Shahpur water scheme: भोजपुर जिले के शाहपुर नगर पंचायत का है जहां नल-जल योजना या तो बंद पड़ी है या फिर कागजों में नगरवासियों को पानी दिया जा रहा है।
- हाइलाइट :- Shahpur water scheme
- वार्ड संख्या 01 स्थित पश्चिम पोखरा दलित बस्ती का मामला
- नगर के लोगों को कागजों में मिल रहा नल जल योजना का लाभ
आरा/शाहपुर: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय की महत्वपूर्ण योजनाओं में शुमार हर घर नल का जल योजना नगर पंचायत में लापरवाही क भेंट चढ़ गया है। लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं, लेकिन नल-जल योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। नगर प्रसाशन एवं प्रतिनिधि की मनमानी के चलते लोगों को नल-जल योजना के टोंटी से एक बूंद भी मयस्सर नहीं हो पा रहा है।
कागजों में मिल रहा नल जल योजना का लाभ
मामला भोजपुर जिले के शाहपुर नगर पंचायत का है जहां नल-जल योजना या तो बंद पड़ी है या फिर कागजों में नगरवासियों को पानी दिया जा रहा है। ऐसा ही एक दिलचस्प मामला नगर के वार्ड संख्या 01 स्थित पश्चिम पोखरा दलित बस्ती का है। जहां लाखों रुपए की लागत से नल-जल योजना के तहत तमाम व्यवस्थाएं की गईं। लेकीन नगर के लोगों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा।
आशा थी कि शुद्ध पानी उनके घरों तक पहुंचेगा
दलित बस्ती के लोगों को आशा थी कि नल जल योजना का शुद्ध पानी उनके घरों तक पहुंचेगा। लेकीन लोग निजी जल स्रोतों के सहारे पानी की व्यवस्था कर रहे हैं। जबकि कागजों में वार्ड एक की नल-जल योजना दलित बस्ती को पर्याप्त पानी दे रही है।
पाइप लाइनों में नहीं आया पानी
वार्ड एक स्थित दलित बस्ती निवासी अयोध्या पासवान, संजीत पासवान, शारदा पासवान, सोमेश पासवान, महेंद्र पासवानआदि का कहना है कि जब नल-जल योजना शुरू की गई थी। तब से आज तक पानी की सप्लाई शुरू नहीं की गई है। वाटर टावर टंकी में जब पानी चढ़ता ही नहीं है फिर पाइप लाइनों में पानी कहा से आयेगा। वार्ड में वाटर टावर की टंकी हम लोगों को मुंह चिढ़ा रही हैं। नल-जल योजना का लाभ हमलोगों को आज तक मिला ही नहीं है। भीषण गर्मी में हमलोग निजी स्रोतों से पानी की पूर्ति को मजबूर हैं।