Bihiya-Bihta SH-102: बिहिया-बिहटा राज्य राजमार्ग 102, बिहिया शहर के लिए एक अभिशाप बन गया है। इस सड़क पर नालियों के दूषित जल के जमाव से उत्पन्न गहरे गड्ढों के कारण बिहिया में प्रतिदिन दुर्घटनाएँ घटित हो रही हैं।
- हाइलाइट्स: Bihiya-Bihta SH-102
- बिहिया-बिहटा SH-102: एक जानलेवा सड़क और प्रशासनिक उदासीनता
- राजद नेता मदन यादव ने जगदीशपुर एसडीएम से की ठोस कदम उठाने की मांग
आरा: बिहिया-बिहटा राज्य राजमार्ग 102, बिहिया शहर के लिए एक अभिशाप बन गया है। इस सड़क पर नालियों के दूषित जल के जमाव से उत्पन्न गहरे गड्ढों के कारण बिहिया में प्रतिदिन दुर्घटनाएँ घटित हो रही हैं। इन दुर्घटनाओं में न केवल यात्री घायल हो रहे हैं, बल्कि पढ़ने-लिखने वाले छात्र भी त्राहिमाम कर रहे हैं। दुख की बात है कि सरकार और प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर उदासीन बने हुए हैं।
नगर पंचायत बिहिया के उत्तर में धरहरा स्थित धर्मकांटा के समीप और दक्षिण में शिव मंदिर से लेकर आनंद नगर तक, सड़क पर नालियों के गंदे पानी का जमाव एक आम दृश्य है। इस कारणवश, लोग हर रोज दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं और असमय काल के गाल में समा रहे हैं। परन्तु यह स्थिति सरकार और प्रशासन के लिए चिंता का विषय नहीं है। हलाकी पूर्व में अधिकारियों द्वारा इसका जायजा लिया गया था।
सड़क की मरम्मत कर लोगों की जान बचाने की राजद नेता ने की मांग:-
शाहपुर विधानसभा राजद के कर्मठ नेता मदन यादव ने जगदीशपुर अनुमंडल पदाधिकारी संजीत कुमार के नाम लिखे पत्र पत्र में कहा है की बिहिया-बिहटा एस.एच. 102 की स्थिति अत्यंत दयनीय है और तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता है। सरकार और प्रशासन को जागना चाहिए और इस सड़क की मरम्मत कर लोगों की जान बचाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है तो बाध्य होकर मै पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बिहिया में 14 मई 2025 से धरना प्रदर्शन करूंगा।
कहा: दुख की बात है कि सरकार और प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर उदासीन बने हुए हैं। लोगों की जान खतरे में है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बिहिया-बिहटा SH-102 की दयनीय स्थिति की तत्काल सुधार जरूरी है। ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
यद्यपि राजद नेता मदन यादव ने व्यक्तिगत रूप से धन व्यय कर सड़क के गड्ढों को भरवाया था, परन्तु स्थिति पुन: गंभीर हो गई है और प्रशासन द्वारा इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यह जन-सुरक्षा के प्रति सरकारी उदासीनता का स्पष्ट प्रमाण है। वही इस मार्ग पर बालू से लदे वाहन बिना नंबर प्लेट या नंबर मिटाकर चलते हुए जाम में देखे जा सकते हैं।