पसंद नहीं थी सांवली पत्नी, तो पति द्वारा रच डाली गयी हत्या की साजिश
हार्डवेयर व्यावसायी दंपती को गोली मारने का खुलासा, दो शूटर गिरफ्तार
दो लाख रुपये सुपारी देकर व्यवसायी द्वारा कराया गया हमला
फायरिंग में इस्तेमाल देसी पिस्टल, बाइक, मोबाइल और दो गोली बरामद
गजराजगंज ओपी क्षेत्र के बड़कागांव के पास बुधवार की रात मारी गयी थी गोली
आरा। आरा-बक्सर नेशनल हाईवे पर शहर से सटे गजराजगंज ओपी क्षेत्र के बड़कागांव के पास आरा निवासी व्यावसायी दंपती को गोली मारे जाने का खुलासा हो गया। सांवली पत्नी पसंद नहीं होने के कारण व्यावसायी द्वारा ही उसकी हत्या करने की साजिश रची गयी थी। इसके लिए दो लाख सुपारी देकर दो शूटर हायर किये गये थे। घटना को अंजाम देने के लिए व्यवसायी द्वारा शूटरों को अपनी बाइक भी उपलब्ध करायी गयी थी। पुलिस द्वारा दोनों शूटरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके पास से फायरिंग में इस्तेमाल देसी पिस्टल, बाइक, दो मोबाइल और दो गोलियां भी बरामद की गयी है। गिरफ्तार शूटरों में नगर थाना क्षेत्र के बिंदटोली निवासी कामेश्वर प्रसाद का पुत्र कृष्णाकांत गुप्ता और बड़हरा थाने के मटुकपुर गांव निवासी संजय तिवारी का पुत्र नवनीत कुमार तिवारी शामिल हैं। नवनीत कुमार तिवारी फिलहाल नगर थाने के मारुति नगर में रहता है।
दोनों जख्मी व्यवसायी उत्तर कुमार विश्वकर्मा के दोस्त हैं। एसपी संजय कुमार सिंह ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दंपती को गोली मारे जाने की घटना के बाद एएसपी हिमांशु व डीएसपी मुख्यालय विनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गयी थी। टीम द्वारा जख्मी संध्या देवी के बयान, लोकल इनपुट और तकनीकी जांच के आधार पर कृष्णकांत गुप्ता और नवनीत कुमार तिवारी को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से पिस्टल और गोलियां बरामद की गयी। पूछताछ में दोनों द्वारा घटना में शामिल होने की बात स्वीकार कर ली गयी। उनकी निशानदेही पर घटना को लेकर इस्तेमाल मोबाइल भी बरामद कर लिया गया।
बता दें कि बुधवार की रात रेस्टोरेंट में खाना खाने जा रहे शहर के बिंद टोली निवासी हार्डवेयर व्यवसायी उत्तम कुमार विश्वकर्मा और उसकी पत्नी संध्या देवी को गोली मार दी गयी थी। उसमें दोनों गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे।
हिरासत में लिया गया गोली से जख्मी हार्डवेयर व्यावसायी
आरा। हमले के दौरान गोली से जख्मी हार्डवेयर व्यावसायी उत्तम कुमार विश्वकर्मा भी जेल जायेगा। पुलिस ने उसे भी हिरासत में ले लिया है। व्यवसायी पर अपनी पत्नी की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा है। एसपी द्वारा इसकी पुष्टि की गयी है। उन्होंने बताया कि हार्डवेयर व्यवसायी को भी गोली लगी थी। हालांकि अपराधियों को सिर्फ उसकी पत्नी को मारने की मंशा थी, लेकिन गलती से व्यवसायी को गोली लग गयी थी। घटना के बाद व्यवसायी की पत्नी संध्या देवी द्वारा पति पर साजिश करने का आरोप लगाया गया था। गिरफ्तार शूटरों से पूछताछ के दौरान भी व्यवसायी द्वारा साजिश करने की साजिश रचने की बात सामने आयी है। घटना के बाद मिले साक्ष्य भी इस बात के सबूत मिले रहे हैं। इस आधार पर जख्मी व्यावसायी को हिरासत में ले लिया गया है। फिलहाल उनका इलाज चल रहा है। इलाज होने के बाद न्यायिक प्रक्रिया के तहत जेल भेजा जाएगा।
किराना व्यवसायी और ताइद पुत्रों ने ली थी सुपारी, गलती से व्यवसायी को लगी गोली
आरा। हार्डवेयर व्यावसायी उत्तम कुमार विश्वकर्मा द्वारा पत्नी संध्या देवी का काम तमाम करने के लिए दो शूटरों को हायर किया था। इसके लिए दो लाख की सुपारी दी गयी थी। पुलिस के अनुसार दोनों शूटरों ने पूछताछ में बताया कि व्यावसायी द्वारा पहले भी पत्नी के बारे में बात की थी। उसके बाद हत्या करने की साजिश रची गयी थी। डील फाइनल होने के बाद दोनों शूटर पहले से ही घात लगा कर बैठे थे। व्यावसायी उत्तम कुमार अपनी जैसे ही पत्नी को बाइक से लेकर घटनास्थल पर पहुंचा। तभी दोनों शूटर ने उसकी पत्नी पर फायरिंग शुरू कर दी। उस दौरान व्यावसायी की पत्नी को ताबड़तोड़ पांच गोलियां मारी गयी। लेकिन गलती से एक गोली व्यावसायी के सीने में जा लगी। पुलिस सूत्रों की मानें तो शूटरों ने व्यावसायी की पत्नी को गोली मारने के लिए पिस्टल की पूरी मैगजीन खाली कर दी थी। हालांकि संयोग अच्छा था कि दोनों की जान बच गयी। बताया जाता है कि अभियुक्तों ने घटना के समय उपयोग में लाया गया मोबाइल को क्षतिग्रस्त कर दिया था, ताकि वह पुलिस के पकड़ में नहीं आए।
पत्नी को मरवाने के चक्कर में फंसे व्यावसायी, गोली तो लगी ही जेल भी होगी
आरा। सांवली सलोनी पत्नी से छुटकारा पाने के चक्कर में हार्डवेयर व्यावसायी उत्तम कुमार विश्वकर्मा बुरी तरह फंसे गये। पहले गोली खानी पड़ी और अब जेल भी जाना होगा। बताया जा रहा है कि व्यावसायी की पत्नी संध्या का रंग सांवला था। इसकी वजह से व्यवसायी को संध्या पसंद नहीं थी। ऐसे में उसे छुटकारा पाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने पत्नी संध्या देवी को मरवाने के लिए पूरी प्लानिंग कर ली थी। दो शूटरों को दो लाख रुपये में सुपारी दी थी। शूटरों को घटनास्थल पर जाने के लिए अपनी काले रंग की पल्सर बाइक भी दी थी। लेकिन इसे दुर्भाग्य कहें या कुछ और कि पत्नी की हत्या कराने के चक्कर में व्यवसायी खुद ही अपने भाड़े के शुटरों के गोली का शिकार हो गया। उसे सीने में बीचो-बीच गोली लग गई। इससे वह गंभीर हो गया। वहीं उसकी पत्नी पांच गोली लगने के बाद भी बच गई।
कांड के उद्भेदन में टीम ने किया सराहनीय कार्य
आरा। हार्डवेयर व्यावसायी दंपति को गोली मारने के मामले का खुलासा करने वाली टीम ने सराहनीय कार्य किया है। इसके लिए टीम को पुरस्कृत किया जाएगा। छापेमारी दल में सहायक पुलिस अधीक्षक सह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (आरा सदर) हिमांशु, पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) विनोद कुमार सिंह, डीआईयू के प्रभारी इंस्पेक्टर शंभू भगत, नगर थाना इंचार्ज अनिल कुमार सिंह, नवादा थानाध्यक्ष अविनाश कुमार, गजराजगंज ओपी अध्यक्ष चंदन कुमार, महिला थानाध्यक्ष नीतू कुमारी, डीआईयू शाखा के दारोगा अवधेश कुमार, रजनीकांत, गजराजगंज ओपी के दरोगा रौशन कुमार, मुफस्सिल थाना के दारोगा सोनी भारती, जवान अविनाश कुमार, विकास कुमार, शैलेश कुमार, धर्मेंद्र कुमार, राजेश कुमार (डीआईयू) एवं राकेश रोशन कुमार (गजराजगंज ओपी) शामिल थे।