FIR SHO and others: बिहिया के पूर्व थानाध्यक्ष समेत पांच पुलिसकर्मियों व सरपंच पर प्राथमिकी दर्ज
बरूना गोलीकांड मामले में कोर्ट के आदेश पर 11 महीने बाद दर्ज हुई एफआईआर
Bihar/Ara/Bihiya: बिहिया के पूर्व थानाध्यक्ष व वर्तमान में उदवंतनगर के थानाध्यक्ष शशिभूषण प्रसाद समेत पांच पुलिसकर्मियों एवं बिहिया प्रखंड के ओसाईं पंचायत के सरपंच पर बिहिया थाने में (FIR SHO and others) नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। उक्त प्राथमिकी गत् वर्ष 19 मार्च को होली की रात बरूना गांव में हुए गोलीकांड की घटना में कोर्ट के आदेश के बाद जख्मी राहुल कुमार सिंह के बयान पर दर्ज करायी गयी है।
घटना के 11 माह बाद दर्ज हुई इस प्राथमिकी में तत्कालीन थानाध्यक्ष शशिभूषण प्रसाद, एएसआई योगेन्द्र प्रसाद यादव व अशोक मिश्रा, हवलदार धनेश्वर प्रसाद, सिपाही उमेश कुमार के अलावा ओसाईं पंचायत के सरपंच मनजी यादव को नामजद किया गया है। प्राथमिकी में उक्त सभी लोगों पर झगड़ा-झंझट करते हुए जान से मारने की नियत से गोली चलाने का आरोप लगाया गया है।
FIR SHO and others: होली की रात पुलिस व ग्रामीणों के बीच हुई थी झड़प व फायरिंग
बिहिया थाना क्षेत्र के बरूना गांव में गत् वर्ष 19 मार्च को होली की रात गली के विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हो गयी थी।मारपीट की इस घटना में दोनों हीं पक्षों के 11 लोग जख्मी हो गये थे।मामले की सूचना पाकर तत्कालीन थानाध्यक्ष शशिभूषण प्रसाद के नेतृत्व में पुलिस दल बरूना गांव पहुंची थी। इसी बीच ग्रामीणों व पुलिस के बीच जमकर कहा-सुनी और गाली-गलौज हो गयी।
ग्रामीणों ने जहां पुलिस दल पर डण्डों से हमला कर दिया वहीं पुलिस ने फायरिंग कर दी जिसमें बरूना गांव निवासी व बिहार पुलिस के दरोगा हरेन्द्र सिंह के 20 वर्षीय पुत्र राहुल कुमार सिंह को गोली लग गयी। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस दल की जमकर पिटाई की जिसमें थानाध्यक्ष समेत पांच पुलिसकर्मी जख्मी हो गये। इस दौरान एएसआई अशोक मिश्रा की एक पिस्टल भी गुम हो गयी थी जो कि अगले दिन मिल गयी। गोली लगने से जख्मी युवक को आरा ले जाया गया जहां से उसे इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया
जबकि पुलिस दल व अन्य जख्मी लोगों का बिहिया स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज कराया गया था। घटना को लेकर पुलिस ने 34 नामजद व दर्जनों अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी जिसमें 9 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। बाद में 14 लोगों ने पुलिस की दबिश के बाद कोर्ट में सरेण्डर कर दिया था।घटना के बाद आरोपित कई लोग अभी भी फरार चल रहे हैं। बरूना गोलीकांड मामले ने इतना तूल पकड़ा था कि सांसद, विधायक से लेकर कई लोगों ने गांव का दौरान किया और ग्रामीणों की मांग पर इंसाफ दिलाने का भरोसा दिलाया था।
घटना के बाद निवर्तमान थानाध्यक्ष का हुआ था तबादला
बरूना गांव में घटित घटना के बाद थानाध्यक्ष शशिभूषण प्रसाद को बर्खास्त करने की मांग जोर-शोर से उठी थी परन्तु तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने उनका तबादला उदवंतनगर के थानाध्यक्ष के रूप में की थी। वर्तमान में आरोपित पांच पुलिसकर्मियों में दरोगा योगेन्द्र प्रसाद यादव अभी बिहिया थाने में पदस्थापित हैं जबकि निवर्तमान थानाध्यक्ष व एएसआई अशोक मिश्रा का कृष्णगढ़ थाना में तबादला कर दिया गया था। समेत तीन पुलिसकर्मी अन्य थानों में पदस्थापित हैं।
एएसआई के गाली देने के बाद उग्र हुए थे ग्रामीण
जानकारी के अनुसार होली के रात बरुणा गांव पहुँची पुलिस व एएसआई अशोक कुमार मिश्रा ने ग्रामीणों को गाली गलौज करते हुए घर मे घुस महिलाओं के साथ अभद्र ब्यवहार किया था।जिसके बरुणा के ग्रामीण जनता उग्र हो गए तथा पुलिस के साथ भीड़ गए थे।हालांकि इस दौरान महिलाओं ने एएसआई पर छेड़खानी का भी आरोप लगाया था।