Farmers of Shahpur Block-भारी बारिश से खेतो में ही सड़ गए बुआई की गई मटर के बीज
खबरे आपकी शाहपुर: मटर छेमी की खेती करने वाले किसानों पर बेमौसम बारिश ने कहर बरपा दिया है। सैकड़ों एकड़ जमीन पर मटर छेमी की की बुआई किसानों ने की थी, जो पूरी तरह से चौपट हो गया है। लेकिन बुआई के दुसरो व तीसरे दिन ही 20 अक्टूबर की रात हुई बारिश ने किसानों के मंसूबो पर पानी फेर दिया।
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Farmers of Shahpur Block- प्रखंड के बरिसवन, पिपरा, भैसहा टोला, सुहियां तथा भरौली
बरिसवन गांव के किसानों उमेश तिवारी, वीरेंद्र राम, शैलेंदु तिवारी, सुनील तिवारी, छोटेलाल सहित कई किसानों ने बताया कि बहुत ही महंगे वेरायटी का बीज की बुआई की थी। लेकिन छेमी की बुआई के दूसरे दिन ही पानी बरस गया। एकरा चलते सपटा मार देलस, छेमी के बिया जमबे ना कइलस। प्रखंड के बरिसवन, पिपरा, भैसहा टोला, सुहियां तथा भरौली के किसानों द्वारा छेमी को अगात खेती को लेकर छेमी की बुआई सैकड़ो एकड़ जमीन पर की थी। परंतु सर मुड़ाते ही ओले पड़ने वाली कहावत चरितार्थ हो गई। यानी छेमी कि बुआई करते ही भारी बारिश हो गई। अब स्थिति यह है कि खेती की बुआई फिर से करनी पड़ेगी। क्योंकि बारिश के कारण बीज अंकुरित ही नही हो पाये।
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उमेश चंद्र पांडे ने पीड़ित किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग सरकार से की
शाहपुर के बीज विक्रेता श्याम सुंदर महतो ने बताया कि करीब 8 से 10 टन मटर छेमी के उन्नत किस्म की बीज किसानों के खरीद कर खेती की थी। क्षेत्र के कृषि उत्पाद संगठन खांटी एग्रो फ़ार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी के निदेशक उमेश चंद्र पांडे ने पीड़ित किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग सरकार से की है। उन्होंने कहा कि आर्थिक संकट से गुजर रहे बेचारे किसान बाढ़ से उबरने की कोशिश कर रहे थे कि एक औऱ प्राकृतिक आपदा ने उन्हें कही का नही छोड़ा।
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