Ara Engineering College-मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं कृषि मंत्री को संघ ने दी बधाई, जताया आभार
कृषि इंजीनियरिंग कॉलेज खुलना पूर्ववर्ती छात्र संघ महाराजा कॉलेज की उपलब्धि- डॉ निर्मल
खबरे आपकी आरा। महाराजा कॉलेज पूर्ववर्ती छात्र संघ सम्मलेन सह सम्मान समारोह 2021 में पारित भोजपुर जिले में कृषि इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने के प्रस्ताव को कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने इसी वर्ष में पूरा कर दिया है। यह बातें पूर्ववर्ती छात्र संघ के महासचिव डॉ निर्मल कुमार सिंह ने कहीं। उन्होंने कहा कि इस बड़ी उपलब्धि पर पूर्ववर्ती छात्र संघ महाराजा कॉलेज खुश है। क्योंकि पहली बार राज्य सरकार ने पूर्ववर्ती छात्र संघ के प्रस्ताव को गंभीरता से लिया और उसे चंद दिनों में ही पूरा कर दिखाया। साथ ही कहा कि पूर्ववर्ती छात्र संघ सम्मलेन सह सम्मान समारोह पारित कृषि इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने के प्रस्ताव को अब मुख्यमंत्री ने इसी सत्र से शुरू करने का निर्णय लिया है।इसका अनुमोदन गत दिन कैबिनेट ने कर दिया है। उन्होंने इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए पूर्ववर्ती छात्र संघ की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह को बधाई दी।
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महाराजा कमल सिंह के नाम पर हो इंजीनियरिंग कॉलेज का नामकरण
Ara Engineering College-पूर्ववर्ती छात्र संघ महाराजा कॉलेज के महासचिव ने कहा कि आरा में कॉलेज के बगल स्थित जमीन पर बन रहे इंजीनियरिंग कॉलेज का नामकरण महाराजा कमल सिंह इंजीनियरिंग कॉलेज हो। क्योंकि संघ की आम सभा में इससे संबंधित प्रस्ताव भी पारित किया गया था।
बताया की इसे ले पिछले दिनों संघ का एक प्रतिनिधिमंडल डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद, कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह और विधान परिषद सभापति अवधेश नारायण सिंह से मिला और अपने प्रस्ताव से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा।
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कहा कि स्व महाराजा कमल सिंह ने शहाबाद में शिक्षा और चिकित्सा क्षेत्र में अनेक कार्य किए है। Ara Engineering College इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए भी जमीन दान की है। जिस पर निर्माण कार्य चल रहा है। बिहार सरकार ने भी दानदाता द्वारा दिए गए जमीन पर बन रहे कॉलेज और अन्य संस्थानों का नामकरण दानदाता के नाम पर करने का निर्णय लिया है। इसलिए महाराजा कमल सिंह द्वारा दी गई जमीन पर बन रहे इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम महाराजा कमल सिंह इंजीनियरिंग कॉलेज किया जाय। प्रतिनिधिमंडल में ओमप्रकाश सिंह, अधिवक्ता सुरेश प्रसाद सिंह, सत्यनारायण प्रसाद और अवधेश पांडे शामिल थे।