Shahpur MLA – Arrah MP: जवईनिया गाँव में गंगा नदी के कटाव को रोकने के लिए हो रहे काम पर अपनी सहयोगी पार्टी के सांसद के किसी चैनल पर दावे, कि उन्होंने संसद में इस मुद्दे को उठाया था। शाहपुर विधायक इस दावे को खारिज करते हुए कहते हैं कि जब काम अंतिम चरण में है, तो कई लोग श्रेय लेने के लिए आगे आ रहे हैं।
- हाइलाइट्स:Shahpur MLA – Arrah MP
- आज कई लोग श्रेय लेने के लिए आगे आ रहे हैं:- विधायक
Shahpur MLA – Arrah MP आरा, बिहार: भोजपुर जिले के शाहपुर विधायक राहुल तिवारी ने बिहिया में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि उन्हें स्थानीय सांसद सुदामा प्रसाद के जवईनिया गांव के दौरे से कोई समस्या नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जवईनिया गांव को गंगा नदी से होने वाले कटाव से बचाने का यह काम बिहार सरकार ने किया है, किसी केंद्रीय एजेंसी ने नहीं। विधायक श्री तिवारी ने जवईनिया गांव के संदर्भ में कहा, “सांसद महोदय जवईनिया गांव में घूमें, हमें कोई दिक्कत नहीं है। हमको उनकी बातों से भी कोई दिक्कत नहीं है। इस बयान के जरिए उन्होंने यह स्थापित करने की कोशिश की कि जवईनिया गांव को गंगा नदी से होने वाले कटाव से बचाने का यह कार्य राज्य सरकार के फंड और प्रयासों से हुआ है, जिसमें स्थानीय विधायक के तौर पर उनकी सीधी भूमिका है, न कि सांसद या केंद्र सरकार की।
राहुल तिवारी ने कहा की हमारे पार्टी के गठबंधन के सांसद जवईनिया गांव जहां गंगा नदी से कटाव हो रहा था, काम का निरीक्षण करने गए थे और किसी चैनल पर हम देख रहे थे कि सांसद महोदय ने बताया कि मैंने पार्लियामेंट में आवाज उठाया और इस पर चर्चा की, तो इसलिए हम सोचे कि आप लोग के सामने इस काम को स्पष्टता से रखा जाए इसलिए आप लोग से हम चाहेंगे कि जो फैक्ट है आप लोग के सामने बताए। क्योंकि आज के दिनों में वह काम अंतिम पायदान पर चल रहा है तो आज के दिनों में वाहवाही लेने सभी लोग आ रहे हैं।
श्री तिवारी ने बताया की सबसे पहले यह समस्या हमको गोवर्धन पूजा के दिन जब हम दामोदरपुर गए थे तो वहां के लोग बताए कि भैया कटाव की गंभीर समस्या आ रही है। क्योंकि बगल में उत्तर प्रदेश का जो गांव है नौरंगा वहां कटाव हो रहा था उसकी सुरक्षा उत्तर प्रदेश सरकार ने बांध बना के कर दी है। जिसके कारण अब जो एरिया है वह दामोदरपुर जवईनिया को इफेक्ट करेगा। यह हमको गोवर्धन पूजा के समय वहां के लोग बताए थे। उसके बाद से इस काम में हम लगे हैं। मीडिया से मुखातिब उन्होंने कहा की आप लोग गांव में जाएंगे और लोगों से पूछेंगे तो यह पता चलेगा।
हर तीन साल के बाद बड़ी बाढ़ शाहपुर में आती है तो हर बार हम देख रहे थे कि बाढ़ में जवईनिया गांव की दूरी गंगा नदी से कम होती जा रही है। तब मुख्यमंत्री से मिलकर इस समस्या को अवगत कराया। और जब भी सदन चला इसमे एक प्रश्न मेरा इस कटाव पर रहा है। क्योंकि समस्या बड़ी गंभीर थी इसको देखते हुए प्रधान सचिव के यहां लेटर गया। उस समय विभाग के मंत्री संजय झा जी से मिले। विभाग में जो सचिव थे प्रधान सचिव थे सब से मिलते रहे। भोजपुर के जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारी से मिलकर हम ने फाइल विभाग में भेजवाया।
पटेल भवन में एक मिश्रा जी वहां पर थे उनसे हम मुलाकात किए। पूरे बिहार भर में इस तरह की जो कटाव की समस्या जिसमें मकान जा रहा है कई फाइल वहां पहुंची थी। जिसमें मेरी भी फाइल वहां पहुंची हुई थी और हमने बताया कि मकान का फोटो के साथ भेजे है। उन्होंने कहा क्या मकान वास्तव में गिर रहा है? फोटो जो आप लोग के प्रिंट मीडिया से हमको मिला था उस फोटो को दिखाने के बाद और फाइल खोजने के बाद पता चला कि उस विभाग का हेडक्वार्टर बक्सर में है। उन्होंने बताया कि दो दिन में मीटिंग होने वाली है इस मीटिंग में आपकी जो योजना है उसको हम स्वीकृत करके भेज देंगे।
उसके बाद वह जैसे ही स्वीकृत हुआ है उसके बाद टेंडर के साथ ही साथ नौरंगा गांव में जिस तरह काम हुआ है जिस मेथड पर काम हुआ है। हमने फ़ोटो के साथ विभाग के सचिव को बताया की उक्त इंजीनियर के पैटर्न पर आप लोग काम करेंगे तो सक्सेस होगा। विभाग के सचिव बोले कि ठीक है हम लोग भी इसी तरह काम करना चाहते हैं क्योंकि साइड बैक कहीं कहीं हम लोग काम कर रहे हैं सक्सेस नहीं हो रहा है।
विधायक ने कहा की उसी आधार पर यहां काम हो रहा है जो इतने अच्छे तरीके से यहां काम हो रहा है। कहने का मतलब यही है कि इसमें हम लगे हुए थे। शाहपुर की जनता ने हमे विधानसभा में भेजी है। ठीक है सब लोग आज के दिनों में क्रेडिट लेने के लिए आ सकते हैं लेकिन वास्तविक स्थिति है कि हम लगे रहे। आज बरसात के पहले सुरक्षा बांध बन के तैयार हो रहा है
Shahpur MLA – Arrah MP: सहयोगी पार्टी के सांसद के दावे को विधायक ने किया खारिज
जवईनिया गाँव में गंगा नदी के कटाव को रोकने के लिए हो रहे काम पर अपनी सहयोगी पार्टी के सांसद के किसी चैनल पर दावे, कि उन्होंने संसद में इस मुद्दे को उठाया था। शाहपुर विधायक इस दावे को खारिज करते हुए कहते हैं कि जब काम अंतिम चरण में है, तो कई लोग श्रेय लेने के लिए आगे आ रहे हैं।
समस्या की शुरुआत: तिवारी के अनुसार, उन्हें इस समस्या के बारे में सबसे पहले दामोदरपुर गांव के लोगों ने गोवर्धन पूजा के दिन बताया था। ग्रामीणों ने आशंका जताई थी कि उत्तर प्रदेश के नौरंगा गाँव में बांध बनने के बाद गंगा नदी का दबाव जवईनिया और दामोदरपुर की तरफ बढ़ गया है।
- लगातार किए गए प्रयास:
- उन्होंने इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की।
- विधानसभा के हर सत्र में उन्होंने इस कटाव से जुड़ा प्रश्न उठाया।
- उन्होंने तत्कालीन विभागीय मंत्री संजय झा, प्रधान सचिव और अन्य अधिकारियों से लगातार संपर्क किया।
- भोजपुर के जिलाधिकारी के माध्यम से फाइल विभाग तक पहुंचाई।
- उन्होंने पटना के पटेल भवन में अधिकारियों से मिलकर कटाव से गिर रहे घरों की तस्वीरें दिखाईं, जिसके बाद मामले की गंभीरता को समझा गया।
- कार्य की स्वीकृति और तकनीक:
- उनके प्रयासों के बाद विभाग की एक बैठक में इस योजना को मंजूरी दी गई।
- तिवारी ने ही सुझाव दिया कि इस काम को उसी तकनीक से किया जाए जिससे उत्तर प्रदेश के नौरंगा गाँव में सफलतापूर्वक कटाव रोका गया था, जिसे विभाग ने स्वीकार कर लिया।
राहुल तिवारी का कहना है कि शाहपुर की जनता ने उन्हें विधानसभा में भेजा है और यह उनकी जिम्मेदारी थी। वे इस काम के लिए लगातार लगे रहे, जिसके परिणामस्वरूप आज बरसात से पहले यह सुरक्षा बांध बनकर तैयार हो रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि श्रेय लेने वाले आज भले ही कई हों, लेकिन वास्तविक मेहनत और प्रयास उन्हीं का है, और स्थानीय जनता इस सच्चाई से वाकिफ है।