इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम शुरू, अब एक कॉल पर मिलेगी मदद
डायल-112
पुलिस अॉफिस में गुरुवार को एसपी ने इआरवी को हरी झंडी दिखा शुरू की सेवा
24 घंटे एक्टिव रहेंगे वाहन, 112 पर संदेश मिलते ही मदद को पहुंचेगी पुलिस
कंट्रोल रूम से डीसीसी तक हाईटेक, एमडीटी डिवाइस से लैस होंगे वाहन
जीपीएस से लोकेशन प्राप्त कर मोबाइल डेटा टर्मिनल के जरिये पहुंचेगी टीम
आरा। आपात स्थिति में पब्लिक को मदद पहुंचाने के लिये पुलिस का इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम गुरुवार को भोजपुर में शुरू हो गया। एसपी संजय कुमार सिंह द्वारा इमरजेंसी रिस्पांस वाहनों को हरी झंडी दिखा कर इसकी शुरुआत की। इससे पहले एसपी ने इआरवी और इस पूरी टीम में शामिल अफसरों व जवानों की ब्रीफिंग की। इस दौरान एसपी द्वारा सभी कर्मियों को उनके कर्तव्यों की जानकारी दी और इमानदारी से आपात स्थिति में फंसे लोगों की मदद करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही सिस्टम काम करने लगा। अब आपात स्थिति में आम नागरिकों को 112 पर डायल करने पर तुरंत मदद मिलेगी। एसपी ने बताया कि इआरएसएस (डायल -112) सरकार की अत्याधुनिक और कंप्यूटर ऐडेड डिस्पैच आधारित एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। इसके तहत जिले के किसी भी स्थान पर कोई समस्या उत्पन्न होने पर नागरिकों को 112 नंबर पर डायल करना होगा। उसके बाद पुलिस उनकी मदद में जुट जायेगी। एसपी ने कहा कि ईआरएसएस परियोजना के संचालन के लिए बिहार पुलिस रेडियो टैक्स भवन राजबंशी नगर पटना में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (सीसीसी) स्थापित किया गया है। आपात स्थिति के किसी भी नागरिक द्वारा दूरभाष नंबर -112/ईमेल/पैनिक बटन और 112 मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से केंद्रीय कॉल सेंटर को संदेश दिया जाएगा। चूंकि कॉल सेंटर जीपीएस सिस्टम से लैस है। ऐसे में संदेश प्राप्त होते ही केंद्रीय कॉल सेंटर को पीड़ित व्यक्ति का लोकेशन और नाम-पता मिल जाएगा। उस आधार पर सीसीसी द्वारा जिला समन्वय केंद्र के जरिये एमटीडी डीवाईस से लैस इमरजेंसी रिस्पांस वैक्किल को तुरंत पीड़ित की मदद के लिए भेजा जाएगा।
इआरवी की एमडीटी स्क्रीन के जरिये मिलेगी सूचना
आरा। पीड़ित का संदेश मिलने के साथ ही सीसीसी की ओर से डीसीसी और इआरवी को कम्प्यूटर एडेड डिस्पैच के माध्यम से सूचित किया जायेगा| इसके तहत इआरवी की एमडीटी स्क्रीन पर केस एसाइन होगा| उसके बाद ही ईआरबी में तैनात पदाधिकारी कर्मी द्वारा केस को एक्सेप्ट करेंगे। केस एक्सेप्ट करने के बाद पदाधिकारी बल के साथ यथाशीघ्र घटना के लोकेशन पर पहुंचेंगे। घटनास्थल पर पीड़ित व्यक्ति को सहायता प्रदान करने के बाद ईआरवी प्रभारी/कर्मी द्वारा एमडीटी स्क्रीन पर की गई कार्रवाई की जानकारी देते हुए कंप्लीट बटन को क्लिक करेंगे। इससे एक एटीआर (एक्शन टेकन रिपोर्ट) सीसीसी एंड डीसीसी को चली जाएगी।
आपात मदद के लिये जिले को मिले दस आधुनिक और सुविधा युक्त वाहन
आरा। इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम डायल 112 और अत्याधुनिक एवं कंप्यूटर ऐडेड डिस्पैच आधारित महत्वाकांक्षी परियोजना है। इसके तहत लोगों की मदद के लिये भोजपुर जिला को 10 वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। सभी आधुनिक और हर तरह की सुविधा से लैस है| उसमें फर्सट एड किट और ट्रेंड कर्मी भी हैं| वाहनों में एक पुलिस पदाधिकारी 3 जवान और एक चालक की तैनाती की गई है। 2 पारियों में ड्यूटी की जायेगी। उपलब्ध 10 वाहन को भोजपुर जिले के विभिन्न थाना नगर, नवादा, मुफस्सिल, कोईलवर, पीरों, बिहिया, जगदीशपुर, सहार, शाहपुर और बड़हरा से जोड़ा गया है। इसके संचालन के लिये जिला स्तर पर जिला समन्वय केंद्र डिस्ट्रिक्ट कोआर्डिनेशन सेंटर बनाया गया है। उसमें पुलिस अवर निरीक्षक स्तर के पदाधिकारी और जवानों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम जिला में प्रारंभ होने से आम नागरिकों को काफी सहूलियत होगी। यह प्रणाली 365 गुणा 24 के तहत काम करेगा।