Ramlakhan Babu Jayanti:अखील भारतवर्षीय यादव महासभा भोजपुर के बैनर तले मनाया गया जयन्ति पखवाड़ा
- सन् 1991 में आरा लोकसभा से सांसद के रूप में निर्वाचित हुए थे
- सन् 1993 में वे भारत सरकार के रसायन और उर्वरक मंत्री बने
Bihar/Ara: शहीद अकली देवी नगर आरा में भारत सरकार के पूर्व मंत्री स्वतंत्रता सेनानी शेरे बिहार रामलखन सिंह यादव (Ramlakhan Babu Jayanti Pakhwada) का जयन्ति पखवाड़ा के रूप में अखील भारतवर्षीय यादव महासभा भोजपुर के बैनर तले अखील भारतवर्षीय यादव महासभा भोजपुर के अध्यक्ष यादव रामसकल सिंह भोजपुरिया के अध्यक्षता में मनाया गया। समारोह के संचालन सुदर्शन यादव ने किया। समारोह के उद्घाटन समाजवादी नेता प्रो विजय सिंह मुखिया एवं रामलखन सिंह यादव शोध संस्थान के अध्यक्ष डॉ रघुबर चन्द्रवंशी ने सयुंक्त रूप से उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर किया।
अपने सम्बोधन में प्रो विजय सिंह मुखिया ने कहा कि रामलखन बाबू 1952 से 1991 तक बिहार के विभिन्न क्षेत्रों से विधायक और 1991 में आरा लोकसभा से सांसद के रूप में निर्वाचित हुए थे वे सर्व प्रथम पटना जिला परिषद के अध्यक्ष बने फिर बिहार सरकार में विभिन्न विभागों के मंत्री के रूप में काम किये 1993 में वे भारत सरकार के रसायन और उर्वरक मंत्री बने।
डॉ रघुबर चन्द्रवंसी ने अपने सम्बोधन में कहा कि रामलखन सिंह यादव जी ने पूरे बिहार में लगभग 100 से ज्यादा शैक्षणिक संस्थान को बनवाया जहाँ से लाखों छात्र शिक्षा ग्रहण कर अच्छे अच्छे पदों पर आज विजमान है कॉलेज और स्कूल के माध्यम से उन्होंने ने हजारों बेरोजगारो को रोजगार दिए शिक्षा के क्षेत्र के साथ साथ राजनीति क्षेत्र में उनकी पहचान एक बड़े नेता के रूप में थी।
अपने अध्यक्षीय भाषण में यादव रामसकल सिंह भोजपुरिया ने कहा कि रामलखन बाबू समाजिक समरसता के प्रतीक थे उनकी राजनीति सफर बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्री बाबू के नेतृत्व में शुरू हुआ श्री बाबू का देन था कि वे स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिए थे। वे स्वामी सहजानन्द सरस्वती के प्रभाव में आकर बहुत कम उम्र में किसान आंदोलन में कूद पड़े थे उनके भाषण से प्रभावित होकर स्वामी सहजानन्द ने रामलखन बाबू को शेरे बिहार की उपाधि दिए थे।
Ramlakhan Babu Jayanti Pakhwada: समारोह को सम्बोधित करने वाले लोगो मे महेंद्र गिरी मण्डल, जितेंद मास्टर, लादेन यादव, मालबाबू पासवान, उपेन्द्र पासवान, सन्तोष यादव, मोहन लाल यादव, शिवानंद यादव, मुक्ति यादव, जयप्रकाश यादव, भरत यादव, रवि यादव, मुन्ना यादव, जय राम यादव, महेंद्र कुशवाहा, राजेन्द्र यादव, भगरथी यादव, विजय यादव, देव कुमार यादव, भगेलू यादव, जनक यादव, भिखारी यादव, दिनेश यादव, प्रेमचंद यादव, नगेन्द्र यादव, भीम यादव, रोहन यादव, जितेंद यादव सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे