Cleaning system in Shahpur: शाहपुर नपं केपार्षदों का कहना है की प्रताप सेवा संकल्प एनजीओ के द्वारा एकरारनामा/कार्यादेश का बार-बार उल्लंघन किया जा रहा है।
- हाइलाइट :- Cleaning system in Shahpur
- सफाई को लेकर 11 लाख 87 हजार रुपये चार्ज करती है एनजीओ
- शाहपुर नपं में जहां-तहां पड़े हुए कूड़े-कचड़े से फैल रही दुर्गंध
आरा/शाहपुर: कहते है जब वातावरण स्वच्छ होगा तो सब कुछ में बदलाव दिखने लगेंगे। जिस तरह हर कोई अपने घर की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखते है। उसी तरह नगर पंचायत भी आपके घरों के आसपास साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखती है। जिसके लिये नगर पंचायत ने शहर की स्वच्छ्ता की जिम्मेदारी कुल 28 शर्तों के साथ प्रताप सेवा संकल्प एनजीओ के हाथों दे रखी है। जिसके एवज में एनजीओ नगर पंचायत से 11 लाख 87 हजार रुपये चार्ज करती है। लेकिन इसके बाबजूद भी पूरे शहर के 11 वार्डों में जहां-तहां पड़े हुए कूड़े-कचड़े से फैल रही दुर्गंध से आम जन-जीवन का सड़कों पर चलना दूभर हो गया है।
एनजीओ द्वारा एकरारनामा/कार्यादेश का उल्लंघन
पार्षदों ने शहर की बिगड़ती सफाई व्यवस्था को लेकर नाराजगी जताई। प्रताप सेवा संकल्प एनजीओ के द्वारा एकरारनामा के हिसाब से कार्यादेश नहीं किया जा रहा है। वार्ड पार्षदों के शिकायत के बावजूद नगर पंचायत शाहपुर के द्वारा प्रताप सेवा संकल्प एनजीओ को कोई नोटिस या लिखित सूचना नहीं दी गई है। पार्षदों का कहना है की प्रताप सेवा संकल्प एनजीओ के द्वारा एकरारनामा/कार्यादेश का बार-बार उल्लंघन किया जा रहा है।
पार्षदों में नाराजगी
शाहपुर नगर पंचायत की बिगड़ती सफाई व्यवस्था को लेकर पार्षदों में नाराजगी दिखाई दी। उपमुख्य पार्षद झुनीया देवी,वार्ड पार्षद सदस्य कामेश्वर राज, संजय चतुर्वेदी, हिरालाल पांडेय, देवंती देवी,आशा देवी सहित अन्य पार्षदों ने सफाई व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो शाहपुर गंदी नगरी के रूप में तब्दील हो जाएगा। बताया की नगर के कार्यपालक पदाधिकारी से मिलकर डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाले सफाई एनजीओ प्रताप सेवा संकल्प पर सख्त एक्शन लेने को कहा जाएगा।
बता दें की विगत कई दिनों से सफाई कर्मचारियों के सामूहिक हड़ताल पर जाने से शाहपुर में कचरा नहीं उठाया जा रहा है। सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण ना तो घर-घर कचरा उठ रहा है और ना ही सफाई हो रही है। सफाई कर्मियों को एनजीओ द्वारा खाता में पैसा नहीं देने और विगत दो माह से मानदेय नहीं देने के कारण सफाई कर्मियों ने हड़ताल का फैसला लिया था, जो अभी जारी है।