CBI raid on RJD MLA: मंगलवार को सीबीआई के अलग-अलग टीमों ने राजद विधायक किरण देवी के अलग-अलग ठिकानों पर धावा बोल दिया। बड़ी गाड़ियों में सवार होकर सीबीआई के अधिकारी विधायक के ठिकानों पर पहुंचे और कागजातों को खंगाला
Bihar/Ara: भोजपुर जिला के संदेश विधानसभा से जीती आरजेडी विधायक किरण देवी के घर पर सीबीआई की छापेमारी अगियांव स्थित घर और पटना स्थित सरकारी आवास पर की गयी। अहले सुबह सीबीआई की टीम बड़ी संख्या में पदाधिकारियों के साथ विधायक के ठिकानों पर पहुंचकर कागजात खंगालती रही। किरण देवी राजद सुप्रीमो लालू यादव के करीबी पूर्व विधायक अरुण यादव की पत्नी हैं।
भोजपुर जिला के संदेश विधानसभा क्षेत्र से किरण देवी पहली बार विधायक बनी हैं। उनके पति अरुण यादव भी इस क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं और राजद सुप्रीमो के काफी करीबी बताए जाते हैं। अरुण यादव ने एक केस में फंसाए जाने के बाद पत्नी को टिकट दिलवा कर विधायक बनाया।
मंगलवार को सीबीआई के अलग-अलग टीमों ने विधायक के अलग-अलग ठिकानों पर धावा बोल दिया। बड़ी गाड़ियों में सवार होकर सीबीआई के अधिकारी विधायक के ठिकानों पर पहुंचे। विधायक के ठिकानों पर कागजातों को खंगालने में सीबीआई की टीम लगी रही।
CBI raid on RJD MLA: बताया जा रहा है कि लैंड फॉर जॉब घोटाला मामले में सीबीआई की कार्रवाई चल रही है। लैंड फॉर जॉब मामले का केस दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में चल रहा है। नौकरी के बदले जमीन देने के मामले में क्या विधायक ने लालू फैमिली की मदद की थी? सीबीआई इनकी भूमिका तलाश रही है।
सीबीआई की छापेमारी पर पूर्व विधायक अरुण यादव ने कहा की हम यादव भगवान कृष्ण के वंशज है, इससे डरने वाले नहीं है। लालूजी हमारे भगवान है और ये सीबीआई रेड बीजेपी ने बौखलाहट में कारवाई है।
सीबीआई की कारवाई पर जेडीयू के पूर्व प्रवक्ता यादव रामसकल सिंह भोजपुरिया ने कड़ा एतराज जताया है। उन्होंने कहा की सीबीआई का लैंड फॉर जॉब घोटाला के आरोप मामले मे विधायक के घर की गई छापेमारी राजनीत एवं बदले की भावना से प्रेरित है। कथित लैंड फॉर जॉब का मामला 2004 -2009 का है। 2010 के विधानसभा चुनाव का टिकट भी तब अरुण यादव को नहीं मिला था। अरुण यादव 2010 के विधानसभा चुनाव राजद के विरोध में निर्दलिये लड़े थे। उन्होंने कहा की किरण देवी विगत चुनाव में पहली बार विधायक बनी है। पूर्व मे इनके पति विधायक थे। लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी डरी हुई है। हार की बौखलाहट में सिस्टम का दुरुपयोग जनता को साफ- साफ दिखाई दे रहा है।