Jagdishpur Masoom Murder Mystery: भोजपुर के जगदीशपुर थाना क्षेत्र के भोराही टोला गांव से नौ माह के बच्चे की चोरी और फिर हत्या रहस्यमयी पहेली बन गई है।
- हाइलाइट : Jagdishpur Masoom Murder Mystery
- मां और नानी के साथ सो रहे बच्चे को उठा ले गये चोर, परिजनों को नहीं लगी भनक
- रात 11 बजे नींद खुली, तो गायब मिला युवराज और शुरू हुई खोजबीन
- परिजनों की आशंका छत के सहारे घर में घुसे चोर बच्चे को ले भागे
- पूरी रात पुलिस के साथ खोजते रहे परिजन, सुबह झाड़ी से मिला शव
- बच्चे के दादा बोले : किसी से दुश्मनी नहीं, फिर हत्या क्यों, इस पर सस्पेंस
आरा/जगदीशपुर: भोजपुर के जगदीशपुर थाना क्षेत्र के भोराही टोला गांव से नौ माह के बच्चे की चोरी और फिर हत्या रहस्यमयी पहेली बन गई है। इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती मानी जा रही है। हालांकि पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। इसमें कुछ इनपुट मिले हैं। इस आधार पर पुलिस केस की तफ्तीश में जुटी है। परिजनों की ओर से बताया जा रहा है कि बच्चा अपनी मां, नानी और मौसी के साथ घर में सो रहा था। इसी बीच छत के रास्ते घर में घुसे किसी चोर ने बच्चे की चोरी कर ली।
हालांकि तब साथ सो रही मां, नानी और मौसी सहित घर के किसी भी सदस्य को भनक नहीं लगी। देर रात करीब 11 बजे मां पूजा देवी की नींद खुली, तो बच्चा गायब मिला। इसके बाद खोजबीन शुरू की गयी। घर में कोने-कोने से लेकर गांव और रोड तक खोजा गया, लेकिन कुछ पता नहीं चला। तब डायल 112 को सूचना दी गई।
इस आधार पर डायल 112 और फिर जगदीशपुर थाने की दारोगा नीता कुमारी पुलिस बल के साथ पहुंचीं। देर रात तक खोजबीन की जाती रही। फिर भी बच्चे का सुराग नहीं मिला। इस बीच गुरुवार की सुबह करीब छह बजे गांव स्थित एक नाले के पास झाड़ी से उसका शव बरामद किया गया। शव मिलने की सूचना पर एसडीपीओ राजीव चंद्र सिंह, थानाध्यक्ष बिगाऊ राम और अपर अध्यक्ष जयंत प्रकाश पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन में जुट गये।
इधर, परिजनों की ओर से अज्ञात बदमाशों पर छत के सहारे घर में घुस बच्चे को उठा ले जाने, मुंह व नाक बंद कर हत्या करने और शव को झाड़ी में फेंकने का आरोप लगाया जा रहा है। हालांकि परिजनों की ओर से किसी पर आरोप या संदेह भी नहीं जताया जा रहा है। बच्चे के दादा कामदेव यादव की ओर से अपने और बेटे के उसके ससुराल और अपने गांव में किसी भी व्यक्ति से विवाद या दुश्मनी से साफ इनकार किया गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर किसी से दुश्मनी नहीं, तो नौ माह के मासूम की हत्या क्यों की गयी?
बहरहाल पुलिस इस सवाल का जवाब और हत्याकांड का रहस्य खोलने में जुटी है। रक्षाबंधन में भाई को राखी बांधने मायके आयी थी पूजा, खो दिया इकलौता बेटे दुर्गापूजा के समय इकलौते बेटे की मौत से मां पूजा देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। बेटे के शव के पास बैठी पूजा दहाड़ मार रो रही थी। बच्चे की नानी और मौसी सहित घर के अन्य सदस्य भी बेहाल थे। बताया जा रहा है कि पूजा रक्षाबंधन के अवसर पर अपने भाई को राखी बांधने मायके भोराही टोला आयी थी। वहां उसने इकलौते मासूम बेटे को खो दिया।
पूजा देवी और उसकी मां का कहना था कि आखिर नौ माह के युवराज ने किसी का क्या बिगाड़ा था कि उसकी हत्या कर दी गई? युवराज के दादा कामदेव यादव ने बताया कि उनकी बहू पूजा देवी बच्चा होने के बाद रक्षाबंधन के अवसर पर अपने बेटे युवराज के साथ मायके जगदीशपुर थाना क्षेत्र के भोराही टोला गई थी। उस समय से वह अपने मायके में ही थी। बुधवार की रात करीब एक बजे उनके बेटे ने फोन कर सूचना दी कि युवराज को किसी ने चुरा लिया है। सूचना मिलने पर वे लोग तत्काल पहुंचे और स्थानीय थाना को सूचना दी।