Mirganj Ara:मदरसा फैजुल गुरबा का 75 वां जश्ने दस्तारे फजीलत का आयोजन
खबरे आपकी आरा शहर के मीरगंज स्थित मदरसा फैजुल गुरबा का 75 वां जश्ने दस्तारे फजीलत के मौका पर मुख्तारे दो आलम कॉन्फ्रेंस का शुरुआत शनिवार की सुबह शुरुहुआ। सुबह 7 बजे मुफ्ती रहीम बक्स कादरी मुहड्डिस आरवी रहमतुल्लाह अलैह हाफिज ईंदन साहब, 9 बजे सुबह सुल्तानुल मशाऐख रहमतुल्लाह हजरत मौलाना अल्ताफ साहब रहमतुल्लाह अलैह, 10 बजे सुबह मौलाना मोइनुद्दीन व मसीहुद्दीन आरवी रहमतुल्ला अलैह के मजार पर चादरपोशी करके किया गया।

इस मौके पर मदरसा फैजुल गुरबा कर सचिव मजहर हसनैन और मदरसा के तमाम शिक्षक व विद्यार्थी व अन्य अकीदतमंद लोग चादर पोशी के कार्यक्रम में शामिल हुए और बुजुर्गों की बारगाह में अपनी खेराजे अकीदत का नजराना पेश किया।
Mirganj Ara मदरसा के सेक्रेटरी मजहर हसनैन ने कहा की हम सब बुजुर्गों की बारगाह में इसलिए हाजिरी देते हैं, कि हमें इनकी जरूरत है, उन्होंने यह भी कहा क्या अल्लाह वालों की बारगाह से इंसान को रूहानी ताकत हासिल होती है, जिसके पास रूहानी ताकत हो, उन्हें दुनिया की ताकत की जरूरत नहीं। अंत में मदरसा फैजुल गुरबा के सदर मुफ्ती अशरफ उल कादरी ने मुल्क की सलामती आपस में एक-दूसरे से मोहब्बत की दुआएं मांगी गई।
पढ़ें: इमाम हुसैन का मैसेज सच्चाई, इंसानियत, हक एवं मानवता के लिए है