मासिक अपराध समीक्षा गोष्ठी में थानध्यक्षों को दिया गया टास्क
लंबित वारंटों के निष्पादन के लिये एक सप्ताह तक चलेगा विशेष अभियान
अभियोजन शाखा में हर थाने और ओपी के लिये वारंट के पंजी का होगा संधारण
केस का चार्ज नहीं देने वाले दो दर्जन से अधिक आइओ के वेतन भुगतान पर रोक
आरा। क्राइम कंट्रोल करने के लिये अपराधियों की धरपकड़ के साथ वारंटों के निष्पादन पर भी पुलिस का काफी जोर है। रविवार को मासिक अपराध समीक्षा गोष्ठी में एसपी द्वारा इसे लेकर विशेष अभियान चलाने का निर्देश जारी किया गया है। अगले एक सप्ताह तक अभियान चलेगा। इसे लेकर एसपी की ओर से अभियोजन शाखा में सभी थाना और ओपी के लिये वारंट से संबंधित पंजी संधारण करने का निर्देश दिया गया है। अभियोजन शाखा प्रभारी को वारंट और कुर्की को गुगल फार्म पर भी अपलोड करने का आदेश दिया है। ताकि थानाध्यक्ष लॉगिन कर वारंट प्रिंट कर निष्पादन की कार्रवाई कर सकें। एसपी ने बताया कि इससे वारंट और कुर्की के निष्पादन में तेजी आयेगी। एसपी ने वारंट निष्पादन को लेकर पूर्व में चले अभियान पर संतोष जताया। क्राइम मीटिंग में एसपी ने तबादले के बावजूद आइओ द्वारा केस का चार्ज नहीं देने पर काफी नाराजगी जताई। इसे लेकर एसपी ने पांच से कधिक केस का चार्ज नहीं देने वाले करीब दो दर्जन से अधिक आईओ के वेतन भुगतान पर रोक भी लगा दिया। मीटिंग में एएसपी हिमांशु, पीरो एसडीपीओ राहुल सिंह, जगदीशपुर एसडीपीओ श्याम किशोर रंजन सहित, ट्रैफिक डीएसपी सहित सभी इंस्पेक्टर और थानेदार शामिल थे।
सार्वजनिक स्थानर फायरिंग में प्राथमिकी के तौर पर करें गिरफ्तार
क्राइम मीटिंग में एसपी द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर गोली बारी फायरिंग के मामले में प्रामिकता के तौर पर गिरफ्तारी का आदेश दिया गया। इसी क्रम में आरा नगर, नवादा और मुफ्सिफल सहित अन्य थाना में दर्ज फायरिंग से संबंधित मामलों की समीक्षा की गई। इस दौरान फायरिंग के आरोपितों की गिरफ्तारी और उदभेदन नहीं करने वालो थानाध्यक्ष व आईओ से स्पष्टीकरण की मांग की गई। इसके अलावे आरोपितों की गिरफ्तारी का सख्त निर्देश दिया गया। कहा गया कि पुलिस महानिदेशक द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर फायरिंग की घटना को काफी गंभीर कोटि में चिन्हित किया गया है। ऐसी वारदात से आम जन में भय का वातावरण और सामाजिक स्तर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
सात दिनों में समर्पित करें अंतिम आरोप पत्र, वरना होगी कार्रवाई
एसपी ने बताया कि मीटिंग में विगत छह माह में निष्पादित कांडों में अंतिम आरोप प्रपत्र समर्पित करने की समीक्षा की गयी। इस दौरान सदर अंचल में एक भी कांड अंतिम प्रपत्र के लिए लंबित नहीं पाया गया। इसके लिए सदर अंचल के इंस्पेक्टर गौतम कुमार को पुरस्कृत किया गया। साथ ही सभी अंचल पुलिस निरीक्षकों को एक सप्ताह के अंदर बचें कांडों का अंतिम प्रपत्र समर्पित कराते हुए प्रमाण पत्र लेने का निर्देश दिया गया। अन्यथा अनुशासन कार्रवाई के लिए जिम्मेवार होंगे। इस अवसर पर नगर थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर रामविलास चौधरी और कोईलवर अंचल निरीक्षक कमलेश्वर कुमार को सात दिन में आरोप पत्र समर्पित करने सख्त निर्देश दिया गया है। इधर, अप्रैल माह में केस के निष्पादन में शिथिलता में कोईलवर थानाध्यक्ष की सेवा पुस्तिका में निंदन जबकि एससी-एसटी थाने के सभी आईओ (थानाध्यक्ष को छोड़) के वेतन भुगतान की कार्रवाई की गयी।
काम में लापरवाही बरतने में उदवंतनगर थानाध्यक्ष सस्पेंड
काम में लापरवाही बरतने में उदवंतनगर थानाध्यक्ष ज्योति कुमारी को सस्पेंड कर दिया गया। एएसपी की रिपोर्ट पर उनको क्राइम मीटिंग में ही एसपी द्वारा निलंबित कर दिया गया। थानाध्यक्ष पर संदिग्ध आचरण और केस के न्यूनीकरण का भी आरोप लगा है। कहा गया है कि समीक्षा के क्रम में थाना कांड संख्या 154/ 22 धारा 366 ए और फायरिंग सहित अन्य कांडों में लापरवाही बरतने और गिरफ्तारी नहीं करने का का मामला सामने आया। फायरिंग के एक मामले में एएसपी के बार-बार आदेश के बावजूद थानाध्यक्ष द्वारा आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया जा सका। इसे लेकर थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया गया।