NH-922 in Shahpur: प्राचीन कुंडवा शिव मंदिर के समीप शाहपुर NH-922 फोरलेन तीन मुहानी पर बड़े वाहनों को खड़ाकर बंद समर्थकों ने जाम कर दिया था।
- हाइलाइट : NH-922 in Shahpur
- केंद्र की भाजपा सरकार आरक्षण को खत्म करना चाहती है : कामेश्वर राज
- भाजपा सरकार शुरू से ही संविधान व लोकतंत्र विरोधी कानून थोपने की कोशिश कर रही है: हरिहारनाथ
आरा/शाहपुर: सुप्रीम कोर्ट के द्वारा एससी–एसटी आरक्षण का वर्गीकरण और क्रीमी लेयर करने के प्रस्ताव के खिलाफ आहूत भारत बंद का असर शाहपुर में भी रहा। प्राचीन कुंडवा शिव मंदिर के समीप NH-922 फोरलेन तीन मुहानी पर बड़े वाहनों को खड़ाकर बंद समर्थकों ने जाम कर दिया था।
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता बुधवार की सुबह से ही सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। शाहपुर NH-922 पर बंद समर्थकों ने आड़े तिरछे बड़े वाहनों को खड़ा कर जाम कर दिया था और विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। मुख्य मार्ग जाम रहने के कारण छोटे वाहनों का परिचालन भी बंद रहा। किसी तरह इक्का दुक्का बाइक,स्कूटी चल रहे थे। बंद के कारण लोगों को आने जाने में काफी परेशानी हुई।
कई राजनीतिक दलों ने किया बंद का समर्थन
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के साथ कई राजनीतिक दलों ने सड़क पर उतर कर भारत बंद को सफल बनाने में सक्रिय भागीदारी निभायी। इस दौरान कांग्रेस, राजद,बसपा, भाकपा माले एवं भीम आर्मी के लोग झंडा बैनर के साथ सक्रिय रहे। विभिन्न दलों एवं संगठनों के नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट से अपने इस प्रस्ताव को वापस लेने की मांग की।
वार्ड पार्षद कामेश्वर राज ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार आरक्षण को खत्म करना चाहती है। सुप्रीम कोर्ट के द्वारा क्रीमी लेयर और एससी एसटी वर्गीकरण का प्रस्ताव लाना आरक्षण खत्म करने की साजिश है। यही वजह है कि पूरे देश में इस प्रस्ताव का विरोध हो रहा है।
भीम आर्मी के स्थानीय नेता हरिहरनाथ ने सुप्रीम कोर्ट के इस प्रस्ताव को आरक्षण विरोधी बताया। कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार शुरू से ही संविधान व लोकतंत्र विरोधी कानून थोपने की कोशिश कर रही है। इस दौरान उन्होंने लोगों से इंकलाब जिंदाबाद, आरक्षण के खिलाफ साजिश करना बंद करो, संविधान से छेड़छाड़ करना बंद करो, एससी एसटी ओबीसी एकता जिंदाबाद सहित जय जय जय जय भीम, जय भीम,जय भीम सहित कई नारे लगवा रहे थे। बंद को सफल बनाने में कांग्रेस, राजद, भाकपा माले, बसपा , भीम आर्मी सहित कई संगठन के लोग सक्रिय थे।