क्रिकेट इतिहास में 12 मार्च की तारीख काफी बड़े अक्षरों में लिखी है. इस दिन एक ऐसी घटना हुई थी जिसने क्रिकेट की दुनिया को बदल डाला था. साथ ही इस कहावत को पुख्ता किया था कि क्रिकेट में अनिश्चितताओं का खेल है. 12 मार्च 2006 के दिन दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच जोहानिसबर्ग के मैदान में एक ऐतिहासिक वनडे मैच खेला गया था. जहां पर पहली बार 400 रन का आंकड़ा पार हुआ और फिर पहले ही मैच में 400 प्लस का लक्ष्य भी हासिल हो गया था. इस मैच में कुल 872 रन बने. 89 चौके लगे और 26 छक्के लगे. एक मजेदार बात यह भी कि जो खिलाड़ी इस मैच का नायक रहा वो शराब के हैंगओवर से जूझ रहा था. क्योंकि एक रात पहले वो खिलाड़ी देर रात एक बजे तक शराब गटका रहा था. यह खिलाड़ी था हर्शल गिब्स. गिब्स की 111 गेंद में 175 रन की धुआंधार पारी ने दक्षिण अफ्रीका को जीत दिलाई थी.तो कैसे खेला गया यह मैच आइए जानते हैं. ऑस्ट्रेलिया की टीम दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर थी. उस समय इन दोनों टीमों के बीच तगड़ी वाली प्रतिस्पर्धा थी. एकदूसरे को हराने के लिए टीमों में होड़ मची रहती थी. तो वनडे सीरीज के दौरान पहले चार मैचों में दोनों टीमें 2-2 से बराबर थी. अब मैच जोहानिसबर्ग में खेला जाना था. कंगारु टीम के कप्तान रिकी पोंटिंग ने टॉस जीता और बैटिंग चुन ली. एडम गिलक्रिस्ट (55) और साइमन कैटिच (79) ने टीम को जोरदार शुरुआत दी. दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 97 रन की साझेदारी हुई. 16वें ओवर में गिलक्रिस्ट के रूप में पहला विकेट गिरा. अब मैदान में आए ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग. वे शुरू से ही आक्रामक मूड में रहे. उन्होंने 43 गेंद में छह चौकों और दो छक्कों से पचास रन पूरे किए. साथ ही कैटिच के साथ दूसरे विकेट के लिए 91 गेंद में 119 रन की तेजतर्रार साझेदारी की. नतीजा यह हुआ कि ऑस्ट्रेलिया वे 30वे ओवर तक 200 रन से ज्यादा बना लिए थे.
पोंटिंग ने बनाया सबसे तेज 150 रन का रिकॉर्ड
कैटिच के आउट होने पर पोटिंग का साथ देने माइक हसी आए. वे भी शुरू से ही बड़े शॉट लगाते दिखे. उन्होंने सात चौकों और एक छक्के से 33 गेंद में अपने 50 रन पूरे किए. ऐसे में 40वें ओवर में कंगारू टीम ने 300 रन का आंकड़ा भी पार कर लिया. पोंटिंग और हसी ने 68 गेंद में 11 चौकों और दो छक्कों से शतकीय साझेदारी कर ली. इस दौरान पोंटिंग ने भी अपना शतक पूरा कर लिया. उन्होंने 71 गेंद में 100 रन का आंकड़ा छुआ. इसके बाद आखिरी 10 ओवरों में तो ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने कहर बरपा दिया. उन्होंने आखिरी 60 गेंद में 134 रन कूट दिए. पोंटिंग 105 गेंद में 13 चौकों और नौ छक्कों के सहारे 164 रन की बड़ी पारी खेलकर आउट हुए. इस दौरान उन्होंने सबसे तेज 150 रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. उन्होंने 99 गेंद में यह कारनामा किया. बाद में यह रिकॉर्ड डिविलियर्स ने अपने नाम कर लिया था.
माइक हसी भी बढ़िया रंग में थे लेकिन वे शतक से चूक गए. उन्होंने 51 गेंद में नौ चौकों और तीन छक्कों के सहारे 81 रन की पारी खेली. आखिरी में एंड्रयू साइमंड्स ने 13 गेंद में तीन चौके और एक छक्का लगाकर नाबाद 27 रन बनाए और टीम को 434 रन तक पहुंचा दिया. पूरी पारी में ऑस्ट्रेलिया के महज चार विकेट गिरे. मेजबान टीम के सब गेंदबाजों की धुनाई हुई. हालांकि किसी ने भी 87 रन से ज्यादा नहीं दिए. इतिहास बन चुका था. ऑस्ट्रेलिया 4 विकेट पर 434 रन बनाकर क्रिकेट इतिहास के सबसे बड़े वनडे स्कोर के साथ खड़ा था. सबको लग रहा था कि उसने मैच भी अपने नाम कर लिया है. लेकिन अभी एक पारी बची थी और बहुत सारा आश्चर्य घटने वाला था.
हर्शल गिब्स ने अकेले दम पर ऑस्ट्रेलिया को किया पीछे
दक्षिण अफ्रीका के लिए कप्तान ग्रीम स्मिथ और बोएटा डिपेनार ने लक्ष्य का पीछा शुरू किया. अब स्कोरबोर्ड पर तीन रन ही टंगे थे कि नाथन ब्रेकन ने डिपेनार (1) को बोल्ड कर दिया. उनकी जगह गिब्स क्रीज पर आए. अब असली खेल शुरू हुआ. स्मिथ ने 10 चौकों के सहारे 33 गेंद तो गिब्स ने छह चौकों और एक छक्के से 46 गेंद में अर्धशतक पूरे किए. 13वां ओवर आते-आते दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 100 रन के पार हो गया. यहां तक मेजबान टीम काफी आगे थी. कप्तान स्मिथ 55 गेंद में 13 चौकों और दो छक्कों के सहारे 90 रन बनाकर दूसरे विकेट के रूप में आउट हो गए. अब एबी डिविलियर्स मैदान में आए. गिब्स ने उनके साथ मिलकर तेजतर्रार 94 रन जोड़े. लेकिन इनमें डिविलियर्स का योगदान केवल 14 रन का था. बाकी सारे रन गिब्स ने बनाए थे.43 रन में तीन विकेट और दक्षिण अफ्रीका की थमी सांसें
गिब्स ने 79 गेंद में 11 चौकों और तीन छक्कों से 100 रन पूरे किए. फिर 100 गेंदों में ही उन्होंने 150 रन का आंकड़ा भी पार कर लिया. ऐसे में 33वें ओवर तक आते-आते दक्षिण अफ्रीका ने 300 रन बना लिए थे. उसे अब 18 ओवर में 135 रन चाहिए थे जो मेजबान टीम के अभी तक के खेल के हिसाब से आसान लग रहे थे. लेकिन यहीं पर मैच पलटा. ब्रेकन ने पहले एबीडी को आउट किया. कुछ देर में ही साइमंड्स ने गिब्स को भी रवाना कर दिया. ज्यादा देर नहीं हुई होगी कि जैक कैलिस (20) भी ड्रेसिंग रूम का हिस्सा बन गए. 43 रन के अंदर तीन बड़े बल्लेबाज आउट हो गए. इससे रनगित धीमी हुई. 33वें ओवर में 300 रन तक पहुंचने मेजबान टीम के 350 रन 43वें ओवर में बने. यानी 50 रन बनने में 10 ओवर लग गए. साथ ही जस्टिन कैंप (13) का विकेट भी गिर गया.
क्रिकेट इज़ सच ए फनी गेम!
ऐसे समय में योहान वान जर वाथ ने 18 गेंद में एक चौके और तीन छक्कों से ताबड़तोड़ 35 रन कूटे और 47वें ओवर तक टीम को 400 रन तक पहुंचाया. कहां तो वनडे क्रिकेट के पहले 35 साल में एक बार भी 400 रन नहीं बने थे और कहां अब एक ही दिन में दो बार बन चुके थे. क्रिकेट इज़ सच ए फनी गेम! ख़ैर. वान डर वाथ को भी ब्रेकन ने आउट किया. लेकिन अब दक्षिण अफ्रीका को 21 गेंद में 35 रन चाहिए थे जो बन सकते थे. रोजर टेलीमाकस ने 6 गेंद में 12 बनाकर इस काम को आसान कर दिया. वहीं मार्क बाउचर ने 48वें ओवर में तीन चौके लगाकर 17 रन बटोर लिए. इससे आखिरी ओवर में मेजबान को जीत के लिए सात रन की दरकार रह गई और उसके पास दो विकेट बचे थे.
आखिरी ओवर की कहानी
यह ओवर ब्रेट ली कर रहे थे. क्रीज पर मार्क बाउचर और एंड्रयू हॉल मौजूद थे.
पहली गेंद- मार्क बाउचर ने एक रन लिया.
दूसरी गेंद- हॉल ने चौका लगा दिया. अब चार गेंद में दो रन की दरकार.
तीसरी गेंद- मैच का रोमांच अभी चरम पर हो गया. हॉल ने हवाई शॉट खेला और जीत के दरवाजे पर जाकर माइकल क्लार्क को विकेट दे दिया. हॉल ने सात रन बनाए.
अब तीन गेंद में दो रन की जरूरत थी. लेकिन स्ट्राइक पर मखाया एनटिनी थे. नंबर 11 के बल्लेबाज.
चौथी गेंद- एनटिनी ने एक रन लेकर स्कोर टाई कर दिया. साथ ही बाउचर को स्ट्राइक दे दी.
पांचवी गेंद- बाउचर ने चौका लगाया और इतिहास का सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल हो चुका था. दक्षिण अफ्रीका ने एक गेंद रहते एक विकेट से सबसे बड़ा मैच जीत लिया. बाउचर 50 रन बनाकर नाबाद रहे.
ऑस्ट्रेलिया के लिए गेंदबाजी में दो उलट आंकड़े दिखे. एक तरफ नाथन ब्रेकन थे जिन्होंने 10 ओवर के स्पैल में केवल 67 रन दिए और पांच विकेट लिए. केवल 67 रन इसलिए कि जिस मैच में आठ से ज्यादा की रनरेट से रन बने वहां उन्होंने केवल 6.7 रन प्रति ओवर ही दिए. लेकिन उनके साथी मिक लुईस ने 10 ओवर में 113 रन लुटा दिए. यह वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन लुटाने का आंकड़ा है.
गिब्स बोले- हैंगओवर से सिर फट रहा था
मैच के कई साल बाद हर्शल गिब्स ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में खुलासा किया था जब वे बैटिंग के लिए गए थे तब वे हैंगओवर से जूझ रहे थे. उनका सिर फट रहा था. इसकी वजह यह थी कि मैच से ठीक एक दिन पहले वे एक दोस्त के साथ रात में एक बजे तक शराब पी रहे थे. मैच शुरू होने तक उनका हैंगओवर उतरा नहीं था.