Bihar Band: भोजपुर जिले के कई प्रखंडों में बंद का असर देखने को मिला। शाहपुर, जगदीशपुर, आरा, में सुबह से ही NDA के कार्यकर्ता झंडा-बैनर लेकर सड़कों पर उतरे।
- हाइलाइट: Bihar Band
- एनडीए कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की, कहा मां का अपमान नहीं सहेगा बिहार
- विपक्षी दलों ने एनडीए के बंद को “राजनीतिक नौटंकी” करार दिया
- दरभंगा से शुरू हुआ यह विवाद अब राज्य में राजनीतिक भूचाल ला चुका है
आरा,बिहार। दरभंगा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वर्गीय माताजी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी वाले बयान की प्रतिक्रिया में एनडीए कार्यकर्ताओं ने बिहार बंद किया, जिससे राज्य के कई हिस्सों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। बंद का असर भोजपुर जिले के कई प्रखंडों में भी देखा गया, जहाँ यातायात बाधित रहा। एनडीए कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर नारेबाजी की, उनका कहना था कि वे मां का अपमान सहन नहीं करेंगे।
एनडीए नेताओं ने इस बयान को 140 करोड़ भारतीयों की अस्मिता पर हमला बताया, क्योंकि भारत में मां को देवी के समान माना जाता है। महिला मोर्चा की सदस्याओं ने भी सक्रिय रूप से विरोध प्रदर्शन में भाग लिया और इस टिप्पणी को समाज की संस्कृति को कलंकित करने वाला बताया।
हालांकि, विपक्षी दलों ने एनडीए के बंद को “राजनीतिक नौटंकी” करार दिया और जनता के असली मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुद्दा बिहार की राजनीति को लंबे समय तक प्रभावित कर सकता है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता से जुड़े किसी भी विवाद का जनता की भावनाओं पर सीधा असर पड़ता है। दरभंगा से शुरू हुआ यह विवाद अब राज्य में राजनीतिक भूचाल ला चुका है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह किस दिशा में जाता है।
Bihar Band – भोजपुर जिले के कई प्रखंडों में बंद का रहा असर
बिहार में गुरुवार की सुबह उथल-पुथल मच गई, जब सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित इस बंद का असर राज्य के कई हिस्सों में साफ देखने को मिला। छिटपुट घटना भी सामने आई। भोजपुर जिले के कई प्रखंडों में बंद का असर देखने को मिला, जहाँ यातायात बाधित रहने से सड़कों पर अफरा-तफरी का माहौल नजर आया। शाहपुर, जगदीशपुर, आरा, में सुबह से ही NDA के कार्यकर्ता झंडा-बैनर लेकर सड़कों पर उतरे। कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की, कहा मां का अपमान नहीं सहेगा बिहार।
हालांकि शाहपुर व आरा शहर में बंद का असर बहुत गहरा नहीं दिखा, लेकिन जगदीशपुर न्यका टोला ओवर ब्रिज के समीप स्थिति काफी तनावपूर्ण रही। वाहनों की लंबी कतार लगी रही। एनडीए नेताओं का कहना है कि यह सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी की मां का अपमान नहीं है, बल्कि यह पूरे 140 करोड़ भारतीयों की अस्मिता पर हमला है।
बंद के दौरान एनडीए महिला मोर्चा की सक्रिय भागीदारी भी देखने को मिली। महिला नेत्री सुषमलता कुशवाहा ने कहा कि “एक मां, जो अपनी कोख में नौ महीने बच्चे को रखती है और भगवान की तरह उसका पालन-पोषण करती है, उस पर अपशब्द कहना समाज की संस्कृति को कलंकित करने जैसा है।” उन्होंने आरोप लगाया कि महागठबंधन के नेताओं का यह बयान उनकी सोच और संस्कारों को उजागर करता है।
शाहपुर में भी इस विरोध के चलते आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बंद के दौरान बसें और गाड़ियां सड़कों पर खड़ी रहीं, जिससे यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा। इस दौरान भजपा के जिला उपाध्यक्ष सतीश भट्ट, नरेंद्र तिवारी, पूर्वी मंडल अध्यक्ष अमरनाथ राय, पिंकू साह, नगर अध्यक्ष सह बीस सूत्री अध्यक्ष अंकित पांडेय, उपाध्यक्ष हिरालाल गुप्ता, वार्ड पार्षद मनोज पासवान, पूर्व मण्डल अध्यक्ष ठाकुर दयाल राम, गोनू पांडे, बंटी पांडे, धर्मेन्द्र गुप्ता, महिला नेत्री सहित अन्य एनडीए कार्यकर्ता मौजूद रहें।



