Trial with drone: कोईलवर स्थित सोन नदी में नाव तथा अन्य माध्यमों से अवैध बालू खनन करने वाले माफियाओं पर अब पुलिस-प्रशासन की पैनी नजर रहेगी।
- हाइलाइट्स: Trial with drone
- वर्षा ऋतु में नावों एवं अन्य माध्यमों से किए जाने वाले अवैध बालू खनन पर लगेगी लगाम
- कोईलवर पुल के दोनों ओर ड्रोन से ट्रायल, अवैध खनन के संभावित स्थलों का हुआ निरीक्षण
- बालू खनन की बंद अवधि में संपूर्ण नदी क्षेत्र में ड्रोन की रहेगी पैनी नजर
- पुलिस अधीक्षक राज के निर्देश पर मंगलवार को पुलिस ने की कार्रवाई
आरा,बिहार। कोईलवर स्थित सोन नदी में नाव तथा अन्य माध्यमों से अवैध बालू खनन करने वाले माफियाओं पर अब पुलिस-प्रशासन की पैनी नजर रहेगी। आगामी वर्षा ऋतु में नाव एवं अन्य माध्यमों से किए जाने वाले अवैध बालू खनन की रोकथाम में अब ड्रोन की मदद ली जाएगी। ड्रोन से अवैध बालू खनन करने वाले माफियाओं की वीडियो फुटेज व फोटो क्लिप भी निकाल ली जाएगी। इसको लेकर पुलिस-प्रशासन ने मंगलवार को ट्रायल किया।
पुलिस अधीक्षक राज के निर्देश पर कोइलवर थाना अंतर्गत सोन नदी क्षेत्र में कोईलवर थानाध्यक्ष एवं जिला खनन पदाधिकारी द्वारा आगामी वर्षा ऋतु में नावों एवं अन्य माध्यमों से किए जाने वाले अवैध बालू खनन की रोकथाम हेतु ड्रोन के माध्यम से निगरानी रखे जाने के लिए कार्रवाई की गई।
इसी क्रम में ड्रोन को कोइलवर ब्रिज के दोनों ओर उड़ाया गया तथा अवैध खनन के संभावित स्थलों का निरीक्षण किया गया। बालू खनन की बंद अवधि में संपूर्ण नदी क्षेत्र में ड्रोन के माध्यम से निरंतर निगरानी रखी जाएगी। अवैध बालू खनन पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने हेतु यह नवीनतम तकनीक काफी कारगर सिद्ध होगी, साथ ही, अवैध खनन में प्रयुक्त मशीनों, वाहनों एवं खनन में संलिप्त व्यक्तियों की पहचान व कार्रवाई में भी सुविधा होगी।
बता दें कि वर्षा ऋतु में बालू माफिया बड़े-बड़े नाव के सहारे सोन में अवैध बालू का उत्खनन करते रहते है। सुदूर दियारा इलाके में बालू माफियाओं की इस करतूत की भनक पुलिस को भी नहीं लग पाती थी। ऐसे में ड्रोन से निगरानी पुलिस के लिए कारगर साबित होगी।