Tejashwi Yadav – Agriculture Bihar: डिप्टी सीएम तेजस्वी ने कहा यह कृषि का रोडमैप नहीं बिहार की खुशहाली का रोडमैप है। बिहार ने यह काम किया है। राष्ट्रपति को दिल से आभार देतें है कि उन्होंने समय दिया। राज्यपाल का भी धन्यवाद करते हैं।
- हाइलाइट :-
- राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के कर-कमलों द्वारा चतुर्थ कृषि रोड मैप का शुभारम्भ
- पटना (बिहार) में चतुर्थ कृषि रोड मैप, बिहार 2023-28 का शुभारम्भ किया गया
Tejashwi Yadav – Agriculture Bihar: पटना में चतुर्थ कृषि रोड मैप, बिहार 2023-28 का शुभारम्भ के मौके पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन में महागठबंधन सरकार की उपलब्धियां गिनाई। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के अंदर जब से महागठबंधन की सरकार बनी है, तब से चौतरफा विकास हो रहा है। चौथा कृषि रोडमैप खुशहाली और विकास का रोडमैप है।
उन्होंने कहा कि फसलों का उत्पादन बढ़ा है। यह पढ़ाई, दवाई, कमाई, सुनवाई और कार्रवाई की सरकार है। लाखों युवाओं को नौकरी दी गई है। राज्य में 1931 के बाद पहली बार जातीय गणना भी हुई है। माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के कर-कमलों द्वारा पटना में चतुर्थ कृषि रोड मैप, बिहार 2023-28 का शुभारम्भ किया गया। कृषि रोड मैप के माध्यम से बिहार में चावल, गेहूं, दलहन व मक्का के उत्पादन तथा उत्पादकता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है तथा दूध, अंडा, मांस और मछली के उत्पादन में बिहार लगभग आत्मनिर्भर हुआ है।
कृषि बिहार की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। हमारी सरकार चरणबद्ध तरीक़े से कृषि योजनाओं का क्रियान्वयन कर राज्य के छोटे, गरीब एवं वंचित किसानों तक विकास और खुशहाली की रोशनी पहुँचाने के लिए कृत संकल्पित है। हमारी सरकार किसानों के हित में अनेक योजनाएँ चला रही है। जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम के साथ-साथ कृषि यंत्र को बढ़ावा देने के लिए, जैविक खेती, आधुनिक बीज को बढ़ावा देने के लिए, अनियमित मानसून के बीच डीजल अनुदान तथा सुखाड़ एवं बाढ़ से फसलों की क्षति होने पर कृषि इनपुट अनुदान के लिए राज्य सरकार अपनी निधि से किसानों को सहायता दे रही है।
डिप्टी सीएम तेजस्वी ने कहा कि हम लोग पढ़ाई, दवाई, सिंचाई, सुनवाई, कार्रवाई कर रहे हैं। बिहार से कई राज्य काफी पीछे छूटे हुए हैं। बिहार की बेरोजगारी सबसे बड़ी दुश्मन है। बिहार मे नौकरियां दी जा रही हैं। हम लोग ने वादा किया था की जातीय गणना कराएंगे। किसी अन्य राज्य ने यह नहीं किया। यह कृषि का रोडमैप नहीं बिहार की खुशहाली का रोडमैप है। बिहार ने यह काम किया है। राष्ट्रपति को दिल से आभार देतें है कि उन्होंने समय दिया। राज्यपाल का भी धन्यवाद करते हैं।
इस कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम के अलावा 12 विभागों के मंत्री, अफसर मौजूद रहे। साथी ही बड़ी संख्या मे किसान,कृषि वैज्ञानिक भी कार्यक्रम में शामिल हुए। राष्ट्रपति के सामने कृषि रोडमैप पर प्रजेंटेशन दिया गया। पीपीपी मोड में खेती की जाएगी। चौथे कृषि रोड मैप में अगले पांच साल में 1 लाख 62 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।