छात्र-छात्राओं में देशभक्ति का जज्बा जागृत करने को कोचिंग संस्थानों में हो रहे राष्ट्र गान
भोजपुर एसपी की पहल:
असेंबली के समय मोटिवेशन के साथ छात्रों से गवाये जा रहे राष्ट्र गान
कोचिंग संचालकों की बैठक में दो रोज पूर्व एसपी ने दिया था निर्देश
सोशल डिस्टेंसिंग लागू करने और मोबाइल के उपयोगपर रोक लगाने का भी दिया गया निर्देश
आरा। छात्र-छात्राओं को मानसिक रूप से मजबूत बनाने और उनमें देशभक्ति का जज्बा जागृत करने के उद्देश्य से कोचिंग संस्थानों में राष्ट्र गान हो रहा है। गलत संगत से बचाने के लिए मोटिवेट भी किया जा रहा है। इसके लिए मोटिवेशन क्लास भी लिये जा रहे हैं। भोजपुर एसपी संजय कुमार सिंह की पहल पर इसकी शुरुआत की गयी है। शनिवार को शहर के कुछ कोचिंग संस्थानों में छात्रों द्वारा राष्ट्र गान प्रस्तुत करते देखा गया। बताते चलें कि दो रोज पूर्व एसपी के नेतृत्व में कोचिंग संचालकों को मासिक बैठक हुई थी। उसमें पूर्व में दिये गये निर्देशों का फीडबैक लिया गया। साथ ही विद्यार्थियों में राष्ट्र भक्ति की भावना जागृत करने के लिए प्रेरित करने पर जोर भी दिया गया था। ताकि बच्चे गलत संगत में नहीं पड़ सकें। इसके लिए संचालकों को निश्चित रूप से राष्ट्र गान गवाने को कहा गया था। वहीं असेंबली के समय बच्चों को मोटिवेट करने का भी निर्देश दिया गया था। एसपी की यह पहल रंग लायी और शहर के कोचिंग संस्थानों में राष्ट्र गान होने लगे। एसपी ने बताया कि दो दिन पहले कोचिंग संचालकों के साथ बैठक की गई थी। उसमें संचालकों को प्रतिदिन असेंबली के समय बच्चों मोटिवेट करने और राष्ट्र गान गवाने को कहा गया था। ताकि बच्चों में राष्ट्रभक्ति की भावना प्रेरित हो सके। संचालकों से उनके यहां पढ़ने वाले बच्चों की सूची मांगी गई थी। कुछ कोचिंग संस्थानों की ओर से सूची उपलब्ध भी करा दी है।
कोचिंग संस्थानों में सोशल डिस्टेंसिंग का हर हाल में करना होगा पालन
एसपी की ओर से कोचिंग में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ मोबाइल के उपयोग रोक लगाने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए संचालकों को नियमित जांच करने को भी कहा गया है। कहा गया कि संचालक बच्चों की हर गतिविधियों पर नजर रखें। इससे पता चलेगा कि कौन बच्चा क्लास में क्या कर रहा है, उन्होंने कहा कि कोचिंग के अंदर और बाहर निश्चित रूप से सीसीटीवी कैमरा लगवायें। ताकि किसी तरह की कहीं कोई गड़बड़ी नही हो। एसपी ने कहा कि कोचिंग संस्थानों पर स्कूल और कालेज को प्रभावित करने की बातें सामने आती रहती है। इसे देख कोचिंग संचालकों से समय सारणी में बदलाव करने को बोला गया है। ताकि बच्चे कोचिंग के साथ स्कूल और कॉलेज भी जा सके। उन्होंने कहा कि कई कोचिंग संस्थानों के बाहर बेतरतीब ढंग से बाइक व साइकिल पार्किंग की जाती है। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसलिए संचालकों को बाइक और साइकिल को व्यवस्थित ढंग से लगवाने का निर्देश दिया गया है। बैठक में दो दर्जन कोचिंग संचालकों के साथ एसडीपीओ और थानाध्यक्ष भी मौजूद थे।