Pahalgam: आरा शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के जुबली हॉल में शुक्रवार को नगर रामलीला समिति ट्रस्ट द्वारा के तत्वावधान में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
- हाइलाइट्स: Pahalgam
- कहा: कश्मीर के पहलगाम में हुई हैवानियत एवं शैतानियत
- पहली बार धर्म पूछ व चिन्हित कर दिया गया घटना को अंजाम-शंभू चौरसिया
- सभा में दो मिनट का मौन रख मृत भारतीयों के प्रति अर्पित की गई श्रद्धांजलि
- नगर रामलीला समिति ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित हुआ श्रद्धांजलि सभा
खबरे आपकी: आरा शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के जुबली हॉल में शुक्रवार को नगर रामलीला समिति ट्रस्ट द्वारा के तत्वावधान में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता नगर रामलीला समिति ट्रस्ट की अध्यक्ष डॉ. अर्चना सिंह ने की। इस दौरान कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam) में आतंकी हमले के दौरान मृत भारतीय नागरिकों के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
नगर रामलीला समिति के ट्रस्ट की अध्यक्ष डॉ. अर्चना सिंह ने कहा कश्मीर के पहलगाम में नरसंहार में मृत भारतीयों के लिए नगर रामलीला समिति ट्रस्ट द्वारा श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई है। पहलगाम में हैवानियत एवं शैतानियत हुई है। भारत के नागरिक होने के नाते हम उम्मीद रखते हैं कि सरकार इसका करारा जवाब देगी।अब भारत में गांधी वाला का युग नहीं है, जो जिस भाषा में समझता है, उसको उसी भाषा में हमें जवाब देना चाहिए।
नरसंहार में मृत 28 परिवार के लोग इस देश के नागरिक रहे हैं। उन्होंने इस देश के नियम कानून को माना। देश के हित के लिए टैक्स दिया है। कही न कही गलतियां तो हुई, उसे नकारा नहीं जा सकता है। अब उन गलतियों को दरकिनार करते हुए दरिंदों को ऐसी सजा देनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नही हो सके। उन्होंने कहा कि दु:ख की घड़ी में मृतक के परिवार वालों को भगवान सहनशक्ति प्रदान करें।
संचालन करते हुए ट्रस्ट के उपाध्यक्ष शंभू चौरसिया ने कहा कि आज कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के गम में पूरा भारत वर्ष डूबा हुआ है। इस घटना में किसी ने भाई, किसी ने पति, तो किसी ने अपना पिता खोया है। बहुत ही दुखद घटना है। पहली बार धर्म पूछ कर एवं चिन्हित कर वारदात को अंजाम दिया गया है सरकार को इसका मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए।
श्रद्धांजलि सभा में नगर रामलीला समिति ट्रस्ट के डॉ. कुमार द्विजेंद्र, सचिव विष्णु शंकर, कोषाध्यक्ष कर्नल राणा प्रताप सिंह, ट्रस्टी रामकुमार सिंह, डॉ. कृष्ण कुमार, रेणू पांडेय, राधा कुमारी, अखिलेश्वर प्रसाद समेत काफी संख्या में लोग मौजूद रहें।