Checking ultrasound centres : डीएम के निर्देश पर बुधवार को प्रखंड से लेकर अनुमंडल व जिलास्तर के पदाधिकारियों ने जिले के सभी प्रखंडों में संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्रों की जांच की गई।
- हाइलाइट्स:Checking ultrasound centres
- आरा में सीडीओ डॉ ए अहमद द्वारा अल्ट्रासाउंड केंद्रों की जांच की गई
- एक साल में 413 प्रसव हुआ है। इसमें 176 बालिका व 237 बालक है
आरा/बिहिया/शाहपुर: डीएम के निर्देश पर बुधवार को प्रखंड से लेकर अनुमंडल व जिलास्तर के पदाधिकारियों ने जिले के सभी प्रखंडों में संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्रों की जांच की गई। इस दौरान पंजीकरण की स्थिति, रजिस्टर की उपलब्धता, नोटिस बोर्ड, प्रमाण पत्र का प्रदर्शन और केंद्र पर मशीनों की उपलब्धता सहित अन्य बिंदुओं पर अधिकारियों ने विस्तृत जांच की गई।
आरा में सीडीओ डॉ ए अहमद ने महावीर टोला स्थित जीवन सरिता अल्ट्रासाउंड, रमण अल्ट्रासाउंड, राज अल्ट्रासाउंड, भोजपुर अल्ट्रासाउंड, हर्ष अल्ट्रासाउंड, लीलावती अल्ट्रासाउंड व नीरू अल्ट्रासाउंड की जांच की। इस दौरान देखा गया कि अल्ट्रासाउंड केंद्रों का संचालन मानक के अनुसार किया जा रहा है या नहीं।
इसके अलावा यह भी जांच की गयी कि केंद्र पर डॉक्टर उपलब्ध है या नहीं। फॉर्म एफ व रजिस्टर का मिलान किया गया। क्लीनिक में संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्र में लिंगानुपात की भी जांच की गयी। जांच के दौरान पाया गया कि एक साल में 413 प्रसव हुआ है। इसमें 176 बालिका व 237 बालक है। रिपोर्ट तैयार करने के बाद जिला प्रशासन को सौंपा जायेगा।
वही शाहपुर में प्रखंड विकास पदाधिकारी शत्रुंजय कुमार सिंह व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अतिउल्ला खान ने संकट मोचन सहित कई अल्ट्रासाउंड केंद्र की जांच की गई। इस दौरान नोटिस बोर्ड, रजिस्टर की उपलब्धता और केंद्र पर मशीनों की उपलब्धता सहित अन्य बिंदुओं पर अधिकारियों ने विस्तृत जांच की।
वहीं बिहिया में बीडीओ मोनालिसा प्रियदर्शनी व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार के द्वारा क्षेत्र में संचालित हरेकृष्ण अल्ट्रासाउंड केंद्र की जांच की गई। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि पूर्व में ही चार अल्ट्रासाउंड केंद्र सील हो चुका है।