एसडीओ ने पूछा कि पोस्टमार्टम के बाद शव को कैसे परिजनों को सौंपते हैं? इसको लेकर कोई संतोषजनक जवाब अस्पताल प्रशासन द्वारा नहीं दिया गया। सूत्रों के अनुसार हंगामे और पोस्टमार्टम के दौरान सदर अस्पताल प्रशासन के जवाबदेह लोग गायब रहे।
बताया जाता है कि हंगामे के बाद पोस्टमार्टम के दौरान डीएम और एसपी समेत अन्य वरीय देर रात तक सदर अस्पताल में मौजूद रहे। लेकिन अस्पताल प्रशासन के अवसर नदारद रहे। सूत्रों की मानें तो सिविल सर्जन डा. रामप्रीत सिंह छुट्टी पर हैं। उनकी जगह पर डॉ. विनोद कुमार प्रभारी सीएस बनाए गए हैं। बताया जा रहा है कि अस्पताल के उपाधीक्षक एवं हेल्थ मैनेजर भी गायब रहे।