SHAHPUR NP: बिहार के भोजपुर जिला अंतर्गत शाहपुर नगर पंचायत में स्वच्छता अभियान का कार्यान्वयन कागजों तक ही सीमित रह गया।
- हाइलाइट : SHAHPUR NP
- सफाई एनजीओ प्रताप सेवा संकल्प,गोविंद फुलकान, मुजफ्फरपुर का कार्य असंतोषजनक
आरा/शाहपुर: स्वच्छता अभियान भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य देश के हर कोने को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है। हालांकि, बिहार के भोजपुर जिला अंतर्गत शाहपुर नगर पंचायत में इस अभियान का कार्यान्वयन कागजों तक ही सीमित रह गया है। यहाँ, सरकारी आंकड़े और योजनाएँ भले ही आकर्षक दिखती हों, किन्तु धरातल पर गंदगी के ढेर स्थिति की गंभीरता को दर्शाते हैं।
शाहपुर नगर पंचायत में स्वच्छता अभियान के तहत सार्वजनिक स्थलों पर शौचालयों का निर्माण, करोडों रुपयों के सामनों की खरीदारी, कचरे का प्रबंधन हेतु हर माह 11 लाख 87 हजार से ज्यादा रुपयों का सफाई एनजीओ को भुगतान। परंतु, वास्तविकता यह है कि इन योजनाओं का पूर्ण रूप से क्रियान्वयन नहीं हो सका है। सड़कों पर फैला कचरा, नालियों में जमा मल और सार्वजनिक स्थानों पर अस्वच्छता इस बात का प्रमाण है कि जिम्मेदारियाँ निभाने में कहीं न कहीं कमी है।
नगर पंचायत की उप मुख्य पार्षद झुनीया देवी ने कहा की नगर प्रशासन की ओर से समय-समय पर स्वच्छता को लेकर जन जागरूकता कार्यक्रम में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। जब तक स्थानीय प्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारियों को नहीं समझेंगे, तब तक कागजों पर चलने वाला यह अभियान धरातल पर कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं ला सकेगा।
वार्ड संख्या चार में लगे कचरे के अंबार को लेकर वार्ड पार्षद कामेश्वर राज ने कहा की इस स्थिति के पीछे कई कारण हैं। सबसे पहले, सफाई एनजीओ की लापरवाही, दूसरा, नगर प्रशासन सफाई के प्रति सजग नहीं है। धरातल पर आप किसी भी वार्ड में जाकर देख लीजिए नगर पंचायत द्वारा स्वच्छता अभियान सिर्फ कागजों पर ही चलाया जा रहा है।
खबरे आपकी टीम द्वारा जब निरीक्षण किया गया तो हालात चिंतनीय थे। केंद्र से लेकर राज्य सरकार स्वच्छता अभियान को लेकर बेहद गंभीर है, लेकिन शाहपुर नगर पंचायत की हालत देखने पर लगता है कि यह अभियान सिर्फ कागजों में दौड़ रहा है। करोड़ों खर्च होने के बाद भी इस अभियान ने धरातल पर कोई खास प्रगति नहीं की है। अधिकारी खुद को बचाने के चक्कर में कागजों में ही इस योजना को शिखर में पहुंचा देते हैं। नगर पंचायत शाहपुर के वार्डों में पड़े कचरे और मुख्य सड़कों के हालात इसकी गवाही दे रहे हैं।
इधर, नगर पंचायत शाहपुर के कई पार्षदों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा की 17 सितंबर से 2 अक्तूबर तक पूरे नगर क्षेत्र में स्वच्छता अभियान सुभारंभ की जानकारी पूर्व से नहीं दिया गया।16 सितंबर की रात आधा अधूरा जानकारी मोबाइल के जरिए देकर समय और स्थान नहीं बताया गया। जिससे कई पार्षद नगर कार्यालय पहुंचकर कार्यक्रम का इंतजार करते रहें।