आरा: ऑल इंडिया लॉयर्स एसोसिएशन फॉर जस्टिस आरा भोजपुर इकाई के द्वारा सिविल कोर्ट आरा के मुख्य द्वार पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सुप्रीम कोर्ट के वरीय अधिवक्ता प्रशांत भूषण (Prashant Bhushan) के पक्ष में प्रदर्शन किया गया।
ऑल इंडिया लॉयर्स एसोसिएशन फॉर जस्टिस आरा, भोजपुर इकाई के द्वारा किया गया प्रर्दशन
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया लॉयर्स एसोसिएशन फॉर जस्टिस के राष्ट्रीय संयोजन समिति के सदस्य अधिवक्ता अमित कुमार गुप्ता उर्फ बंटी ने कहा की किसी का आलोचना अवमानना नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण (Prashant Bhushan) ने सुप्रीम कोर्ट के किसी फैसले का विरोध नहीं किया। उन्होंने आलोचना किया और अदालती अवमानना के बहाने आलोचना और अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला नहीं सहेंगे
आलोचना अवमानना नहीं होता है और हम पूरे सिविल कोर्ट आरा के अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता प्रशांत भूषण (Prashant Bhushan) के साथ खड़े हैं और लोकतंत्र अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बोलने की आजादी पर हमला बर्दाश्त नहीं करेंगे।
लॉक डाउन की अवधि में तमाम अधिवक्ताओं को 30 हजार रुपये दिया जाए। बैंक से अधिवक्ताओं को तीन लाख तक का ब्याज मुक्त लोन उपलब्ध कराया जाए। न्याय मित्रों का बकाया वेतन का भुगतान किया जाए। अधिवक्ताओं की सुरक्षा की गारंटी किया जाए और भुखमरी के कगार पर खड़े अधिवक्ताओं का आर्थिक रूप से मदद हो।
आरा के वकीलों ने प्रशांत भूषण के पक्ष में किया प्रदर्शन
अध्यक्षता वरीय अधिवक्ता सुरेंद्र राय व संचालन कामेश्वर सिंह ने किया। प्रदर्शन में शामिल अधिवक्ताओं में निर्मल राम, शिवजी सिंह, सत्यनारायण राम, पंकज कुमार, शैलेंद्र कुमार, बसंत कुमार, अशोक चौधरी, सन्यासी कुमार, भरत प्रसाद, रवि कुमार इत्यादि दर्जनों अधिवक्ता थे।
सिविल कोर्ट आरा जिला बार एसोसिएशन के सचिव दीपक सिंह ने भी मांगों का समर्थन किया और भाकपा (माले) के तरारी विधायक सुदामा प्रसाद भी प्रदर्शन स्थल पर आकर अधिवक्ताओं के प्रदर्शन का समर्थन किया। साथ में माले नगर सचिव दिलराज प्रीतम भी उपस्थित थे।
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