Vijay murder case–आपराधिक गिरोह का साथ नहीं देने पर मारा गया माले नेता का बेटा
भागलपुर जेल में बंद आरा के गैंगस्टर पर हत्या की साजिश रचने का आरोप
पिता बोले: अपने साथ रहने का दबाव दे रहा था गैंगस्टर, करा दी हत्या
मामले की छानबीन में जुटी पुलिस, टीम बना की जा रही छापेमारी
एसपी बोले: जल्द गिरफ्तार होंगे अपराधी, जेल में बंद गैंगस्टर से भी होगी पूछताछ
खबरे आपकी आरा। माले नेता गोपाल प्रसाद का बेटा शहर के एक आपराधिक गिरोह का साथ नहीं देने पर मारा गया। भागलपुर जेल में बंद गैंगस्टर के इशारे पर उसे गोलियों से भून डाला गया। माले नेता ने बताया कि कई दिनों से उनके बेटे विजय की हत्या करने की साजिश रची जा रही थी। कहा कि उनके मोहल्ले में कुछ बदमाश तत्व के लोग रहते हैं। उन लोगों का कहना था कि वह उनके साथ रहे। लेकिन उनका बेटा उस बदमाश का साथ नहीं दे रहा था। बुधवार शाम उनका बेटा विजय सदर अस्पताल के पास चाय की दुकान पर खड़ा था। तभी बाइक सवार हथियारबंद कुछ अपराधी आ धमके। उसके बाद ताबड़तोड फायरिंग कर उसे गोलियों से भून दिया। इससे उनके बेटे की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
माले नेता ने भागलपुर जेल में बंद आरा के कुख्यात गैंगस्टर पर साजिश रच हत्या करवाने का आरोप लगाया है। इधर, सूत्रों के अनुसार भागलपुर जेल में बंद गैंगस्टर और उसके गैंग का शहर के एक दूसरे गिरोह से अदावत है। बताया जा रहा है कि माले नेता का पुत्र विजय कुमार का उस गिरोह से लगाव है। सूत्रों की इससे जेल में बंद गैंगस्टर विजय कुमार से नाराज चल रहा था। उसी को लेकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है।
Vijay murder case-इधर, हत्या की गंभीरता से लेते हुये एसपी विनय तिवारी की ओर से अपराधियों की धरपकड़ को लेकर एसडीपीओ हिमांशु के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है। टीम अपराधियों की पहचान कर धरपकड़ में जुटी है। एसपी ने बताया कि घटना की हर एंगल से तफ्तीश की जा रही है। हत्या में शामिल सभी अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जायेगा।सीसीटीवी फुटेज से अपराधियों की पहचान की जा रही है। जेल में बंद एक कुख्यात का नाम लिया जा रहा है। उससे भी पूछताछ की जायेगी।
सरेशाम ताबड़तोड़ फायरिंग और हत्या से दहल उठा सदर अस्पताल का इलाका
धड़ाधड़ गिरने लगे अस्पताल रोड की दुकानों के शटर, भागने लगे लोग
हत्या से आक्रोशित लोगों ने एसपी को बुलाने की मांग को लेकर शव रोका
देर रात एसपी के आश्वासन के बाद शव का हुआ पोस्टमार्टम
Vijay murder case आरा शहर में सरेशाम ताबड़तोड़ फायरिंग और हत्या से सदर अस्पताल का इलाका दहल उठा। अस्पताल रोड सहित आसपास की दुकानों के शटर धड़ाधड़ गिरने लगे। दहशत फैल गयी और भगदड़ मच गयी। वहीं हत्या की घटना के बाद काफी संख्या में माले नेता, कार्यकर्ता और समर्थक सदर अस्पताल पहुंच गये। आक्रोशित माले समर्थकों ने अपराधियों की गिरफ्तारी और एसपी को बुलाने की मांग को लेकर शव उठाने से पुलिस को रोक दिया। इस दौरान मृतक के परिजनों को नौकरी और बीस लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग भी की जा रही थी। इससे देर रात तक अफरातफरी मची रही।
हत्या की सूचना मिलने पर अगिआंव विधायक मनोज मंजिल, माले नेता दिलराज प्रीतम, क्यामुद्दीन अंसारी, वार्ड पार्षद सह अधिवक्ता अमित कुमार बंटी, डिप्टी मेयर पुष्पा कुशवाहा, और पूर्व वार्ड पार्षद लल्लू समेत काफी संख्या में लोग सदर अस्पताल पहुंच गये हैं।अस्पताल में गहमागहमी की स्थिति बनी थी। बताया जा रहा है कि शाम करीब छह बजे सदर अस्पताल के गेट पर बाइक सवार अपराधियों द्वारा माले नेता गोपाल प्रसाद के बेटे को गोलियों से भून दिया गया। उस समय काफी संख्या में लोगों की आवाजाही लगी थी। आसपास की दुकानों पर भी भीड़-भाड़ लगी थी। तभी अचानक फायरिंग होने लगी। मौके पर मौजूद लोगों की मानें तो अपराधियों द्वारा कम से कम दस राउंड फायरिंग की गयी। भागते समय भी कई राउंड गोलियां चलायी गयी। इससे भगदड़ मच गयी और दुकानों के शटर गिरने लगे।
अपराधियों की गोली से बाल बाल बचा ट्रैफिक जवान
माले नेता के पुत्र की हत्या के बाद अपराधी फायरिंग करते मठिया मोड़ की ओर भाग निकले। इस दौरान मठिया मोड़ के पास भी अपराधियों की ओर से गोलियां चलायी गयी। इसमें एक गोली मठिया मोड़ पर तैनात ट्रैफिक पुलिस के जवान पर भी चलायी गई। हालांकि वह बाल-बाल बच गया। बताया जा रहा है कि गोली जवान के फुल पैंट को बेधते हुए निकल गई। संयोग से उसकी जान बच गई। सदर एसडीपीओ हिमांशु ने बताया कि अपराधियों द्वारा भागने के दौरान गोली चलायी गयी थी। इसमें एक जवान बच गया है।
घटनास्थल से चार जिन्दा कारतूस और दो खोखा बरामद
Vijay murder case आरा। भाकपा (माले) नेता के पुत्र की हत्या के तुरंत बाद टाउन थाना इंचार्ज शंभू कुमार भगत घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल से चार जिंदा कारतूस और दो खोखा भी बरामद किया है। इसके बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। स्थानीय लोगों की माने तो अपराधियों द्वारा हत्या में दो-तीन हथियारों का इस्तेमाल किया था। इस दौरान दर्जनभर से अधिक राउंड गोली चलाई गई। तकरीबन आधा दर्जन गोली लगने से माले नेता के पुत्र की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
सात भाई बहनों में सबसे बड़ा था विजय
बताया जाता है कि माले नेता के पुत्र विजय दो भाई वपांच बहन में सबसे बड़ा था। परिवार में मां लीलावती देवी, पत्नी रीता देवी, तीन पुत्र अमन, आर्यन, आयुष और एक पुत्री अंजली है। घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है। घटना के बाद मां लीलावती देवी, पत्नी रीता देवी एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था।