Ara Municipal Corporation – एस्टीमेट घोटाला का भी मामला चर्चा में..
खबरे आपकी Ara Municipal Corporation आरा नगर निगम के सरकारी योजनाओं में गड़बड़ी का बड़ा मामला सामने आया है। यह मामला भोजपुर के जिलाधिकारी, नगर विकास व आवास विभाग से लेकर मुख्यमंत्री तक इसके अलावे निगरानी विभाग को भी जांच के लिए भेजा गया है। इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता आकाश सिंह ने पत्राचार कर साक्ष्य के साथ शिकायत दर्ज कराई है।
डीएम नगर विकास व आवास मंत्री एवं सीएम से किया गया पत्राचार
पत्राचार में आरोप यह है कि एक ही निविदा को दो से तीन बार प्रकाशित कराकर फर्जी तरीके से राशि की निकासी कर घोटाला किया गया है। पत्राचार में शहर के वार्ड संख्या पांच व वार्ड संख्या दस में एक कार्य का एनआईटी के जरिए निविदा प्रकाशित कर दो करोड़ से अधिक की निकासी किए जाने का गंभीर आरोप लगाया गया है। जिस योजना का खर्च 50 हजार रुपये आया है, उसका प्राक्कलन साढ़े सात लाख रुपये बनाए जाने का आरोप है। योजनाओं का कार्य कराए बिना भी पैसा निकासी किए जाने का आरोप लगाया गया है।
यह भी आरोप है कि 15 से 20 ऐसे ठेकेदार हैं, जिन्होंने बाजार से उधार सामग्री व ब्याज पर पैसा लेकर कार्य कराया है। लेकिन, भुगतान नहीं हो रहा है। सफाई उपस्कर वाहन की जो खरीदारी की गई है, उसमें बाजार मूल्य से अधिक राशि खर्च किए जाने का आरोप है। आउटसोर्सिंग कंपनी से सांठगांठ कर वेतन भुगतान में अनियमितता बरते जाने का भी जिक्र किया गया है। पत्र में यह भी जिक्र है कि आउट सोर्सिंग कंपनी द्वारा निगम से 110 ड्राइवरों के मासिक भुगतान की राशि ली जाती है। जिसमें 40 से 50 चालक फर्जी हैं। सरकारी टैक्स दारोगा को हटाकर कर संग्रहक को दारोगा के पद पर नियुक्त किया गया है।
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वही इस मामले में संवेदक प्रशांत कुमार सिंह उर्फ भोलू सिंह ने कहा कि नगर आयुक्त जब-जब से यहां आये हैं इसे लूट का अड्डा बना लिए हैं। वह एक ही काम को बार-बार करवाते हैं और पैसे का निकासी करते हैं। इन्होंने विभागीय कामों में दो करोड़ का काम किया है। जिसका हम सपोर्ट पर जाकर उसका सत्यापन कराएंगे। हमने जिलाधिकारी को लिखित रूप से भी दिया है। जिलाधिकारी कहे तो हमें सपोर्ट पर भी चलेंगे। ये नगर आयुक्त कितने ईमानदार हैं, इसकी जांच में खुद चलकर करा दूंगा। इन्होंने दो करोड़ रुपए बिना काम के निकासी करा लिया है। साथ ही नगर आयुक्त मनमानी ढंगों से अपना सब काम करा रहे है। वही बीस-पचीस दिनों से नगर निगम कार्यालय में भी नहीं आ रहे हैं। इसके साक्ष्य के लिए नगर निगम में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। उसको भी आप देख सकते हैं।
इस संबंध में नगर आयुक्त से हमलोगों ने बहुत बार बात करने की कोशिश की लेकिन नहीं तो वह हमलोगों का फोन उठाते हैं,ना मिलते हैं और ना ही बात करते हैं। साथ ही साथी वो वह नाही किसी ठेकेदार का भुगतान कर रहे हैं। हालांकि इस मामले में नगर आयुक्त का पक्ष नहीं मिल पाया है।