Shahpur Scam – Gem portal: शाहपुर नगर पंचायत में भ्रष्टाचार ने नगर की व्यवस्था को जिस तरह जकड़ रखा है, उससे आम नागरिक घुट रहा है। सरकारी तंत्र में फैले भ्रष्टाचार ने सरकार की पारदर्शी व्यवस्था को धुंधला कर दिया है। वह अपनी सुस्पष्ट जवाबदेही से कतराने लगा है।
- हाइलाइट :- Shahpur Scam – Gem portal
- वार्ड पार्षद कामेश्वर राज ने सूचना के अधिकार से खोला भ्रष्टाचार
- राजस्व की चपत लगाने में संलिप्त दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
आरा/शाहपुर: भोजपुर जिले के शाहपुर नगर पंचायत में जेम पोर्टल से खरीद के नाम पर करोड़ों का खेल किया गया है। ऐसा ही एक मामला उजाले के लिए लगने वाले स्ट्रीट एलईडी व हाईमाक्स लाइट की खरीद एवं कूड़ा कचरा संग्रह,उठाव हेतु कूड़ादान, सफाई रिक्शा व ट्रॉली खरीद में सामने आया है। गुड़वता को दरकिनार कर मामूली मूल्य वाली लाइट,कूड़ादान,सफाई रिक्शा व ट्रॉली की आपूर्ति पर पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा कंपनी को मनमाना भुगतान कर करोड़ों के राजस्व की चपत का आरोप वार्ड पार्षद ने लगाया है।
यह लापरवाही है या घोटाला छुपाने का षडयंत्र?
वार्ड पार्षद कामेश्वर राज ने बताया उन्हे इस घोटाले की जानकारी सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत नगर पंचायत शाहपुर से मांगी गई सूचना के तहत मिली। पार्षद ने बताया की मांगी गई सूचना को कार्यपालक पदाधिकारी ने संतोषजनक जबाब ना देकर गोल- गोल जबाब दिया है। इनके सुस्पष्ट जवाबदेही से कतराने से संदेह का जन्म होता है कि यह लापरवाही है या घोटाला छुपाने का षडयंत्र।
मेली वाली एजेंसी की जानकारी में जेम पोर्टल पर कराया अपलोड
बताया की नगर पंचायत के पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी ने अपने करीबी पसंदीदा एजेंसी को फायदा पहुंचाने के उदेश्य से इस खरीद टेंडर की जानकारी सार्वजनिक न करके, मेली वाली एजेंसी की जानकारी देकर जेम पोर्टल में अपलोड करा दिया ताकि करीबी मेली वाली एजेंसी ही इस टेंडर में भाग ले सके। वही मांगी गई सूचना की जानकारी देने में जिस तरह से प्रश्नों के उतर को छुपाकर जानकारी दिया गया है। इससे यह साफ पता चल रहा है कि जेम पोर्टल के तहत इस खरीद में करोड़ों रुपयों का घोटाला होना तय है।
टीम गठित करके जांच की मांग
वार्ड पार्षद कामेश्वर राज ने बताया की पूर्व कार्यपालक ने ऐसा करने के लिए जेम पोर्टल के दलालों की सहायता ली और अपनी मेली की एजेंसी से मनमाने तरीके से नियम शर्तों को तोड़-मरोड़ कर खरीद की है। चुकी पूर्व में उपमुख्य पार्षद के नेतृत्व में डीएम साहब से मिलकर इस संबंध में जांच का आवेदन दिया गया है। उन्होंने पुनः खबरे आपकी के माध्यम से मांग किया कि नगर पंचायत शाहपुर के पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा जेम पोर्टल के माध्यम से की गई खरीद की मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में टीम गठित करके जांच कराई जाए, जिससे नगर के राजस्व की चपत लगाने में संलिप्त दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो सके।
क्या है GeM: Government e-Market
सरकार ने सरकारी खरीदी में होने वाली गड़बड़ी को रोकने के लिए गवर्नमेंट ई-मार्केट पोर्टल के जरिए खरीदी करने की व्यवस्था की है, जिसकी शुरुआत जनवरी 2017 में हुई थी। इसका उद्देश्य सरकारी दफ्तरों में सामान की खरीदी कम दरों में करना है, जिससे सरकार को आर्थिक नुकसान न हो।