हथियारों की तस्करी में सगे भाई गिरफ्तार, असलहे भी बरामद
नगर थाना क्षेत्र के नासीरगंज स्थित अपने घर से पकड़े गये दोनों भाई
तीन देसी पिस्टल, एक गोली, नौ मैगजीन और एक एयरगन भी बरामद
तस्कर बंधुओं के अंतरजिला और दूसरे राज्यों के सप्लायर से कनेक्शन की भी जांच
आरा। शहर की पुलिस ने हथियार तस्करी का भंडाफोड़ किया है। तस्करी का यह खेल नगर थाने के नाजीरगंज स्थित एक घर में चल रहा था| पुलिस ने उस घर से तीन देसी पिस्टल, पिस्टल के नौ मैगजीन, एक गोली और एक एयरगन भी बरामद की है। इस मामले में दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें आसिफ कुरैशी और तालिब कुरैशी शामिल हैं। दोनों नाजीरगंज निवासी चांद कुरैशी के बेटे हैं। इनमें आसिफ कुरैशी पहले भी हथियार की तस्करी और डकैती की साजिश में जेल जा चुका है। पूछताछ में दोनों ने तस्करी के लिये हथियार रखे जाने की बात स्वीकार की है। एएसपी हिमांशु द्वारा बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि मंगलवार की रात नाजीरगंज निवासी आसिफ कुरैशी के घर अवैध हथियार रखने और तस्करी की सूचना मिली। उस आधार पर एसपी संजय कुमार सिंह के निर्देशन में नगर थाना और डीआईयू के अफसरों की एक स्पेशल टीम गठित कर आसिफ कुरैशी के घर पर छापेमारी की गयी। उस दौरान उसके घर से तीन देसी पिस्टल, पिस्टल के नौ मैगजीन, एक गोली और एक एयरगन जब्त की गयी। उसके बाद आसिफ कुरैशी और उसके भाई तालिब कुरैशी को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में दोनों भाइयों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। एएसपी हिमांशु के नेतृत्व में गठित टीम में नगर थाने के दारोगा अविनाश कुमार, डीआईयू के अवधेश कुमार, सुदेश कुमार, संजय कुमार, कुमार रजनीकांत, राजीव रंजन, सीआईएटी व डीआईयू के सिपाही विकाश कुमार,अविनाश कुमार, शैलेश कुमार और अमित कुमार शामिल थे।
शार्प शूटरों और यंगस्टरों को हथियार सप्लाई करते हैं दोनों भाई
आरा। नाजीरगंज निवासी आसिफ कुरैशी काफी दिन से आर्म्स की खरीद-बिक्री करता है। पिछले साल अगस्त माह में भी उसे हथियार तस्करी में गिरफ्तार किया गया था। बाद में उसने धंधे में अपने भाई तालिब को भी शामिल कर लिया। दोनों साथ मिलकर अहलहों की खरीद-बिक्री करने लगे। पूछताछ में उसने पुलिस के समक्ष कई अहम राज उगले हैं। एएसपी हिमांशु के अनुसार उसने हथियारों के खरीददार और बेचने वालों का नाम भी बताया है। एएसपी के अनुसार वह नये लड़कों और शार्प शूटरों को आर्म्स की सप्लाई करता था। कुछ तस्करों का नाम भी उजागर किया है। एएसपी ने बताया कि उसके अंतरजिला तस्करों से कनेक्शन की जांच की जा रही है। उसके द्वारा बताये गये लोगों की सत्यता की जांच की जा रही है। हथियार बेचने और खरीदने वाले सभी की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है।
15 से बीस हजार के फायदे पर बेचे जाते हैं हथियार
आरा निवासी तस्कर बंधुओं द्वारा मुंगेर से हथियार मंगाये जाने की बात सामने आ रही है। दोनों 15 से बीस हजार के फायदे पर हथियार बेच देते थे। पुलिस की पूछताछ में यह बात सामने आयी है। पुलिस इसकी भी जांच कर रही है। एएसपी के अनुसार आसिफ द्वारा मुंगेर सहित अन्य जगहों से हथियार मंगाये जाने की बात कही जा रही है। कुछ फायद लेकर इनके द्वारा दूसरे को हथियार बेच दिया जाता है। इधर, पुलिस सूत्रों की ही मानें तो तस्करों द्वारा मुंगेर से बीस से 25 हजार में आर्म्स खरीदने के बाद शूटरों या नये लड़कों को 40 से पचास हजार तक में बेच दिया जाता है।
गिरफ्तारी के चार माह बाद ही जेल से बाहर आ गया था आसिफ
गिरफ्तार आसिफ कुरैशी पूर्व में आर्म्स एक्ट के मामले में जेल जा चुका है। एएसपी ने बताया कि 29 अगस्त 2021 को वह हथियार के साथ नगर थाना पुलिस के हत्थे चढ़ा था। उक्त मामले में उसे जेल भेजा गया था। करीब 4 माह बाद वह जेल से जमानत पर बाहर आया था