Krishna Nayak Padayatra: कर्नाटक के मैसूर से शुरू हुई कृष्णा नायक की पदयात्रा का शाहपुर में स्वागत किया गया। उन्होंने 14,000 किमी की यात्रा नेपाल, भूटान और भारत के 19 राज्यों से होकर पूरी की। रात्रि विश्राम के बाद अहले सुबह वाराणसी के लिए मंगल कामना के साथ विदा किया गया।
- हाइलाइट : Krishna Nayak Padayatra
- कृष्णा नायक की यात्रा और योग के प्रति जागरूकता
- लगभग 14 हजार किमी की यात्रा पूरी कर पहुंचे शाहपुर
- कृष्णा नायक ने 16 अक्टूबर 22 को मैसूर से शुरू की पदयात्रा
- नेपाल, भूटान सहित 19 राज्यों से पदयात्रा कर पहुंचे कृष्णा नायक
Krishna Nayak Padayatra: आरा/शाहपुर: क्रिकेटर जवागल श्रीनाथ ने हरी झंडी दिखाई और योग जागरूकता और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा को लेकर 16 अक्टूबर 22 को मैसूर से तीन देशों के पदयात्रा पर निकले कर्नाटक के मैसूर जिले के कृष्णा नायक का स्वागत बिहार के भोजपुर जिला अंतर्गत शाहपुर नगर पंचायत में किया गया। इस मौके पर उपस्थित पूर्व उप मुख्य पार्षद गुप्तेश्वर साह, प्रदूम्न पांडेय, शंकर पासवान सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।
स्वागतकर्ता पूर्व उप मुख्य पार्षद गुप्तेश्वर साह ने कहा कि योग के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से करीब 14 हजार किमी की पदयात्रा कर शाहपुर पहुंचे कृष्णा का स्वागत करना गर्व की बात है। कृष्णा नायक के ठहरने एवं भोजन की व्यवस्था प्रदूम्न पांडेय जी के अतिथि कक्ष में किया गया। यहां रात्रि विश्राम के बाद अहले सुबह वाराणसी के लिए मंगल कामना के साथ विदा किया गया। कृष्णा नायक की पदयात्रा बक्सर होते वाराणसी जाने की है।
कृष्णा नायक ने शाहपुर में प्राप्त स्वागत-सत्कार को अद्भुत अनुभव बताया है। उनकी यह यात्रा 16 अक्टूबर 2022 को मैसूर, कर्नाटक से आरंभ हुई, जिसका उद्देश्य समाज में योग के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। नायक की पदयात्रा ने नेपाल, भूटान सहित भारत के 19 राज्यों को पार करते हुए 14,000 किलोमीटर की दूरी तय की है। यह यात्रा न केवल योग के प्रचार-प्रसार के लिए है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण के महत्व को भी उजागर करती है।
नायक की यह यात्रा भारतीय संस्कृति और योग के महत्व को पुनः स्थापित करने का प्रयास है। उनके द्वारा वाराणसी के बीएचयू परिसर में आयोजित कार्यक्रम में छात्रों को योग के लाभ और पर्यावरण संरक्षण पर जानकारी प्रदान की जाएगी। यह पहल समाज में स्वास्थ्य और सस्टेनेबिलिटी के प्रति जागरूकता लाने में सहायक सिद्ध होगी।
कृष्णा नायक की यात्रा एक प्रेरणास्त्रोत है, जो यह दर्शाती है कि व्यक्ति यदि दृढ़ संकल्प से कार्यशील हो, तो वह समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है। उनके प्रयास निश्चित रूप से योग और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक नई रेडिकल सोच उत्पन्न करेंगे, और युवा पीढ़ी को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।