जी हा राजद (Rjd) नेता हीरा लाल ओझा (Hiralal Ojha) की कहानी कैसे एवं कहा से प्रारंभ करे ये सबसे बड़ी उलझन है केंद्रीय रिजर्व पुलिस के ‘आरक्षक’ से ‘आरक्षी अधीक्षक’ तक का सफर।
राजद का एक ऐसा नेता जो देश के प्रधानमंत्री राजीव गांधी से लेकर अटल बिहारी बाजपेयी की सुरक्षा अधिकारी रहा
देश के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री राजीव गांधी से लेकर विश्व में प्रसिद्ध रहे प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के दूसरे कार्यकाल तक सुरक्षा अधिकारी तक का सफर कहने सुनने मे आसान परंतु इस दायित्व का निर्वाहन करना कितना कठिन रहा होगा।
अपनी निष्ठा निश्छलता एवं कर्तव्य परायणता के परिणाम स्वरूप विशेष सुरक्षा दल अधिकारी के रूप में राजद (Rjd) नेता हीरालाल ओझा (Hiralal Ojha) ने जो देश की सेवा की है वो आज के राष्ट्रवाद व राष्ट्रवादियों के लिए ये एक मिशाल है।
देश के विभिन्न क्षेत्रों में जहा आंतरिक सुरक्षा की दृष्टि से गठित दस्तों मे शामिल होकर आतंकवादियों से लोहा लिए वही द्रुतकार्य बल जैसे संगठनो मे शामिल होकर समाजिक शांति एवं सौहार्द के लिये प्रतिबद्ध रहे।
देश सेवा से निवृति होने के बाद जन सेवा के कार्यो में पुनः उन्ही जज्बा एवं जुनून के साथ गरीब एवं दमित लोगों के कल्याण में लग जाना ये भी एक मिशाल ही है और इस कार्य के लिए राजनीतिक जुड़ाव में राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव इनके पहले पसंद रहे।
लालू प्रसाद यादव से ये तब से प्रभावित थे जब देश के प्रधानमंत्री राजा साहब विश्वनाथ प्रताप सिंह के समय बात मंडल कमीशन लागू करने के दौरान लालू प्रसाद यादव के दिये भाषण व राजा साहब को संबल देना इन्हें काफी प्रभावित किया।
फिर लालू प्रसाद यादव से इनकी बात व मुलाकात कई समयों पर होती रही। तब से हीरालाल ओझा (Hiralal Ojha) का जुड़ाव लालू प्रसाद यादव के तरफ बढ़ता गया और देश सेवा के बाद जन सेवा के कार्यो में लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद (Rjd) से जुड़कर शाहपुर विधानसभा के गरीब मजलूमों की सेवा करते रहे है।
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