Sushil Yadav murder in Arrah: मैकेनिक हत्या कांड में मेन शूटर सहित दो अपराधी गिरफ्तार, लाइनर की तलाश
सुपारी कीलिंग: 24 घंटे के अंदर सुशील हत्या कांड का खुलासा
शूटर के घर से हत्या कांड में इस्तेमाल देसी पिस्टल और दो गोली बरामद
खबरे आपकी बिहार आरा नगर थाना क्षेत्र के मोती टोला निवासी सुशील यादव की पूर्व की रंजिश और प्रतिशोध में सुपारी देकर हत्या करायी गयी थी। इसके लिये सुशील यादव के दो विरोधियों द्वारा एक लाख की सुपारी दी गयी थी। हत्या कांड के मेन शूटर और मुख्य साजिश कर्ता की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने यह खुलासा किया है। पुलिस ने हत्या के महज 24 घंटे के अंदर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान हत्या में इस्तेमाल एक देसी पिस्टल और दो गोली बरामद की गयी है। गिरफ्तार अपराधियों में नगर थाना क्षेत्र के अंबेदकर कॉलोनी निवासी वीरा राम और मोती टोला के विकास यादव शामिल हैं। दोनों ने हत्या में शामिल होने की बात स्वीकार कर ली है। साथ ही दो लाइनर का काम करने वाले दो लोगों के नाम भी बताया है।
Sushil Yadav murder in Arrah: चार अपराधियों ने मिलकर रची थी सुशील यादव की हत्या की साजिश
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एएसपी हिमांशु ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सुशील यादव की विकास यादव और चरखंभा गली निवासी धर्मेंद्र यादव के बीच पहले से ही विवाद चल रहा था। इसे लेकर पहले भी मारपीट और गोलीबारी की घटना हो चुकी थी। उसमें सुशील यादव और विकास यादव को गोली भी लग चुकी थी। उसे लेकर धर्मेंद्र यादव और विकास यादव द्वारा सुशील यादव की हत्या के लिये वीरा राम को एक लाख की सुपारी दी गयी थी। उसके बाद वीरा राम ने अपने दो साथियों के साथ मंगलवार की सुबह अंबेदकर कॉलोनी में सुशील यादव की गोली मार कर हत्या कर दी गयी। उन्होंने बताया कि हत्या में शामिल अन्य अपराधियों और दोनों लाइनरों की गिरफ्तारी के लिये लगातार छापेमारी की जा रही है।
हत्या के बाद घर की छत पर पिस्टल फेंक बक्सर बुआ घर के भाग गया था वीरा
आरा। सुशील यादव की हत्या के बाद प्रभारी एसपी स्वपना मेश्राम के निर्देश पर एएसपी हिमांशु के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। उसके बाद से ही टीम अपराधियों की पहचान और धरपकड़ में जुट गयी थी। इस क्रम में तकनीकी जांच और मोबाइल सर्विलांस के जरिये वीरा राम के बक्सर में होने की सूचना मिली। उसके बाद मंगलवार की रात ही पुलिस द्वारा वीरा राम को बक्सर से गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि विकास यादव को उसके घर से ही गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं वीरा राम की निशानदेशी पर उसके घर की छत से हत्या में इस्तेमाल देसी पिस्टल भी बरामद कर लिया गया।
एएसपी ने बताया कि हत्या की घटना के बाद वीरा राम ने अपने घर की छत पर पिस्टल फेंक दिया और छुप गया। बाद में वह किसी तरह स्टेशन पहुंचा और ट्रेन पकड़ बक्सर स्थित बुआ के घर चला गया था। लेकिन टीम को भनक लग गयी और उसे दबोच लिया गया। जबकि विकास यादव अपने घर में छुपा था, जहां से उसको भी गिरफ्तार कर लिया गया। टीम में नगर थानाध्यक्ष, रामविलास चौधरी, चीता टीम इंचार्ज ओमप्रकाश, नगर थाने के दारोगा अविनाश कुमार, डीआईयू के दारोगा अवधेश कुमार, सिपाही धर्मेन्द्र कुमार, अविनाश कुमार, सुकेश कुमार और ब्राहृमानद पाठक शामिल थे।
हेरोईन पकड़े जाने से नाराज वीरा ने धर्मेंद्र और विकास के कहने पर सुशील को टपका डाला
एएसपी ने बताया कि धर्मेंद्र यादव और विकास यादव की पहले से ही सुशील यादव से अदावत चल रही थी। इससे दोनों पहले से ही उसके पीछे पड़े थे। इसके लिये वीरा राम को सुपारी दी गयी थी। इस बीच कुछ रोज पहले वीरा की हेरोईन भी पुलिस द्वारा पकड़ ली गयी। इससे वीरा को लगा कि सुशील यादव द्वारा ही पुलिस को हेरोईन की खबर दी गयी थी। उसके बाद वीरा राम द्वारा धर्मेंद्र यादव और विकास यादव के कहने पर अपने दो साथियों के साथ मिल कर सुशील यादव को टपका दिया गया।
बता दें कि मंगलवार की सुबह करीब पौने ग्यारह बजे अंबेदकर कॉलोनी के पास गली में मोती टोला निवासी सुशील यादव की गोली मार हत्या कर दी गयी थी। उस मामले में सुशील यादव के भाई सुधीर कुमार के बयान पर वीरा सहित चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी।