CBI – Bhojpur: बड़हरा इलाके से दस माह पूर्व बाइक समेत युवक कमलेश राय के अपहरण मामले की जांच करने सीबीआई की टीम शनिवार को भोजपुर पहुंची।
- हाइलाइट :- CBI – Bhojpur
- दस माह पूर्व अगवा युवक की तलाश में भोजपुर पहुंची सीबीआई की टीम
- सिन्हा थाने के महुली घाट और बड़हरा के कोल्हरामपुर पहुंच कर टीम ने लिया जाएजा
- बिहार-झारखंड के ज्वाइंट डायरेक्टर के नेतृत्व में पहुंची सीबीआई की आठ सदस्यीय टीम
- 13 जुलाई 2023 को महूली घाट से लापता हुआ था 30 वर्षीय युवक
- परिजन द्वारा सिन्हा ओपी में दर्ज कराई गई थी प्राथमिकी
- हाई कोर्ट के निर्देश 28 फरवरी 2024 को सीबीआई में दर्ज हुई थी प्राथमिकी
- 1 मार्च से सीबीआई ने शुरू की थी मामले की जांच
CBI – Bhojpur आरा: बड़हरा इलाके से दस माह पूर्व बाइक समेत युवक कमलेश राय के अपहरण मामले की जांच करने सीबीआई की टीम शनिवार को भोजपुर पहुंची। बिहार-झारखंड सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर राजीव रंजन के नेतृत्व में आठ सदस्यीय टीम ने सिन्हा थाना क्षेत्र के महुली गंगा नदी घाट और बड़हरा के कोल्हरामपुर पहुंच जायजा लिया। टीम पहले महुली गंगा घाट गयी और अपने स्तर से छानबीन की। उसके बाद अगवा युवक के गांव कोल्हरामपुर पहुंची। वहां अगवा युवक के परिजनों से विभिन्न बिंदुओं की जानकारी ली। केस के तत्कालीन आइओ और सिन्हा थाने के दारोगा चंद्रशेखर चौधरी से भी जानकारी हासिल की। उसके अलावा युवक के मोबाइल के लोकेशन की भी जानकारी ली। बाद में सीबीआई की टीम आरा पहुंची और अफसरों संग मंथन किया। हालांकि फिलहाल इस मामले में कोई ठोस सुराग सीबीआई को हासिल नहीं हो सका है।
युवक का नहीं मिल पाया सुराग
बता दें की 13 जुलाई 2023 को बड़हरा थाना क्षेत्र के कोल्हरामपुर गांव निवासी राजेश राय का 30 वर्षीय पुत्र कमलेश कुमार आरा के मौलाबाग निवासी अपनी दादिया सास के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए बाइक से महुली गंगा नदी घाट गया था। शाम चार बजे रिश्तेदार से बड़हरा जाने की बात कह वह निकल गया था है। रात तक वापस नहीं आया, तो परिजनों की ओर से संपर्क करने की कोशिश की गई। तब उसका मोबाइल बंद बताने लगा। काफी प्रयास और खोजबीन के बाद भी कमलेश राय का पता नहीं चला, तो परिजनों द्वारा 14 जुलाई 2023 को सिन्हा ओपी में अपहरण का केस दर्ज किया गया था। पुलिस के खोजबीन के बाद भी अगवा युवक का सुराग नहीं मिल पाया था।
हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई को सौंपी गयी जांच, मोबाइल लोकेशन की सीबीआई ने ली जानकारी
बताया जा रहा है कि केस दर्ज कराये जाने के बाद भी पुलिस द्वारा अगवा युवक की बरामदगी नहीं की जा सकी। तब परिजन द्वारा पुलिस पर ढुलमुल रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कमलेश राय की बरामदगी के लिए हाईकोर्ट में गुहार लगाई गई। हाई कोर्ट के निर्देश पर केस सीबीआई को सौंपा गया। उस मामले 28 फरवरी 2024 को सीबीआई में 3 (s) 2024 को रजिस्टर हुआ था। सीबीआई ने एक मार्च 2024 से जांच शुरू कर दिया। कांड के अनुसंधानकर्ता सीबीआई के अफसर सुनील कुशवाहा है। उसी की जांच करने टीम शनिवार को भोजपुर पहुंची। उस दौरान सीबीआई ने अगवा युवक के मोबाइल के सीडीआर का जांच की। फर्स्ट एवं लास्ट लोकेशन की जानकारी ली। इधर, जांच करने के लिए सीबीआई टीम के पहुंचने से अगवा युवक के पिता राजेश राय सहित अन्य परिजनों में न्याय की उम्मीद जग गई।
पत्नी से बात करने के बाद बंद हो गया था युवक का मोबाइल, आज तक नहीं मिला सुराग
बताया जा रहा है कि कोल्हरामपुर गांव निवासी कमलेश राय अपने दादी सास के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए बाइक से सिन्हा के महुली स्थित गंगा नदी घाट गया था। रात में उसने अपनी पत्नी से बात की थी। तब उसके द्वारा भाभी से खाना बनाने के लिए बोला गया था। कहा था कि उसके मोबाइल का बैटरी लो है। कुछ देर में मोबाइल बंद हो जाएगा। उसके बाद वह अब तक घर नहीं लौटा और उसकी बाइक भी बरामद नहीं हो सकी है।