success of Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग होने पर बुधवार को भोजपुर जिले में विभिन्न जगहों पर लोगों ने जश्न मनाया और मिठाइयां बांटी गईं। शाहपुर में भाजपा नेता राकेश विशेश्वर ओझा ने चन्द्रयान के सफल लैंडिंग पर इसरो के वैज्ञानिकों के साथ पीएम नरेंद्र मोदी को बधाई दी है। राजद नेता हीरा ओझा ने इसे हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण बताया और इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी।
चंद्रयान-3 मिशन की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग की गवाह पूरी दुनिया बनी। इसरो ने अंतिम कुछ मिनटों का लाइव प्रसारण किया था। इस लाइव स्ट्रीमिंग ने यूट्यूब पर अब तक सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए। इस मिशन की लाइव स्ट्रीमिंग ने स्पेनिश स्ट्रीमर इबाई के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। यह अब तक सबसे अधिक देखा जाने वाला कार्यक्रम बन गया। शाम 5:53 बजे इसरो के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 56 लाख से अधिक लोग इस रोमांचक पल का गवाह बन रहे थे।
चंद्रयान 3 मिशन ने ना सिर्फ भारत की अंतरिक्ष शक्ति का लोहा मनवाया है, बल्कि डिजिटल स्पेस में भी एक इतिहास रच दिया है। 23 अगस्त को शाम 6:04 बजे विक्रम लैंडर की लैंडिंग होती है। इस समय 80 लाख से अधिक लोग इस लैंडिंग कार्यक्रम को देख चुके थे।
आपको बता दें कि विक्रम ने सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करके अपना काम पूरा कर लिया है। वहीं रोवर प्रज्ञान भी लैंडर से बाहर आ गया है। इसरो के मुताबिक, विक्रम और प्रज्ञान में पांच वैज्ञानिक पेलोड लगे हैं। अब अगले 14 दिन (एक चंद्र दिवस) तक चंद्रमा की सतह का अध्ययन कर पांचों पेलोड एजेंसी को महत्वपूर्ण डाटा उपलब्ध कराएंगे।
success of Chandrayaan-3 – 26 किलोग्राम का है रोवर
इसरो के मुताबिक, रोवर प्रज्ञान का वजन 26 किलोग्राम है। यह एक रोबोट वाहन है जो छह पहियों पर चंद्र सतह पर खोज करेगा। यह एक सेंटीमीटर प्रति सेकंड की गति से चंद्र सतह पर यात्रा करेगा। इसके पहियों में अशोक स्तंभ की छाप है। जैसे-जैसे रोवर चांद की सतह पर चलेगा, वैसे-वैसे अशोक स्तंभ की छाप छपती चली जाएगी।