Badhara Bhojpur News : भोजपुर जिले में नौ दिनों से लापता युवक का शव शनिवार की सुबह बरामद हुआ है। उसका शव बड़हरा थाना क्षेत्र के मोहनपुर करजा गांव स्थित गांगी नदी पुल के नीचे शिव मंदिर के पास से किया गया है।
- हाइलाइट : Badhara Bhojpur News
- नौ दिनों से लापता युवक का शव नदी से बरामद
- हत्या कर शव को नदी में फेंकें जाने की जताई जा रही आशंका
- पोस्टमार्टम के लिए शव सदर अस्पताल से पटना रेफर
- बड़हरा थाना क्षेत्र के मोहनपुर करजा गांव स्थित नदी पुल के नीचे शनिवार की सुबह बरामद हुआ शव
आरा: भोजपुर जिले में नौ दिनों से लापता युवक का शव शनिवार की सुबह बरामद हुआ है। उसका शव बड़हरा थाना क्षेत्र के मोहनपुर करजा गांव स्थित गांगी नदी पुल के नीचे शिव मंदिर के पास से किया गया है। शव के मिलने से लोगों के बीच काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही। पुलिस द्वारा हत्या कर शव को नदी में फेंकें जाने की आशंका जताई जा रही है। जानकारी के अनुसार मृतक गीधा थाना क्षेत्र के बीरमपुर गांव निवासी स्व. उमेश सिंह का 27 वर्षीय पुत्र राजीव सिंह उर्फ छोटू है।
इधर, मृतक के बड़े भाई रोहित सिंह ने बताया कि 13 जून दिन गुरुवार को वह घर से बिना कुछ बोले बाहर निकाला था और वापस नहीं लौटा। परिजनों ने पांच दिनों तक सभी रिश्तेदारों के यहां फोन कर उसकी जानकारी ले ली गई और उसकी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था। इसके बाद 18 जून को परिजन द्वारा स्थानीय थाना में गुमशुदगी का आवेदन दिया।
इसी बीच शनिवार की सुबह मोहनपुर करजा गांव के स्थानीय ग्रामीण द्वारा उन्हें सूचना मिली कि गांव स्थित गांगी नदी पुल के नीचे शिव मंदिर के पास एक शव करीब एक सप्ताह से पड़ा हुआ है। सूचना पाकर परिजन वहां पहुंचे, उन्होंने इसकी सूचना बड़हरा थाना पुलिस को दी। सूचना पाकर पुलिस वहां पहुंची। परिजनों ने शव को देख उसकी पहचान की। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले आई। शव अधिक सड़-गल जाने के कारण उसे पोस्टमार्टम के लिए पटना रेफर कर दिया गया।
वहीं दूसरी ओर मृतक के बड़े भाई रोहित सिंह ने किसी भी व्यक्ति पर किसी भी प्रकार का कोई भी आरोप या आशंका नहीं जताई है। पुलिस द्वारा बनाए गए मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार युवक की हत्या कर शव को छुपाने के नियत से मोहनपुर करजा गांव स्थित गांगी नदी पुल के नीचे शिव मंदिर के पास फेंका जाना प्रतीत होता है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगा।
बताया जाता है कि मृतक अपने दो भाई व तीन बहन में छोटा था। मृतक के पिता उमेश सिंह एवं माता चंदावती देवी की मौत दस वर्ष पूर्व सड़क हादसे में हो गई थी। घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है। उसके परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है