शाहपुर नगर पंचायत की घटना, आरा एससी-एसटी थाने में दर्ज हुआ मामला
आरा। भोजपुर की शाहपुर नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी जुल्फिकार अली प्यामी के खिलाफ आखिरकार दलित उत्पीड़न की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी। तीन दिनों तक चली जांच व कई लोगों से पूछताछ के बाद आरा एससी-एसटी थाने में केस दर्ज कर लिया गया। उन पर ठेकेदार ललन पासवान के साथ अभद्र व्यवहार व गाली-गलौज करने का आरोप लगा है। हालांकि कार्यपालक पदाधिकारी ने ठेकेदार के आरोपों को गलत बताया है।
एग्रीमेंट की जानकारी लेने गये संवेदक के साथ घटना को दिया गया अंजाम
जानकारी के अनुसार बिहिया थाना क्षेत्र के झौवां गांव निवासी संवेदक ललन पासवान द्वारा भोजपुर एसपी व आरा एससी-एसटी थाने में आवेदन देकर शाहपुर कार्यपालक पदाधिकारी पर जाति सूचक शब्द का प्रयोग व गाली-गलौज करने का आरोप लगाया गया है। कहा गया है कि वह नल-जल योजना के एग्रीमेंट की बात करने कार्यपालक पदाधिकारी के ऑफिस में गये थे। वहां पर अधिकारी द्वारा उन्हें जाति सूचक शब्द से संबोधित करते हुए अभद्र व्यवहार किया गया था।
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कार्यपालक पदाधिकारी पर दलित ठेकेदार के साथ गाली-गलौज का आरोप
उस आवेदन के आलोक में बुधवार को एससी एसटी थाना प्रभारी श्वेता पोद्दार शाहपुर पहुंची और नगर पंचायत के कर्मियों व अन्य संवेदकों से पूछताछ की। इस दौरान उन्हें कार्यपालक पदाधिकारी तो नहीं मिले लेकिन नगर पंचायत के कुछ स्थानीय संवेदकों से पूछताछ की। इस दौरान संवेदकों ने बताया कि कार्यपालक पदाधिकारी संवेदकों से काफी गलत तरीके से मिलते हैं। कई संवेदकों को पूर्व में भी कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया है। जिसको लेकर थाना को बीच बचाव करना पड़ा तो कुछ ने क्षुब्ध होकर धरना प्रदर्शन तक किया।
इधर कार्यपालक पदाधिकारी जुल्फेकार अली प्यामी ने बताया कि संवेदक द्वारा लगाए गए सभी आरोप पूरी तरह से गलत है निराधार है।
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