Brahmapur Horse Race: भोजपुर जिले के शाहपुर निवासी कृष्णा पाण्डेय का घोड़ा है। कृष्णा पांडेय ने बताया कि यह घोड़ा पहली बार 2023 में इस मेले में आया था। इस बार यह घोड़ा ने सभी को पछाड़ते हुए फस्ट मारा है।
- हाइलाइट :-Brahmapur Horse Race
- घोडा रेस प्रतियोगिता 2024 का विजेता बना शाहपुर का घोड़ा कल्लू राजा
- मोतिहारी का एकता एक्सप्रेस घोड़ा दूसरे स्थान पर रहा
खबरे आपकी
बिहार/बक्सर: जिले के ब्रह्मपुर में आयोजित फाल्गुनी मेले में घोडा रेस प्रतियोगिता में इस बार शाहपुर का घोड़ा कल्लू राजा विजयी हुआ। मेला समिति और ब्रह्मपुर के मुख्य पार्षद द्वारा घोड़ा मालिक को 2024 का विजेता कप देकर नवाजा गया। यह घोड़ा शाहपुर निवासी कृष्णा पांडेय का है।
वहीं मोतिहारी का एकता एक्सप्रेस घोड़ा दूसरे स्थान पर रहा जिसको उपविजेता से नवाजा गया। जिसके मालिक फरहान अख्तर है। वही पिछली बार का विजता राकेट नामक घोड़ा इस बार सातवे स्थान पर रहा। इस घोड़े के मालिक द्वारा कमिटी पर हराने का आरोप लगाया गया है।
कहा गया की तीन बार रेस शुरू कर बीच में रोक दिया गया। साजिश के तहत मेरे घोड़े को हराया गया है। नहीं तो मेरा घोड़ा 23- 24 का जहां-जहां रेस हुआ उसमे जीता हासिल किया है। बहुत बड़ा बड़ा इनाम अपने नाम किया है। वहीं, इस आयोजन के बाद आठ दिनों तक चलने वाला ब्रह्मपुर का प्रसिद्ध फाल्गुनी मेला संपन्न हो गया।
शाहपुर निवासी कृष्णा पाण्डेय का कल्लू राजा नामक घोड़ा बना विजेता
बता दें कि कल्लू राजा नामक घोड़ा भोजपुर जिले के शाहपुर निवासी कृष्णा पाण्डेय का घोड़ा है। कृष्णा पांडेय ने बताया कि यह घोड़ा पहली बार 2023 में इस मेले में आया था। इस बार यह घोड़ा ने सभी को पछाड़ते हुए फस्ट मारा है। इसके पहले एक साल में यह घोड़ा एक बाइक और एक किलो चांदी भी जीत चुका है।
बात दे इस रेस में कुल 40 घोड़ों ने भाग लिया चार राउंड के सेमीफाइनल में प्रत्येक राउंड में 10-10 घोड़े दौड़ाए गए जिसमे से 2-2घोड़ों को फाइनल राउंड के लिए चुना गया। फाइनल राउंड में कुल 8 घोड़े शामिल हुए। जिसमें पहले स्थान पर कल्लू राजा तो दूसरे स्थान पर एकता एक्सप्रेस रहा।
अनंत सिंह और विवेका पहलवान का नही पहुंचा घोड़ा
बता दे की हर साल मेले की शोभा बनने वाला मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह घोड़ा इस बार मेले नही पहुंचा और नाही रेस के दिन भाग लेने के लिए पहुंचा। पिछली बार घोड़ा मेले में पहुंचा था लेकिन दो बार से हार का मुंह देखने के कारण पिछली बार ही रेस में भाग नही लिया था। लेकिन इस बार तो मेले में भी अनंत सिंह का घोड़ा नही पहुंचा। और ना ही विवेका फलावन का ही घोड़ा मेले में पहुंचा जो चर्चा का विषय बना हुआ था।
पढ़ें :- Brahmapur की ताजा खबर, ब्रह्मपुर बक्सर के ब्रेकिंग न्यूज in Hindi