Cyber police station in Ara: पुलिस ऑफिस में एसपी और मेयर द्वारा किया गया साइबर थाने का उद्घाटन
- फ्रॉड के बाद सीधे साइबर थाने में दर्ज करायें शिकायत, होती त्वरित कार्रवाई
- इंस्पेक्टर श्याम किशोर प्रसाद बनाये गये साइबर पुलिस थाने के पहले थानाध्यक्ष
- एसपी ने जारी किया साइबर थाना का संपर्क नंबर 6207926696 जारी
- साइबर अपराध की रोकथाम और बचने की डिटेल्स में दी गयी जानकारी
Bihar/Ara: भोजपुर जिले में साइबर क्राइम करने वाले अपराधियों पर पुलिस का अब सीधा वार होगा। साइबर ठगी के बाद अब साइबर थाने की पुलिस एक्शन लेगी। हाईटेक मशीन और साइबर एक्सपर्ट से लैश थाने में केस दर्ज करने के साथ ही पुलिस अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर देगी। इसके लिए मुख्यालय के आदेश पर (Cyber police station in Ara) आरा में साइबर पुलिस थाने की शुरुआत की गयी।
पुलिस ऑफिस में रविवार को मेयर इंदू देवी और एसपी प्रमोद कुमार द्वारा फीता काट कर थाने का उद्घाटन किया गया। साइबर पुलिस थाने में कई तकनीकी मशीन के साथ आठ काबिल एक्सपर्ट भी तैनात किये गये हैं। पुलिस इंस्पेक्टर श्याम किशोर प्रसाद को इस साइबर थाने का थानाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
एसपी की ओर से साइबर थाने का संपर्क नंबर 6207926696 भी जारी किया गया है। इधर, थाना स्थापित होने के बाद लोगों को साइबर अपराध होने के बाद शिकायत दर्ज कराने के लिए अलग-अलग थानों और अन्य पुलिस ऑफिस का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। किसी तरह का फ्रॉड होने पर सीधे पीड़ित साइबर थाने में शिकायत दर्ज करायेंगे।
केस दर्ज करने के साथ ही पुलिस पैसे वापस कराने का प्रयास शुरू कर देगी। साइबर क्राइम की घटना की जांच करने के साथ अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई भी करेगी। उद्घाटन के अवसर पर ट्रेनी डीएसपी अनुराग कुमार, मेजर, सार्जेंट, थानाध्यक्ष और डा. विकास सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
Cyber police station in Ara: 24 घंटे में नेशनल हेल्पलाइन पर दर्ज करें शिकायत, होगी कार्रवाई
आरा के पहले साइबर पुलिस थाने के उद्घाटन के मौके पर एसपी प्रमोद कुमार की ओर से साइबर फ्रॉड के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। उन्होंने साइबर अपराध करने के तरीके से लेकर बचाव के उपाय की भी जानकारी दी। कहा कि साइबर क्राइम के बाद पैसे वापस करने के कुछ नियम होते हैं। अगर फ्रॉड होने के 24 घंटे के अंदर नेशनल साइबर हेल्प लाइन पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा दी जाती है, तो शत प्रतिशत पैसे की वापसी हो जाती है।
उसी तरह तीन दिन पर अलग नियम है। उन्होंने कहा कि फ्रॉड होने के 24 घंटे के अंदर हेल्प लाइन 1930 पर अपनी डिटेल्स शिकायत जरूर दर्ज करा दें। साइबर थाना में भी तत्काल डिटेल्स शिकायत दर्ज करायें। पुलिस तत्काल कार्रवाई करेगी। उससे पहले ट्रेनी डीएसपी अनुराग कुमार द्वारा भी साइबर अपराध के तरीके और बचाव के बारे में अहम जानकारी साझा की।
बताया कि साइबर क्राइम ऐसी क्रिमिनल एक्टिविटी है, जिसमें कंप्यूटर, नेटवर्क डिवाइस या नेटवर्क के जरिए ठगी की जाती है। साइबर अपराधी इसके जरिए प्राइवेसी से लेकर पैसे तक उड़ा ले जाते हैं। डेटा हैकिंग, फिशिंग मेल, ओटीपी फ्रॉड और मोबाइल फ्रॉड जैसे तमाम अपराध हैं, जिन्हें साइबर अपराधी अंजाम देते हैं। साइबर क्राइम वास्तव में एक अपराध ना होकर विभिन अपराधों का समूह है। उसमें हैकिंग, ऑनलाइन ठगी, फिशिंग, स्पैम ईमेल, रैन समवेयर, पोर्नग्राफी, ऑनलाइन ब्लैकमेल एवं इसी प्रकार के अन्य अपराध आते है।
आने वाले दिनों में तकनीकी रूप से सक्षम अफसर होंगे तैनात
नवस्थापित पुलिस साइबर थाने में फिलहाल एक पुलिस निरीक्षक, एक सिपाही और आठ साइबर तकनीकी विशेषज्ञ तैनात किये गये हैं। उसके साथ कई तकनीकी मशीन भी उपलब्ध करायी गयी हैं एसपी प्रमोद कुमार ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में कुछ तकनीकी मशीन मिलने वाली है। साथ ही तकनीकी रूप से सक्षम अन्य पुलिस अफसर और कर्मियों की तैनाती भी की जाएगी। कहा कि भोजपुर के समस्त नागरिकों के साइबर अपराध से संबंधित शिकायतों का निवारण इसी साइबर पुलिस थाना के माध्यम से सुनिश्चित किया जाएगा।
25 थानों में की गयी महिला हेल्प डेस्क की शुरुआत
भोजपुर में महिलाएं अब आसानी से अपनी हर तरह की शिकायत दर्ज करा सकती हैं। उसके लिए उन्हें अब महिला थाना जाने की जरूरत नहीं है। अब स्थानीय थाने में भी उनकी शिकायत दर्ज होगी। उसे लेकर एसपी प्रमोद कुमार की ओर से रविवार को जिले के 25 थानों में महिला हेल्प डेस्क डेस्क का उद्घाटन किया गया। वहां महिलाएं बेहिचक अपनी शिकायत दर्ज करा सकती है। महिला पुलिस उनकी शिकायत सुनेंगी और उबका निपटारा करेगी।