Chirag Paswan – BPSC teacher: चिराग पासवान ने नीतीश सरकार के खिलाफ विरोध कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों का भी समर्थन किया। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षक नियुक्ति पूरी होगी या नहीं, आशंका है कि विवादों में उलझकर रह जाएगी। चिराग ने शिक्षक बहाली में गड़बड़ी की जांच की मांग की।
- हाइलाइट :-
- बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी भी लगा चुके हैं आरोप
- मांझी ने लैंड फॉर जॉब की तरह मनी फॉर जॉब घोटाला बताया
Chirag Paswan – BPSC teacher: बिहार लोक सेवा आयोग की 1.70 लाख पदों पर हुई शिक्षक बहाली परीक्षा के रिजल्ट में भारी गड़बड़ी के आरोप लग रहे अभ्यर्थियों ने नीतीश सरकार के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी भी दे दी है। अब लोजपा (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान ने उनका समर्थन किया है।
चिराग पासवान ने दाव किया कि बीपीएससी शिक्षक बहाली के रिजल्ट में धांधली की गई है। उन्होंने यह आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने बैकडोर यानी पिछले दरवाजे से लोगों को नौकरियां दी हैं। शिक्षक बहाली में भ्रष्टाचार हुआ है।
दूसरी ओर, पूर्व सीएम जीतनराम मांझी भी नीतीश सरकार पर बीपीएससी शिक्षक बहाली में लैंड फॉर जॉब की तरह मनी फॉर जॉब घोटाला होने का आरोप लगा चुके हैं। उन्होंने इस मामले की जांच की मांग भी की है।
पिछले दिनों जारी हुए बीपीएससी शिक्षक बहाली रिजल्ट में 1.70 लाख पदों के मुकाबले 1.22 लाख अभ्यर्थी ही पास हो सके। चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग जारी है। काउंसलिंग के बाद उनकी ट्रेनिंग होगी, फिर उन्हें नियुक्ति दे दी जाएगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो नवंबर को पटना के गांधी मैदान में नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटेंगे। नीतीश सरकार अब तक की सबसे बड़ी शिक्षक बहाली को सफल आयोजन बताने में जुटी है। वहीं, विपक्ष इसमें धांधली के आरोप लगाना शुरू कर दिया है। इससे बिहार के सियासत गर्मा गई है।
एनडीए के सहयोगी लोजपा (रामविलास) के प्रमुख सांसद चिराग पासवान ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि शिक्षक बहाली में गड़बड़ी तो हुई है। सीएम नीतीश कुमार के शासनकाल में पारदर्शिता से काम कहा होता है। हर जगह एक बैकडोर खुला रहता है कि किस तरीके से भ्रष्टाचार के जरिए अपने लोग नियुक्त हो। यही कारण है कि इतने सालों से नियुक्तियां लंबित होने के बावजूद आक्रोश देखने को मिलता है।
चिराग पासवान ने नीतीश सरकार के खिलाफ विरोध कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों का भी समर्थन किया। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षक नियुक्ति पूरी होगी या नहीं, आशंका है कि विवादों में उलझकर रह जाएगी। चिराग ने शिक्षक बहाली में गड़बड़ी की जांच की मांग की।
उन्होंने कहा कि आज हमारी सरकार होती तो तुरंत इसका हल निकाला जाता। मगर जिन्हें यह काम करना है, न तो उस विभाग के मंत्री और न ही मुख्यमंत्री इस दिशा में गंभीर हैं। सीएम नीतीश को इस बात से कोई फर्क ही नहीं पड़ता, वे जातियों में समाज को बांटने में लगे हुए हैं।