GM Hajipur Zone: छत्रसाल सिंह (जीएम हाजीपुर जोन) ने बताया कि आरा में प्रयोग के नई तकनीक मेंटेनेंस के लिए लायी गयी है। यह रेल परिचालन को सुरक्षित और आरामदायक बनाने के साथ ही समय की बचत करने वाला होगा।
- हाइलाइट्स: GM Hajipur Zone
- जीएम छत्रसाल सिंह ने आरा कोचिंग डिपो में विकसित नई तकनीक का लिया जायजा
- फिलहाल एक कोच में लगाए गए आधुनिकतम इक्विपमेंट और सेंसर
आरा। भारतीय रेलवे को रेल परिचालन में दानापुर रेल मंडल कई नई सौगात देने जा रहा है। इसमें रियल टाइम इंफार्मेशन रेलवे को प्राप्त होगा जो न सिर्फ कोच मेंटेनेंस के दौरान काम आएगा, बल्कि रेल परिचालन के दौरान कोच में किसी प्रकार की समस्या आने पर तत्काल एप के माध्यम से मैसेज भेज कर कंट्रोलिंग अथारिटी को यह बताएगा कि कोच के किस हिस्से में और कितना बड़ा डैमेज हुआ है।
रेलवे इस मैसेज को ट्रैक कर तत्काल यह निर्णय ले सकेगा कि कोच में किस स्तर पर मरम्मत की आवश्यकता है। इससे समय की बचत के साथ ही बड़े हादसों को टाला जा सकेगा। इसके अलावे रेलवे को एक कोच के मेंटेनेंस में फिलहाल जो समय लगता है उससे लगभग एक तिहाई समय की बचत होगी। इस तरह किसी गाड़ी के लेट होने के बावजूद समय से खोलने में रेलवे सक्षम हो सकेगा।
और यह सब संभव होगा आरा के डिपो में पहली बार पंद्रह नई तकनीकों के उपयोग से। इसमें विभिन्न तरह के सेंसर, कैमरा आधारित उपकरण आदि पहली बार लगाए गए हैं, जो पूरी तरह दानापुर रेल मंडल के दल द्वारा विकसित किए गए हैं।
एडीआरएम आधार राज ने इन सभी तकनीकी का जीएम के समक्ष प्रदर्शन किया तथा उनको ग्राफिक्स की मदद से इनकी काम करने की प्रणाली और विशेषता की जानकारी दी। इस दौरान छत्रसाल सिंह (जीएम हाजीपुर जोन) ने पत्रकारों को बताया कि आरा में प्रयोग के नई तकनीक मेंटेनेंस के लिए लायी गयी है। यह रेल परिचालन को सुरक्षित और आरामदायक बनाने के साथ ही समय की बचत करने वाला होगा।