Tips to students by DDC Vikram Virkar: टैलेंट का तात्पर्य सिर्फ किताब ही नहीं। टैलेंट बच्चो को एक स्तर तक ही ले जाता है, उसके बाद आगे आपको खुद ब खुद रास्ता तैयार करना पड़ता है। उन्होंने भारत के मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम व पाकिस्तान के वैज्ञानिक डॉ. अब्दुल कादिर तथा क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर व विनोद कांबली आदि की तुलनात्मक 3 कहानियां सुना कर बच्चों को मोटिवेट किया
- पुराने समय में कैरियर के लिमिटेड ऑप्शन थे-पवन श्रीवास्तव
- अपनी मेहनत से हाथों की रेखा को बदल सकते हैं बच्चे-डाॅ. गांधी जी राय
- कैरियर काउंसलिंग सह अवार्ड सेरेमनी कार्यक्रम का आयोजन
- संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के सभागार में हुआ कार्यक्रम
- भोजपुर टाॅपर आर्यन कुमार समेत अन्य छात्र-छात्राओं को किया गया सम्मानित
Bihar/Ara: आरा शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के सभागार में गुरुवार को सीबीएसई दसवी बोर्ड के उर्तीण छात्रो का कैरियर काउंसलिंग सह अवार्ड सेरेमनी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में विद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहेंं। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि उप विकास आयुक्त विक्रम वीरकर (आईएएस), विशिष्ट अतिथि महाराजा काॅलेज पूर्व प्राचार्य प्रो. डाॅ. गांधी जी राय, लेखक एवं समाजिक कार्यकर्ता पवन श्रीवास्तव, विद्यालय की प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह एवं निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र ने संयुक्त रूप से किया। मंच संचालन वरीय शिक्षक अरविंद ओझा एवं धन्यवाद ज्ञापन उप प्राचार्य ऋषिकेश ओझा ने किया।
Tips to students by DDC Vikram Virkar: मुख्य अतिथि उप विकास आयुक्त विक्रम वीरकर ने छात्र- छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा टैलेंट का तात्पर्य सिर्फ किताब ही नहीं। टैलेंट बच्चो को एक स्तर तक ही ले जाता है, उसके बाद आगे आपको खुद ब खुद रास्ता तैयार करना पड़ता है। उन्होंने भारत के मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम व पाकिस्तान के वैज्ञानिक डॉ. अब्दुल कादिर तथा क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर व विनोद कांबली आदि की तुलनात्मक 3 कहानियां सुना कर बच्चों को मोटिवेट किया, उन्होंने कहा कि कुछ पाने के लिए कष्ट सहने, रुकने के लिए तैयार होना पड़ेगा। अगर आप कष्ट सहेंगे, तो आपका भविष्य और भी बेहतर होगा। इसमें बच्चो के माता-पिता और शिक्षकों का योगदान भी बहुत जरूरी है।
लेखक व समाजिक कार्यकर्ता पवन श्रीवास्तव ने कहा की पुराने समय में कैरियर के ऑप्शन लिमिटेड थे, यानि विकल्प सीमित थे। जो बच्चे खुब पढते थे, उनका सपना था की वे आईएएस एवं आपीएस बने। उनसे नीचे के बच्चे इंजीनियर एवं डॉक्टर बनना चाहते थे। लेकिन आज बदलते दौर में कैरियर का बहुत ज्यादा विकल्प है। यह व्यवसाय बन गया है। उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में कहानी सुना कर बच्चों को मोटिवेट करते हुए कहा कि जब योगी आदित्यनाथ ने पढ़ाई की थी, तो उनके परिजन सोचते होंगे कि उनका बेटा डॉक्टर एवं इंजीनियर बनेगा, लेकिन वे योगी बन गये। बाद में ऐसा समय आया कि वे यूपी के मुख्यमंत्री बन गये।
विशिष्ट अतिथि प्रो. डॉ. गांधी जी राय ने कहा की आज जीवन के हर क्षण में मोटिवेशन की आवश्यकता है। बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी मोटिवेट होंगे, तो जीवन में कभी भी बहुत कुछ कर सकते हैं। आपकी सफलता आपके मेहनत में ही निहित है। आप अपनी मेहनत के बदौलत हाथों की रेखा को बदल सकते हैं। आपकी जो इच्छा शक्ति है, तो वह करें। उन्होंने प्रसिद्व रचना “रश्मि रथी” की कुछ पंक्तियां सुनाकर बच्चों एवं अभिभावकों को मोटिवेट किया।
सीखने की कोई उम्र नहीं होती- डाॅ.अर्चना सिंह
स्वागत भाषण देते हुए प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने कहा की हम जहां चाहे, वही से कामयाबी की राह तलाश सकते हैं। सीखने की कोई उम्र नहीं होती है। उन्होंने कहा कि हम हमेशा अपने छात्रों के बीच रहते हैं। उनके बारे में सोचते हैं कि बच्चे कैसे कामयाब हो। जब हम जीवन को संतुलित, सयमित कर लेते हैं, तो निश्चित रूप से हमें उपलब्धियां व सफलता मिलती है।
बच्चों को सुविधाभोगी नहीं बल्कि परिश्रमी बनाता है संभावना स्कूल-डाॅ.कुमार द्विजेंद्र
संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र ने कहा की संभावना विद्यालय बच्चों को सुविधाभोगी नहीं, बल्कि परिश्रमी बनाता है। हम बच्चों में वैसे संस्कार का सृजन करते हैं, ताकि वे अनुशासन में रहकर अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा की किसी भी विद्यालय के वैसे बच्चे जो 90 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त किए हैं। उनका ग्यारहवी कक्षा के नामांकन में सभी तरह के शुल्क में 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को कक्षा दसवीं बोर्ड के बाद उनके कैरियर संबंधित सलाह देना है, ताकि वे 11वीं एवं 12 वीं कक्षा में सही विषय का चयन कर सके और अपने लक्ष्य से भटके नही। बच्चे आगे क्या-क्या कर सकते हैं, इसके बारे में जानकारी दी गई। इसके पूर्व विद्यालय के बच्चे छात्र-छात्राओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को निदेशक एवं प्राचार्य द्वारा संयुक्त रूप से स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान सीबीएसई दसवीं बोर्ड की परीक्षा में भोजपुर टाॅपर छात्र आर्यन कुमार ने अपनी मोटिवेशनल स्पीच दी। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के सभी शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों का सराहनीय योगदान रहा।
परीक्षा में अव्वल बच्चो को दिया गया प्रशस्ति-पत्र और मोमेन्टो
कैरियर काउंसलिंग सह अवार्ड सेरेमनी कार्यक्रम के दौरान सीबीएसई दशवी बोर्ड की परीक्षा में 90 प्रतिशत एवं उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओ को सम्मानित किया गया। इस मौके पर डीडीसी विक्रम वीरकर, प्रो. डॉ. गांधीजी राय, लेखक पवन श्रीवास्तव, संभावना स्कूल के निदेशक डॉ.कुमार द्विजेंद्र एवं प्राचार्या डॉ.अर्चना सिंह ने संयुक्त रुप से बच्चों को सम्मानित किया। इनमें आर्यन कुमार (भोजपुर टाॅपर), रोहिणी कुमारी, विश्वजीत सिंह, शुभय पांडेय, सानिया जहां, रोहन सिंह, जया कुमारी, सागर कुमार सिंह, रौशन सिंह, अभिजीत कुमार, सुंदरम कुमार सिंह, पीयूष राज, हर्ष शाश्वत, मनी मंजूल, शौर्य राज, निहाल सिंह, श्रुति सिंह, सौरव कुमार, रुकैया फातिमा, शिवम कुमार एवं मानवी कुमारी को प्रशस्ति-पत्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। सम्मान पाकर बच्चे काफी गदगद दिखे।