कृष्णागढ़ थाना के त्रिभुवानी सोहरा गांव से पकड़े गये दोनों बदमाश
बदमाशों के पास से लूट में इस्तेमाल एक बाइक व तीन मोबाइल भी बरामद
धोबहां ओपी के रमडिहरा पुल पर 6 मई की शाम हुई थी लूट
लूट के 26 हजार रुपये की बरामदगी के लिये बदमाश की पत्नी का खाता फ्रीज
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आरा। धोबहां ओपी क्षेत्र में सीएसपी संचालक से लूट के मामले में भोजपुर पुलिस को बडी सफलता मिली है। पुलिस ने लूट में शामिल दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। लूट के 46 हजार रुपये व एक मोबाइल भी बरामद कर लिये गये हैं। साथ ही लूट में इस्तेमाल बाइक व तीन अन्य मोबाइल भी जब्त किये गये हैं। पकड़े गये अपराधियों में कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के त्रिभुवानी सोहरा गांव निवासी राजेश पासवान व मणिराज पासवान हैं। दोनों रिश्ते में सहोदर भाई हैं। इन दोनों के पास से लूटे गये 90 हजार में से 46 हजार रुपये मिले हैं। 26 हजार रुपये मणिराज पासवान के बैंक खाते में है। ऐसे मे उसके खाते को फ्रीज कर दिया गया है।
एसपी सुशील कुमार ने बताया कि लूट के बाद सदर एसडीपीओ अजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था। छानबीन में जुटी टीम तकनीकी जांच के आधार पर अपराधियों तक पहुंच गयी। उसके बाद दोनों को उनके घर से दबोच लिया गया। इस दौरान दोनों के पास से 46 हजार रुपये बरामद कर लिये गये। टीम में धोबहां ओपी इंचार्ज लक्ष्मी पटेल व डीआईयू के सदस्य शामिल थे। बता दें कि 26 मई की शाम धोबहां ओपी क्षेत्र के रामडिहरा पुल के पास हथियार का भय दिखा एक सीएसपी संचालक से 90 हजार रुपये लूट लिये गये थे। घटना के समय भदेयां गांव निवासी संचालक गुड्डू कुमार बिहिया थाना क्षेत्र के बेलवनिया बाजार स्थित बैंक से पैसे निकाल बलुआ बाजार स्थित अपने सीएसपी जा रहा था।
लूट के पैसे से अपराधियों ने चुकाये कर्ज, खरीदे गये गेहूं
आरा। कृष्णागढ़ थाना के त्रिभुवानी सोहरा गांव निवासी सगे भाई राजेश पासवान व मणिराज पासवान ने मिलकर लूट की घटना को अंजाम दिया। बाद में लूट के पैसे आपस में बांट लिये। उसके बाद लूट के पैसे से कर्ज चुकाया और गेहूं की खरीदारी की। बाकी के पैसे पत्नी के नाम पर बैंक में जमा करा दिये। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में दोनों ने यह बात स्वीकार की।
एसपी सुशील कुमार ने इसकी जानकारी दी। एसपी के अनुसार राजेश पासवान के पास से नगद 21 हजार रुपये बरामद किये। इसके अलावे उसने साढे़ नौ हजार रुपये से बंधक पड़े जेवर छुड़ाये जबकि साढ़े चार हजार रुपये से कर्ज चुकाया। वहीं मणिराज पासवान के पास से नगद साढ़े सात हजार नगद मिले। उसने भी साढ़े तीन हजार रुपये से गेहूं की खरीद कर ली थी। उसने अपने हिस्से के 26 हजार रुपये अपनी पत्नी के खाते में जमा करा दी। इसे देखते हुये उसकी पत्नी के खाते को फ्रीज कर दिया गया है। ताकि उस पैसे की बरामदगी हो सके। दोनों से पूछताछ की जा रही है।