Shahpur Councilor: भोजपुर जिला के शाहपुर नगर पंचायत के मुख्य पार्षद के खिलाफ नगर पंचायत के वार्ड पार्षदों सहित सशक्त स्थायी समिति के सदस्यों ने भी मोर्चा खोल दिया है ।
- हाइलाइट :- Shahpur Councilor
- शाहपुर नगर पंचायत के सशक्त स्थायी समिति के सदस्यों ने भी मोर्चा खोल दिया है
- वार्ड पार्षद सदस्यों ने कहा की विगत छः माह से मासिक बैठक नहीं किया गया है
Shahpur Councilor आरा/शाहपुर: भोजपुर जिला के शाहपुर नगर पंचायत के मुख्य पार्षद के खिलाफ नगर पंचायत के वार्ड पार्षदों सहित सशक्त स्थायी समिति के सदस्यों ने भी मोर्चा खोल दिया है। मुख्य पार्षद पर मनमाना रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना आक्रोश व्यक्त किया है। वार्ड पार्षदों ने कहा की पानी को लेकर नगर में हाहाकार मचा हुआ है। विगत छः माह से नगर पंचायत की मासिक बैठक नहीं किया गया है। गुपचुप तरीके से नगर पंचायत में स्ट्रीट लाइट, हाई मास्क लाइट, डस्टबिन की खरीदारी हो गई है।
पार्षद सदस्यों ने बताया की मुख्यपार्षद बिहार नगरपालिका अधिनियम को ताक पर रखकर नियम विरूद्ध कार्य करना शुरू कर दी है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहा की नियम के अनुसार पंद्रह लाख रूपैया तक के योजना कार्य विभागीय स्तर पर होनी है। जबकि 15 लाख से उपर का कार्य टैंडर प्रक्रिया से करनी है। लेकिन मुख्य पार्षद अपनी मनमानी का परिचय देते हुए 15 लाख से नीचे की योजनाओं का टैंडर करवा दिया और 15 लाख से ऊपर के कार्य पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी रजनीश कुमार से मेली कर पार्ट-पार्ट में बांटकर कराया गया है जो अनुचित है। जानकारों का मानना है कि पार्षदों की नाराजगी को दूर नहीं किया गया, तो नगर पंचायत की होने वाली आगामी बैठक में हंगामें की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
सौतेला पुर्ण व्यवहार ठीक नहीं – संजय चतुर्वेदी
नगर पंचायत के सशक्त स्थायी समिति सदस्य सह वार्ड पार्षद संजय चतुर्वेदी ने कहा कि विगत छः माह से मासिक बैठक नहीं किया गया है। मुख्य पार्षद अपनी निजी सहायक के परामर्श से बिना वार्ड पार्षद की जानकारी के योजनाओं का चयन सहित अन्य कार्य कर रही हैं। नगर की सफाई व्यवस्था का हाल दयनीय है। वार्ड में किसी दिन एक तो किसी दिन दो मजदूर ही काम करने आ रहे है। मुख्य पार्षद सशक्त स्थायी समिति के सदस्यों एवं वार्ड पार्षदो के साथ सौतेला पुर्ण व्यवहार कर रही है। जनता के सवाल पर हम सभी वार्ड पार्षद अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे है।
जनता में हाहाकार मचा हुआ है- देवान्ती देवी
सशक्त स्थायी समिति सदस्य सह वार्ड पार्षद देवान्ती देवी ने बताया कि नगर में पेयजल योजना संचालित करने के लिए करोड़ों की राशी निर्गत कर दिया गया है लेकिन इस भीषण गर्मी में नगर के लगभग सभी वार्डों में पेयजल आपुर्ति की स्थिति ठीक नहीं है। जनता में हाहाकार मचा हुआ है। पेयजल आपुर्ति सहित साफ सफाई को लेकर जनता उनसे सवाल पुछ रही है लेकीन पदाधिकारी और मुख्य पार्षद को कोई परवाह नहीं है।
हमारे लिए जनता सर्वोपरि है – वार्ड पार्षद सगीर शाह
सशक्त स्थायी समिति सदस्य सह वार्ड पार्षद सगीर शाह ने कहा की साफ-सफाई की व्यवस्था सही नहीं है। इस मामले का संज्ञान हमने मुख्य पार्षद एवं कार्यपालक पदाधिकारी को करा दिया है। हमारे लिए जनता सर्वोपरि है। सफाई एनजीओ पर उचित निर्णय अत्यंत जरूरी है। इसके लिए मुख्य पार्षद को बैठक करनी चाहिये।
मामले को जिला पदाधिकारी से मिलकर अवगत कराएंगे पार्षद
वही उपमुख्य पार्षद झुनीया देवी, वार्ड पार्षद सदस्य कमेश्वर राज, हिरालाल पांडेय सहित अन्य पार्षदों ने बताया कि अगर पंद्रह दिनो के अंदर मासिक बैठक नहीं की गई तो सभी वार्ड पार्षद जिला पदाधिकारी से मिलकर मामले को अवगत कराते हुए आंदोलन करने पर मजबुर हो जायेगे।
क्या कहता है बिहार नगरपालिका अधिनियम?
मालूम हों की बिहार नगरपालिका अधिनियम की धारा-48 मे स्पष्ट किया गया है की नगरपालिका अपने कार्य के संचालन हेतु प्रत्येक माह कम से कम एक बार बैठक करेगी। वही धारा 18(1) के (ठ) मे स्पष्ट किया गया है की यदि वह अधिनियम के अधीन कर्तव्यों एवं कृत्यों के करने से इनकार करता हो या जानबूझकर उपेक्षा करता हो, अथवा उसमें निहित शक्तियों का दुरुप्योंग करता हो, ऐसे मामले सामने आने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा उसे अयोग्य घोषित किया जा सकता है ।