Waterlogging on Shahpur Road : पूर्व में हुई घटना से सबक नहीं लेते हुए लगता है की शाहपुर नपं प्रशासन किसी बड़ी घटना को होने का इंतजार कर रहा है।
- हाइलाइट : Waterlogging on Shahpur Road
- शाहपुर थाना मोड़ के पास NH-84 सड़क पर पानी का जमाव, शाहपुर नपं प्रशासन बेखबर
आरा/शाहपुर: भोजपुर जिले के शाहपुर नगर स्थित थाना मोड़ के पास से बहने वाला गंदा नाला के पानी लोगों की परेशानी का सबब बन रहा है। आवाजाही करने वाले यात्री व राहगीरों की जिंदगी पर भी खतरा बढ़ता ही जा रहा है। इस कारण लोगों में नगर प्रशासन के खिलाफ रोष देखने को मिल रहा है। दुर्घटना होने का खतरा यहां हमेशा बना रहता है।
लोगों का कहना है कि एनजीओ द्वारा नियमित व पूरी तरह सफाई न होने के कारण यह गंदगी से अटा हुआ है। जिससे पानी की निकासी नही होती। यह गंदा पानी ओवरफ्लो होकर रोड पर ईकठ्ठा हो जाता है। जिससे हर रोज छोटी मोटी घटना होते रहती है। पूर्व में हुई घटना से सबक नहीं लेते हुए लगता है की शाहपुर नपं प्रशासन किसी बड़ी घटना को होने का इंतजार कर रहा है।
बता दें की 10 दिसंबर 2015 गुरुवार की देर शाम शाहपुर एन एच 84,PNB बैंक के समीप एक ट्रक ने मोटर साइकिल सवार चाचा और भतीजी को रौंद दिया था। जिससे चाचा और भतीजी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। तब घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर ट्रक को आग के हवाले कर दिया था। उस समय जिला के एसपी नवीन चंद्र झा थे जो वर्तमान में शाहबाद रेंज के डीआईजी है।
शाहपुर नगर पंचायत में हुई इस घटना के बाद अफरातफरी मच गई थी। तत्कालीन एसपी, डीएसपी, एसडीओ बाल मुकुंद प्रसाद, शाहपुर बीडीओ प्रशांत कुमार घटनास्थल पर पहुंचे थे और काफी मशक्कत के बाद और आक्रोशित लोगों को समझाने के बाद सड़क जाम समाप्त हुआ था। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों की मांग पर शाहपुर बाजार NH-84 से अतिक्रमण को पूरी तरह हटा दिया गया था।
इधर, लोगों की माने तो आरा-बक्सर मेन रोड पर यात्रा के दौरान बहता हुआ गंदा पानी और सड़क जाम एक साथ मिल जाय तो लोग अमूमन समझ जाते है कि शाहपुर आ गया। शायद ही कोई दिन हो जब गंदगी वाले पानी के छींटे के कारण वाहन चालकों व लोगो के बीच तूतू-मैमै ना होता हो। अब ये पीढ़ी पूछ रही है कि आखिर कबतक यूं ही गंदे पानी से परेशान होते रहेंगे। जबकि इसके लिए नगर प्रसाशन एनजीओ को हर माह 11 लाख 87 हजार से ज्यादा रुपया दे रहा है।