Kamlesh Kumar Jain – प्रधानाचार्य कमलेश कुमार जैन के सेवानिवृति पर विदाई समारोह आयोजित
हर प्रसाद दास जैन स्कूल के प्रांगण में मंगलवार को आयोजित हुआ समारोह
आरा। हर प्रसाद दास जैन स्कूल के प्रागंण में मंगलवार को प्रधानाचार्य कमलेश कुमार जैन (Kamlesh Kumar Jain) का विदाई समारोह आयोजित किया गया। सर्वप्रथम सेवानिवृत प्रधानाचार्य कमलेश कुमार जैन एवं अतिथियों ने हर प्रसाद दास जी के चित्र पर पुष्प अर्पित किया गया। तत्पश्चात विद्यालय परिसर में प्रधानाचार्य के कार्यों की झाकियां एवं शताब्दी समारोह जैसे कार्यक्रमों की तस्वीर हर ओर लगाया गया था।
मुख्य अतिथि कौशल किशोर जिला शिक्षा पदाधिकारी भोजपुर, विशिष्ट अतिथि कृष्ण मुरारी गुप्ता जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, अनिल कुमार द्विवेदी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, पुष्पा कुमारी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष आलोक चंद्र जैन, सचिव ज्योत प्रकाश जैन, मध्य विद्यालय के सचिव शैलेश कुमार जैन एवं सदस्य प्रो. डॉ. रणविजय सिंह उपस्थित थे।
विद्यालय के वरीय शिक्षक दीपक श्रीवास्तव ने अभिनंदन पत्र पढा, उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति का आकलन उसमें अंतर्निर्मित सद्गुणों व्यवहारिक कौशल एवं चारित्रिक दृढ़ता के आधार पर ही किया जाता है, निश्छल, उदार एवं त्याग की प्रतिमूर्ति के रूप में कमलेश कुमार जैन (Kamlesh Kumar Jain) अपने समाज में ही नहीं, बल्कि इससे इतर समाज में व्हिच सर्वत्र चर्चित है। आपका व्यक्तित्व सादगी विनम्रता सील और सज्जनता से ओतप्रोत है। विद्यालय परिवार आपकी अनुपस्थिति में सदा अभावग्रस्त रहेगा।
प्रधानाचार्य कमलेश कुमार जैन 11 अक्टूबर 1982 को पहली बार विद्यालय में कार्यालय सहायक के रूप में नियुक्त हुए। 6 वर्ष बाद इन्होंने सहायक शिक्षक के पद पर 4 अक्टूबर 1988 को पदभार ग्रहण किया। पुनः 2018 को विद्यालय प्रबंधन समिति ने इन्हें प्रभारी प्रधानाध्यापक के रूप में नियुक्त किया। मौके पर सभी शिक्षकों ने अपने वक्तव्य दिया।
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कमलेश जैन ने कहा कि भोजपुर जनपद के इस ऐतिहासिक गौरवशाली विद्यालय हर प्रसाद दास जैन स्कूल के प्रधानाध्यापक के पद से सेवानिवृत्त होकर आपके समक्ष हूं, मैं विद्यालय प्रबंध समिति के प्रति हृदय से आभारी हूं, जिसने मुझ पर विश्वास करके इस गुरुतत्व दायित्व को सौंपा था। अपनी पूरी सेवा काल में मैंने पूर्ण समर्पण भाव से कार्य करने का प्रयास किया समय से गुजर जाता है, पता ही नहीं चलता वाकई इस विद्यालय में मेरे जीवन के 38 वर्ष कब बीत गए। सोचता हूं तो अचंभित हो जाता हूं। आप सभी के प्यार और अपनापन ने मुझे इतना सवाल दिया कि सेवाकालीन सारी जिम्मेवारी और चुनौतियों को मैंने हंस-हंसकर पार कर दिया। सहयोगी और शिक्षकों का भरपूर सहयोग मिलता रहा।
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25 वर्षों के बाद पहली बार विद्यालय का शत-प्रतिशत मैट्रिक परीक्षाफल रहा। विज्ञान प्रतियोगिता व प्रदर्शनों में विद्यालय को कई पुरस्कार मिले खेलकूद के क्षेत्र में विश्वविद्यालय के कई छात्र राष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहरा चुके हैं, जो गौरव की बात है। इसी बीच कोरोना काल में भी विद्यालय ऑनलाइन क्लास चलाता रहा। सभी शिक्षकों की पूरी सहयोग रहा। श्री आदिनाथ ट्रस्ट एवं विद्यालय प्रबंध कारिणी समिति ने हमारा भरपूर सहयोग किया है। विशेष रूप से इस विद्यालय के युवा प्रगतिशील सचिव ज्योति प्रकाश जैन को हृदय से साधुवाद देना चाहता हूं।
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अपने उद्बोधन के बीच में प्रधानाचार्य भावुक होकर कहे कि मैं अवकाश ग्रहण कर चुका हूं, लेकिन आप समूह का प्यार मेरे दिल में हमेशा रक्त की तरह संचालित होता रहेगा। विद्यालय को जब भी मेरी जरूरत पड़ेगी मैं सदैव तैयार रहूंगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि विद्यालय के नवनियुक्त प्रभारी डॉ. शेखर प्रसाद विद्यालय की गरिमा को कायम रखते हुए इसको और ऊंचाई पर ले जाने में सफल होंगे। इसके लिए मैं उन्हें शुभकामना देता हूं। कार्यक्रम का मंच संचालन शशांक जैन ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन नितिन अग्रवाल ने किया। शिक्षकों में मध्य विद्यालय एवं उच्च विद्यालय के सभी शिक्षक मौजूद थे।