Shahpur NGO – Blacklist: शाहपुर नगर पंचायत में लोगों का आक्रोश स्वच्छता के अभाव के कारण खूब रहा। पर्व के दौरान मुख्य सड़क पर जमा कूड़ा और नाले का गंदा पानी बहने के कारण श्रद्धालुओं की भावनाओं को काफी आहत किया।
- हाइलाइट : Shahpur NGO – Blacklist
- छठ महापर्व के दौरान शाहपुर में स्वच्छता की अनदेखी से आक्रोश
- महापर्व के अवसर मुख्य सड़क पर गंदगी ने श्रद्धालुओं की भावनाओं को भी काफी आहत किया
- शाहपुर नगर पंचायत के कई युवाओं ने स्थानीय पार्षदों को फोन लगाकर सुनाई खूब खरी खोटी
आरा/शाहपुर: छठ महापर्व, जो कि अपने सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है, छठ पूजा जैसे महापर्व के अवसर पर स्वच्छता की अनदेखी करना न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से अस्वीकार्य है, बल्कि सामाजिक स्वास्थ्य के लिए भी नुकसानदायक है। इस बार शाहपुर नगर पंचायत में लोगों का आक्रोश स्वच्छता के अभाव के कारण खूब रहा। पर्व के दौरान मुख्य सड़क पर जमा कूड़ा और नाले का गंदा पानी बहने के कारण श्रद्धालुओं की भावनाओं को काफी आहत किया। इस गौरवमयी महापर्व के अवसर पर नगर में सफाई की अनदेखी एक गंभीर विषय रही। लोगों ने इसे धार्मिक आस्था का अपमान बताया। कहा की धार्मिक आस्थाओं का सम्मान करते हुए नगर प्रशासन को स्वच्छता की प्राथमिकता देनी चाहिए।
Shahpur NGO – Blacklist: युवाओं ने फोन लगाकर खूब सुनाई खरी खोटी
शाहपुर नगर पंचायत के छठ घाट जानेवाले श्रद्धालुओं, जनप्रतिनिधियों और आम जनता में भारी आक्रोश देखा गया। इस दौरान कई युवाओं ने स्थानीय पार्षदों को फोन लगाकर खूब खरी खोटी सुनाई। वही वार्ड पार्षदों ने इसकी शिकायत नगर के कार्यपालक पदाधिकारी नेशात आलम से करते हुए सफाई एनजीओ प्रताप सेवा संकल्प गोविंद फूलकान मुजफ्फरपुर को ब्लैकलिस्ट करने की माँग कर डाली है।
सफाई एनजीओ की विफलता: शाहपुर नगर पंचायत से हर माह करीब 12 लाख रुपया ले रहे मुजफ्फरपुर की सफाई एनजीओ प्रताप सेवा संकल्प गोविंद फूलकान ने स्वच्छता सुनिश्चित करने में इस बार विफलता दिखाई। सफाई कर्मी व संसाधन के अभाव में गंदगी हटाने में आवश्यक कदम नहीं उठाया गया। इसके परिणामस्वरूप जनप्रतिनिधियों और आम जनता दोनों में आक्रोश उत्पन्न हुआ। लोग न केवल एनजीओ की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं, बल्कि उन्हें ब्लैकलिस्ट करने की माँग भी कर रहे हैं।
पूर्व मुख्य पार्षद बिजय कुमार सिंह ने कहा की महापर्व के दौरान स्वच्छता और सामाजिक जिम्मेदारी का यह मामला इस बात की ओर इशारा करता है कि नगर प्रशासन को अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना चाहिए। किसी भी त्योहार के दौरान, स्वच्छता का ध्यान रखना प्रशासनिक अनिवार्यता होती है। आने वाले समय में प्रतिनिधियों को इस विषय पर गम्भीरता से विचार करना होगा ताकि भविष्य में ऐसे अप्रिय दृश्य दोबारा देखने को न मिलें।
उपमुख्य पार्षद झुनीया देवी ने कहा की छठ महापर्व के दौरान शाहपुर में सफाई की कमी ने श्रद्धालुओं की भावनाओं को भी काफी आहत किया है। लापरवाह सफाई एनजीओ को ब्लैकलिस्ट करने का पत्र कार्यपालक पदाधिकारी को दिया जाएगा।
लापरवाह एनजीओ पर होगी कारवाई: नगर के छठ पूजा घाट पर उपस्थित कार्यपालक पदाधिकारी नेशात आलम से प्रतिनिधियों व लोगों ने सफाई दृश्य को लेकर चिंता जाहीर किया। नगर के लोगों ने इस स्थिति का विरोध करते हुए कार्यपालक से मांग की है कि सफाई व्यवस्था को तुरंत सुधार किया जाए। वही कार्यपालक ने कहा की स्वच्छता किसी भी उत्सव का अभिन्न हिस्सा है और इसे सुनिश्चित करने में लापरवाह एनजीओ पर कारवाई की जाएगी।