Sunday, December 22, 2024
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जिले के पांच टॉप अपराधियों में शामिल सभा पूछताछ के बाद भेजा गया जेल

Top five criminal: ढाई दशक से अपराध जगत में सक्रिय था कुख्यात सभा यादव

सभा पर हत्या, लूट, डकैती व फिरौती के लिये अपहरण सहित डेढ़ दर्जन मामले

कर्नाटक के मैसूर पुलिस के सहयोग से गुरुवार को पकड़ा गया था सभा

खबरे आपकी आरा/बिहार: भोजपुर के हसनबाजार ओपी क्षेत्र के इनरपतपुर गांव निवासी कुख्यात सभा यादव करीब ढाई दशक से अपराध जगत में सक्रिय था। फिरौती के लिये अपहरण, हत्या, लूट और डकैती उसका पेशा बन गया था। जिले की टॉप पांच अपराधियों में उसकी गिनती होती थी। उसकी गिरफ्तारी भोजपुर पुलिस के लिये एक बड़ी सफलता है। कर्नाटक से गिरफ्तारी और कड़ी पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया। एएसपी हिमांशु ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी।

Top five criminal: भोजपुर के साथ रोहतास व बक्सर पुलिस के लिये बन था सिरदर्द

उन्होंने बताया कि सभा यादव वर्ष 1996 से हत्या, लूट, डकैती, फिरौती के लिए अपहरण के अपराध में सक्रिय है। उसका कार्य क्षेत्र भोजपुर जिले के अलावे रोहतास और बक्सर भी है। वह अक्सर इन जिलों में अपराध करता रहता था। उसके खिलाफ अबतक तीनों जिले में डेढ़ दर्जन केस दर्ज सामने आ चुके हैं। फिलहाल वह हसनबाजार ओपी क्षेत्र के पचरूखिया गांव निवासी लालमोहर साह की हत्या और उसके बेटे दुर्गा साह को गोली मारने में वांटेड था। उस मामले उसे गिरफ्तार किया गया है।

एएसपी ने बताया कि दोनों घटना के बाद वह फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिये मैनुअल और तकनीकी सूचना के जरिये उसके कनार्टक के मैसुर जिला के नरसिम्हा बाजार थाना इलाके में होने की सूचना प्राप्त हुई। उसके आधार पर मैसुर पुलिस की मदद से गिरफ्तारी की गयी। उसके बाद हसनबाजार ओपी इंचार्ज शिवेन्द्र कुमार और डीआईयू के दारोगा अवधेश कुमार द्वारा ट्रांजिट रिमांड पर उसे भोजपुर लाया गया।

एक दशक पहले क्लिनिक में इलाज कराते गिरफ्तार हुआ था सभा

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Top five criminal आरा। सभा यादव काफी शातिर अपराधी माना जाता है। वह पुलिस के साथ लुका-छिपी का खेल खेलता रहता था। करीब एक दशक पहले वह आरा के पकड़ी स्थित हड्डी रोग विशेषज्ञ के पास गुपचुप तरीके से अपना इलाज करा रहा था। तभी भोजपुर पुलिस की टीम ने उसे क्लिनिक से ही गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद उसे जेल भेजा गया था। जेल से निकलने के बाद भी वह अपराधिक गतिविधियों में सक्रिय रहता था।

बोलेरो पर सवार हो सभा ने साथियों संग लालमोहर साह पर बरसाई थी गोलियां

कुख्यात सभा यादव द्वारा मामूली विवाद में पचरुखिया गांव के लालमोहर साह की गोली मार हत्या कर दी गयी थी। उसके बाद केस सुलह नहीं करने पर उनके बेटे दुर्गा साह को भी गोली मार दी गयी थी। इसे लेकर उसके खिलाफ हसन बाजार ओपी में अलग-अलग केस दर्ज किये गये थे।

लालमोहर साह के पुत्र दुर्गा कुमार साह की ओर से पिता की हत्या को लेकर दर्ज प्राथमिकी में सभा यादव, उसके भाई संजय यादव सहित दो अन्य को आरोपित किया गया था। उसमें कहा गया था कि उसके पिता अंडा की दुकान पर थे, तभी सभा यादव सहयोगियों के साथ बोलेरो से आया और ताबड़तोड़ गोलिया बरसा दी। उसके बाद फरार हो गया। उस घटना में लालमोहर साह की मौत हो गयी थी।

एएसपी के अनुसार पुलिस अनुसंधान में सभा यादव, संजय यादव के अप्राथमिकी अभियुक्त माखन टोला गांवनिवासी नंदकिशोर यादव और बक्सर के अरिआंव निवासी डब्लू कुमार उर्फ बाद यादव के विरूद्ध घटना सत्य पायी गयी थी। उस मामले में संजय यादव और नंदकिशोर यादव को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।

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